अरबी खाने के फायदे और नुकसान (arbi khane ke fayde aur nuksan) : अरबी (Taro) एक प्रकार की मशहूर सब्जी है जो हमारे व्यंजनों में से एक महत्वपूर्ण व्यंजन है। अरबी का वैज्ञानिक नाम कोलोकेशिया एस्क्यूलेंटा (Colocasia Esculenta) है। अरबी का सेवन पहले एशिया में ही किया जाता था लेकिन अरबी के बेहतरीन स्वाद और इस में पाए जाने वाले पोषक तत्व की वजह से आज अरबी का सेवन पूरे संसार में किया जा रहा है।
अरबी खाने के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of eating Arbi or Taro in hindi)
अरबी में कैल्शियम ऑक्सलेट पाए जाने के करण यह कच्चे रूप में जहरीली हो सकती है। अरबी को पकाने पर यह जहरीले तत्व ख़त्म हो जाते हैं साथ ही अरबी को रात भर पानी में भिगोने से भी इन जहरीले तत्व को ख़त्म किया जा सकता है।
अरबी खाने के फायदे (Benefits of eating Arbi in Hindi)
- वजन को कम करने में सहायक – अरबी के सेवन से वजन को कम किया जा सकता है क्योंकि अरबी में पाया जाने वाला फाइबर मेटाबॉलिज्म को सक्रिय बनाता है, जो वजन को कम रखने में मदद करता है। अगर हम अरबी का सेवन करते हैं तो उस में पाए जाने वाले फाइबर से भूख कम लगने लगती है और भोजन कम लेने से वजन कम होने लगता है। जो लोग मोटापे और वजन जैसी समस्याओं से परेशान रहते हैं उन लोगों ने अरबी का सेवन अपने दैनिक जीवन में हमेशा करते रहना चाहिए।
- आंखों को स्वस्थ रखने में सहायक – अरबी के सेवन से आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है। अरबी में कुछ ऐसे गुण पाए जाते है जो आंखों की कोशिकाओं को हानि न पहुंचे, इसमें मदद करते हैं। अरबी में भरपूर मात्रा में विटामिन-ए, विटामिन-सी व जिंक पाया जाता है जो हमारी आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है और इससे होने वाली परेशानियों को दूर करता है। अरबी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे तत्व भी पाए जाते हैं जो बढ़ती उम्र में होने वाली आंखों की परेशानियों से लड़ने में मदद करते हैं और उनको स्वस्थ बनाने में सहायक होते है।
- थकान को कम करने में सहायक – अरबी का सेवन थकान को कम करने में मदद करता है। अरबी में पाए जाने वाली फाइबर की मात्रा हमारे शरीर की पाचन क्रिया को कम कर देती है और शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करने व फुर्तीला बनाये रखने में सहायक होती है। थकान में अरबी का सेवन करना बहुत लाभकारी होता है।
- कैंसर के खतरे को कम करने में सहायक – पॉलीफेनॉल्स यौगिक को अरबी का एक अच्छा स्रोत माना गया है। पॉलीफेनॉल्स में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की खपत को कम करने की क्षमता होती है। कैंसर सेल को बढ़ने से रोकने के लिए पॉलीफेनॉल्स सहायक होता है। ट्यूम्जोनिक जैसी कोशिकाएं जो कैंसर की खपत को बढ़ाने में सहायक होती हैं उन कोशिकाओं को कम करने में पॉलीफेनॉल्स कार्य करता है और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
- पाचन तंत्र और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक – अरबी में पाए जाने वाला फाइबर पाचन तत्रं के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। फाइबर पाचन शक्ति को ठीक रखकर हमारे भोजन को आसानी से पचाने का कार्य करता है साथ ही अरबी का सेवन हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। अरबी में विटामिन-सी और ई भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जब हम अरबी का सेवन करते है तो हमारे शरीर को विटामिन-सी और ई मिलता है जो हमें ऊर्जा प्रदान कर हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
- मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक – जिन लोगों को मधुमेह की समस्या है उन लोगों के लिए अरबी का सेवन करना बहुत ही लाभकारी हो सकता है। मधुमेह रोगियों में इंसुलिन को नियंत्रित रखने के लिए अरबी में पाए जाने वाला फाइबर बहुत मददगार होता है। अरबी का सेवन करने वाले लोगों को मधुमेह का खतरा कम हो सकता है। मधुमेह को नियंत्रित रखने के लिए रोजाना अरबी का सेवन लाभकारी होता है।
- पेट को साफ रखने में सहायक – अरबी में पाया जाने वाला फाइबर जो हमारे भोजन को पचाने में मदद करता है और हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। जब हम अरबी का सेवन करते है तो हमारे पेट को फाइबर मिलता है जो हमारे पेट के मल को बहार निकलने में मदद करता है और अरबी में रेजिस्टेंस स्टार्च (Resistance starch) भी पाया जाता है जो हमारे पेट को साफ रखने में भी मदद करता है।
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अरबी खाने के नुकसान (Losses of eating Arbi in hindi, side effects of arbi or Taro in hindi)
- अरबी के अधिक सेवन से बढ़ सकता है वजन – अरबी में भरपूर मात्रा में कैलोरी पायी जाती जो हमारे के वजन को बढ़ा सकती है। 100 ग्राम अरबी में 112 कैलोरी की मात्रा पायी जाती है जो हमारे वजन को बढ़ाने का कार्य करती है इसलिए अरबी का ज्यादा सेवन वजन बढ़ने का कारण हो सकता है।
- अरबी को बिन पकाए खाना होता है हानिकारक – अरबी को बिना पके या कच्चा खाना होता है स्वस्थ के लिए नुकसानदायक। अरबी के सही तरीके से न पके होने पर उसमे पाए जाने वाला कैल्शियम ओक्जेलेट (Oxalate) क्रिस्टल मुंह, जीभ, गले और पेट में सुई या काटें चुभने जैसा दर्द दे सकता है जो दर्द असहनीय भी हो सकता है।
- अरबी के अधिक सेवन से हो सकती हैं अनेकों बीमारियाँ – अरबी के सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी का सामना करना पढ़ सकता है। कुछ अरबी जहरीली भी होती है। उन लोगों को अरबी का सेवन नहीं करना चाहिए जो लोग गैस की समस्या से पीड़ित रहते हैं। अस्थमा से पीड़ित लोगों को भी अरबी के पत्तों से बनी सब्जी का सेवन नहीं करना चाहिए और घुटनों के दर्द से परेशान व्यक्ति को भी अरबी के सेवन से बचना चाहिए। इन समस्याओं से परेशान लोगों के लिए हो सकती है अरबी हानिकारक।
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