करंज तेल के फायदे : करंज तेल के फायदे ( karanj tel ke fayde ) ढेर सारे होते हैं, करंज औषधीय गुणों से भरपूर एक पेड़ हैं, जो सम्पूर्ण भारत में पाया जाता है। करंज का पेड़ 25 से 30 फीट ऊंचा होता है। करंज पेड़ का हर हिस्सा औषधीय गुणों से भरपूर होता है, जो कई स्वस्थ लाभ प्रदान करने में सहायक होता है। करंज के औषधीय गुणों के कारण, प्राचीन काल से ही आयुर्वेद में करंज का इस्तेमाल कई बीमारियों के उपचार के लिए औषधि के रूप में किया जा रहा है।
इसके अलावा बात करें करंज तेल कि तो करंज के बीजों को पीसकर करंज तेल को प्राप्त किया जाता हैं। करंज के बीजों से प्राप्त तेल का उपयोग मुख्य रूप से चर्म रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। इसके अलावा गंजेपन, सूजन और पायरिया जैसी कई समस्याओं को दूर करने के लिए भी करंज के तेल का इस्तेमाल किया जाता है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से करंज तेल के फायदे के बारे में।
करंज के अन्य भाषाओं में नाम
करंज को हिंदी में करञ्ज, करंज व किरमाल, संस्कृत में करञ्ज, नक्तमाल व उदकीर्य, गुजराती में कणझी व करञ्ज, तमिल में पुंगम् व पुंगामरम् , बंगाली में डहर करञ्जा व केरूम, मराठी में करञ्ज व घनेरा करञ्ज, नेपाली में कारंगी और पंजाबी में सुखचेन कहा जाता हैं।
करंज तेल के फायदे ( benefits of karanj oil in hindi )
- गंजेपन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए करंज तेल से सिर पर मालिश करने से फायदा मिलता हैं। इसके अलावा करंज के फूलों को पीसकर सिर पर लगाने से भी गंजेपन की समस्या से छुटकारा मिलता है।
- जोड़ों में दर्द एवं सूजन में करंज तेल की मालिश करने से दर्द एवं सूजन में आराम मिलता हैं। इसके अलावा करंज के पत्तों से सेक करने से भी शरीर की हर प्रकार की सूजन में लाभ मिलता है।
- त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी करंज तेल का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। दरअसल करंज तेल से त्वचा पर मालिश करने से त्वचा की खुजली एवं सोरायसिस जैसी त्वचा विकारों में लाभ मिलता हैं। इसके अलावा करंज तेल में नींबू का रस मिलाकर लगाने से दाद के कारण होने वाली खुजली एवं जलन में भी राहत मिलती हैं। करंज के पत्तों का लेप भी त्वचा से जुड़े रोगों के लिए औषधि का काम करता है।
- दांत दर्द या पायरिया जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए करंज तेल को दाँतों और मसूड़ों पर रगड़ने से दांत दर्द में आराम मिलता हैं। इसके अलावा करंज की टहनी को भी दाँतों में रगड़ने से पायरिया जैसी समस्या से बचा जा सकता हैं।
जानें कासीसादि तेल के उपयोग, फायदे और नुकसान – Kashisadi Tel।
- आयुर्वेद के अनुसार, करंज तेल का सेवन करने से पेट में मौजूद कीड़े नष्ट हो जाते हैं इसलिए कहा जा सकता है कि पेट में कीड़े की समस्या से निजात पाने के लिए करंज तेल का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा शरीर पर करंज का तेल लगाने से मच्छरों के प्रकोप से बचा जा सकता हैं।
- चोट लगने के दौरान करंज तेल को घाव पर लगने से घाव ठीक हो जाता है साथ ही घाव को इन्फेक्शन से भी बचाया जा सकता है। इसके अलावा करंज के फूल और पत्तों के रस को घाव पर लगाने से घाव ठीक हो जाता है।
- करंज तेल में जीवाणुनाशक गुण पाए जाते हैं, जो कुष्ठ रोग में लाभदायक होते हैं। इसके अलावा करंज पौधे की छाल को पीसकर लेप बनाकर कुष्ठ रोग और घाव में फायदा मिलता हैं। करंज तेल में नींबू रस की एक से दो बूंद मिलाकर घाव पर लगाने से उपदंश यानी (चेचक) में लाभ होता है।