दाने वाली खुजली का उपचार ( dane wali khujali ka upchar ) : दाने वाली खुजली का उपचार कई होते है। दाने वाली खुजली को हिंदी में खाज व अंग्रेजी में स्केबीज कहा जाता है जो एक त्वचा संबंधी रोग है। दाने वाली खुजली मुख्यतः सिर, गर्दन, चेहरा और कान को प्रभावित करती है।
खाज एक फैलने वाला त्वचा रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत कम समय में ही फ़ैल जाता है। दाने वाली खुजली यानि स्केबीज को डॉक्टरी इलाज के अलावा कई घरेलू उपचारों को अपनाकर भी ठीक किया जा सकता है। दाने वाली खुजली का उपचार की विस्तृत जानकारी आगे दी गयी है –
दाने वाली खुजली (स्केबीज) के लक्षण
दाने वाली खुजली के लक्षण में सबसे आम समस्या तेज खुजली होना है। इसके अलावा दाने वाली खुजली के अन्य लक्षण है –
- त्वचा पर खुजली होना
- त्वचा पर छोटे पानी भरे दाने होना
- त्वचा पर परतदार धब्बे दिखाई देना
- खुजली करने पर घाव बन जाना
- पपड़ीदार स्केबीज के रूप में बदल जाना
दाने वाली खुजली के कारण
दाने वाली खुजली होने का प्रमुख कारण शरीर में बहुत सारे घुन (mites) घुस जाना है जिसकी वजह से त्वचा संक्रमित हो जाती है और त्वचा संबंधी कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। दाने वाली खुजली के कारण निम्नलिखित है –
शरीर में सार्कोप्टस स्केबीज नामक कीट के घुस जाने से दाने वाली खुजली यानी स्केबीज की समस्या उत्पन्न हो जाती है। शरीर के भीतर जाने के बाद ये कीट छोटे-छोटे छिद्र कर देते है और मादा कीट कई अंडे देती है जिसके संपर्क में आने से ये कीट अन्य व्यक्ति को भी संक्रमित कर देते है। रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने पर ये कीट ज्यादा सक्रिय हो जाते है।
दाने वाली खुजली का उपचार ( itchy rash treatment in hindi )
- दाने वाली खुजली की परेशानी को दूर करने के लिए नीम का उपयोग किया जा सकता है, नीम की पत्तियों में हल्दी को अच्छी तरह से पीसकर इसका लेप लगाने से दाने वाली खुजली (स्केबीज) की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
- दाने वाली खुजली का उपचार में एलोवेरा हितकारी माना जाता है, स्केबीज से संक्रमित भाग पर ताजे एलोवेरा के जेल को आधे घंटे के लिए लगाकर छोड़ दें और गुनगुने पानी से धो लें। प्रतिदिन दिन में दो बार इस प्रक्रिया को अपनाने से स्केबीज में राहत मिलती है।
- दाने वाली खुजली से पीड़ित रोगियों के लिए सौंफ का उपयोग करना फायदेमंद होता है, सौंफ में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण पाए जो स्केबीज से प्रभावित हिस्से को ठीक करने मददगार होता है। सौंफ के बीज के तेल को प्रभावित हिस्से पर लगाने से खुजली और अन्य लक्षणों से बचा जा सकता है।
- लौंग का इस्तेमाल करना दाने वाली खुजली में राहत दिलाने में सहायक होते है, लौंग का उपयोग मसाले के अलावा कई आयुर्वेदिक उपचारों के लिए भी किया जाता है। लौंग में एंटी बैक्टीरियल गुण मौजूद होते है जिसके तेल में नारियल का तेल मिलाकर संक्रमित हिस्से पर लगाने से लाभ होता है।
- दाने वाली खुजली यानि खाज की परेशानी से छुटकारा पाने के लिए टी ट्री आयल का इस्तेमाल करना लाभकारी होता है। दाने वाली स्केबीज में होने वाली खुजली, दाने, दर्द व जलन को दूर करने के लिए टी ट्री आयल में थोड़ा जैतून का तेल मिलाकर लगाने से यह समस्या दूर हो जाती है।
- स्केबीज के रोगियों को काली मिर्च का उपयोग करना चाहिए, काली मिर्च को पानी में डालकर उबालें। अब इस पानी को स्नान वाले पानी में मिलाकर इससे नहाने से दाने वाली खुजली से बचा जा सकता है। प्रतिदिन काली मिर्च मिले पानी से स्नान करने से स्केबीज की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
- दाने वाली खुजली का उपचार में जस्ता का इस्तेमाल करना लाभकारी होता है, जस्ता त्वचा संबंधी रोगों के उपचार के लिए उपयोग में लाया जाता है। जस्ता में ऐसे गुण पाए जाते है जो स्केबीज के लक्षणों को कम करने में सहायक होता है। जस्ता की 3 से 4 गोलियों को पीसकर इसमें हल्दी मिलाकर प्रभावित भाग पर लेप लगाएं इससे स्केबीज यानी दाने वाली खुजली से राहत मिलेगी।