दिल की धड़कन तेज होने के कारण (Dil ki dhadkan tej hone ke karan ) : दिल की धड़कन तेज होने के कारण में दिल की धड़कन से संबंधित सभी जानकारियां शामिल है। दिल (हृदय) मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो संपूर्ण शरीर के कार्यों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है।
दिल में किसी भी तरह की परेशानी होने पर इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है इसीलिए दिल का ध्यान रखना बेहद जरुरी माना जाता है। दिल की धड़कन तेज होना स्वास्थ्य से जुड़ी कई बीमारियों की ओर संकेत करता है लेकिन हर बार दिल की धड़कन तेज होने का कारण कोई गंभीर रोग नहीं होता है। दिल की धड़कन तेज होने के कारण की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –
दिल की धड़कन तेज होने का कारण | Dil ki dhadkan tej hone ka karan
दिल की धड़कन तेज होने के गंभीर कारण (Dil ki dhadkan tej hone ke gambhir karan )
दिल की धड़कन तेज होना यानी सामान्य से तीव्र गति में दिल का धड़कना होता है। दिल की धड़कन अधिक समय तक तेज गति से धड़कने को टाचिकार्डिया कहा जाता है। सीने में हल्का या तेज दर्द टाचिकार्डिया का प्रमुख लक्षण है। इसके अलावा दिल की धड़कन का असामान्य होना हार्ट अटैक का भी कारण हो सकता है। हार्ट अटैक के दौरान दिल की धड़कन का रुक जाना और दिल की ओर का भाग सुन्न पड़ जाने जैसे लक्षण देखे जा सकते है। दिल से संबंधित कोई भी रोग होने पर अपने दिल का अच्छी तरह ध्यान रखना जरुरी होता है। दिल की धड़कन तेज होने के कुछ गंभीर कारण निम्नलिखित है –
- दिल की बीमारी
- फेफड़ों से संबंधित बीमारी
- डिहाइड्रेशन
- बार-बार बुखार आना
- जन्म से दिल से जुड़े रोग
- पैनिक अटैक
- हार्ट टिशू में डैमेज होना
समाधान –
दिल की धड़कन तेज होने पर कभी भी घबराए नहीं बल्कि जल्द से जल्द अपनी स्थिति में सुधार के उपायों को अपनाना जरुरी है। दिल की धड़कन जब बहुत तेज या सामान्य स्थिति से गंभीर हो जाती है तो जल्द ही डॉक्टर से सम्पर्क करें और डॉक्टर की सलाह पर इस परेशानी का इलाज करवाए। दिल की धड़कन तेज होने पर घबराए नहीं बल्कि दिल की धड़कन तेज होने पर जल्द ही सीधे बैठ जाए और धीरे-धीरे सांस लें। कोई भी नकारात्मक विचार न सोचे। दिल की धड़कन का अचानक से रुक जाने का कारण हार्ट अटैक भी हो सकता है इसीलिए जब भी ऐसी स्थिति हो तो तुरंत सीधे बैठ जाए व लंबी और गहरी साँसे लें और अपने हाथ – पैरों की मालिश करने का प्रयास करें। ऐसा करने से कुछ समय के लिए स्थिति में सुधार किया जा सकता है।
दिल की धड़कन तेज होने के सामान्य कारण (Dil ki dhadkan tej hone ke samanya karan )
कुछ स्थितियों में दिल की धड़कन तेज होना एक सामान्य समस्या मानी जाती है जिनका इलाज अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करके भी किया जा सकता है। दिल की धड़कन तेज होने पर यह आवश्यक नहीं है कि आपको दिल से जुड़ी कोई गंभीर बीमारी है कई बार इसका कारण कुछ सामान्य स्थितियां भी हो सकती है। दिल की धड़कन तेज होने के कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित है –
- हाई ब्लड प्रेशर
- धूम्रपान
- अधिक कैफीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना
- सोने की स्थिति खराब होना
- लो ब्लड प्रेशर
- तेज बुखार
- तनाव
- अवसाद
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समाधान –
दिल की धड़कन तेज होने के इन सामान्य कारणों को आप अपनी जीवन शैली में परिवर्तन करके भी दूर कर सकते है। तनावपूर्ण जीवन, हाई ब्लड प्रेशर, चिंता आदि की समस्या को दूर करने के लिए रोजाना व्यायाम, वॉक पर जाना, सकारात्मक सोचना, खेल खेलना जैसे क्रियाकलापों के माध्यम से स्थिति को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा दिल की धड़कन तेज होने पर कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे चाय, कॉफी और धूम्रपान व शराब आदि का सेवन न करें।