नीम के फायदे और नुकसान (neem ke fayde aur nuksan) : नीम के फायदे और नुकसान ढेर सारे हैं। हजारों वर्षों से नीम का उपयोग एक आयुर्वेदिक औषधि एवं घरेलू उपचार के रूप में किया जाता रहा है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इसके इस्तेमाल के कई छोटी-बड़ी स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के लिए जाता है। नीम की पत्तियों से लेकर छाल तक इसका इस्तेमाल किया जाता है। नीम का वैज्ञानिक नाम अजादिरछा इंडिका (Azadirachta Indica) है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं जिनके कई स्वास्थ्य फायदे होते हैं। इसके अलावा नीम में सांप के जहर को बेअसर करने की भी क्षमता होती है। परन्तु इसके ढेरों स्वास्थ्य फायदे के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं। Advantages and disadvantages of neem in hindi.
नीम के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of Neem in hindi)
नीम के फायदे (Benefits of Neem in hindi)
- नीम के सेवन से हम मधुमेह जैसी बीमारी से बचे रह सकते हैं। एक अध्ययन से पता चला है कि इसमें मौजूद हाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव के कारण हमारे ब्लड में शुगर की मात्रा में गिरावट आती है। इसके अलावा इसमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण भी पाया जाता है जो मधुमेह के रोगियों में शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में बहुत सहायक होता है।
- नीम के इस्तेमाल से रक्तचाप की समस्या को दूर किया जा सकता है। एक शोध के अनुसार नीम के मेथनॉल-अर्क के पॉलीफेनोल में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखते हैं। उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहे लोगों को नीम के सेवन से बहुत लाभ मिलता है।
- neem ki chaal ke benefits – नीम की छाल के अर्क का सेवन करने से अल्सर जैसी बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सकता है। इसमें एंटी-अल्सर के गुण पाए जाते हैं जिससे इस बीमारी से दूर रहा जा सकता है। इसके अलावा ये गैस्ट्रिक हाइपर एसिडिटी के प्रभाव पर भी बेहद असरदार होता है।
- नीम की पत्तियों के इस्तेमाल से श्वास संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल एवं एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जिनके प्रभाव से हमारे फेफड़ों को सुरक्षा मिलती है। इसके अलावा इसमें एंटी-एलर्जिक गुण भी मौजूद होते हैं जो अस्थमा और दमा जैसी बीमारीयों के लक्षणों को कम करने में बेहद मददगार साबित होते हैं।
- नीम का सेवन करने से मुंह से जुडी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। नीम के अर्क को एक माउथ क्लीनर प्रोडक्ट भी माना जाता है जो हमारे मुंह के स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध होता है। इसके साथ ही इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण भी मौजूद होते हैं जो हमारे मसूड़ों में हानिकारक बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं। नीमकी पत्तियों को चबाने से मुंह एवं मसूड़ों में सूजन की स्तिथि को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा हम अपने दांतों को स्वस्थ रखने के लिए नीम के दातून का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- नीम के सेवन से हम पेट संबंधी समस्याओं से दूर रह सकते हैं। हमारे पेट के स्वास्थ्य के लिए नीम का उपयोग करना बेहद फायदेमंद होता है। ये हमारी पेट की समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ हम अन्य बीमारियों से भी बचाता है। यह हमारे शरीर से विषैले पदार्थों और हानिकारक जीवाणुओं को बाहर निकालकर हमारी पाचन क्रिया में सुधार करता है जिससे हमारा पेट स्वस्थ रहता है।
- नीम के इस्तेमाल से हम कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बच सकते हैं। नीम के पत्तों, बीज, फूल एवं फलों के अर्क में विभिन्न प्रकार के कैंसर के प्रभाव को रोकने की क्षमता होती है। यह हमारे शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को विकसित होने से रोकते हैं। इनमें एंटी-कैंसर एवं एंटी-ट्यूमर गुण पाए जाते हैं कैंसर के जोखिम को कम करते है। इसके सेवन से महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर, स्तन कैंसर एवं पेट के कैंसर का खतरा नहीं रहता।
- नीम के इस्तेमाल से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है। एक अध्ययन के अनुसार नीम की पत्तियों के अर्क में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने का गुण पाया जाता है। यह हमारे शरीर से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाने में बेहद लाभकारी होता है।
- neem ke fayde for skin in hindi – नीम के उपयोग से हम त्वचा संबंधी समस्याओं से बच सकते हैं। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो हमारी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। ये हमारे चेहरे से कील-मुहांसों (Pimples,Acne) की समस्या से छुटकारा दिलाता है। नीम का उपयोग हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने की लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।
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नीम के नुकसान (Losses of Neem in hindi)
- नीम के पत्तों में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं जिसके अत्यधिक सेवन से ये हमारे ब्लड में शुगर की मात्रा को सामान्य से कम कर सकता है। इसलिए इसका नियमित मात्रा में ही इस्तेमाल करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को नीम के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इसमें गर्भनिरोधक गुण मौजूद होते हैं जिससे गर्भ में पल रहे शिशु को बहुत नुकसान पहुंच सकता है।
- नीम के तेल के प्रभाव से शरीर में डायरिया एवं मतली जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- नीम बेहद प्रभावशाली होता है ऐसे में एलर्जी की समस्या से जूझ रहे लोगों को इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए।
- बच्चों में नीम के तेल के सेवन से दुष्प्रभाव हो सकते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि बच्चों में नीम के तेल का सेवन करने से पेट संबंधी समस्या, अधिक नींद आना एवं सांस संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
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