पेट की गैस को जड़ से खत्म करने के आयुर्वेदिक उपाय ( pet ki gas ko jad se khatm karne ke ayurvedic upay ) वात और पित्त जनित रोगों में पेट में गैस की समस्या एक आम समस्या है। आजकल बहुत सारे लोग पेट में गैस की समस्या से परेशान दिखते हैं। दर्द से परेशान ऐसे व्यक्ति जब लोग कई तरह के मेडिकल जांच करवाते हैं तो उस दर्द का कोई कारण नहीं मिल पाता है। आज हम इस समस्या की जड़ और उसके समाधान के बारे में बात करेंगे। पेट में गैस बनने के बहुत से कारण हैं जैसे –
- जरुरत से ज्यादा भोजन करना
- देर तक भूखा रहना
- ज्यादा तीखा भोजन करना
- ज्यादा टेंशन में रहना
- किसी बीमारी के इलाज में कोई विशिष्ट दवाइयों का सेवन करना
- शराब आदि का सेवन करना
- भोजन का पाचन न हो पाना
- खाना खाने के तुरंत बाद पानी पी लेना
- पहले के भोजन के पचे बगैर फिर से भोजन कर लेना
- अधिक भारी और मांसाहारी भोजन का सेवन
ayurvedic medicine for gas and acidity in hindi – कारण कुछ भी हो लेकिन गैस की समस्या इंसान को बेहाल कर ही देती है। गैस जब भी होती है तो उसे चूँकि शरीर से बाहर निकलने के लिए मार्ग की आवश्यकता होती है, कुछ परिस्थितियों में डकार या पाद के माध्यम से गैस बाहर निकल जाये तो रोगी को कुछ हद तक आराम मिलता है और उसकी बेचैनी कम होती है। किन्तु कभी-कभी परिस्थितियां ऐसी हो जाती हैं कि रोगी के शरीर से ये गैस अधोवायु (पाद) या फिर डकार के माध्यम से बाहर नहीं निकल पाती है जिससे गैस शरीर में इधर से उधर घूमने लगती है। इससे पेट में सूजन के साथ साथ दर्द होने लगती है और व्यक्ति बैचेन हो उठता है उसे कहीं भी चैन नहीं मिल पाता है।
गैस की समस्या से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय –
- यदि कभी अचानक से गैस की समस्या के चलते बैचेनी वाली परिस्थिति उत्पन्न हो जाये तो आपको घबराना नहीं है, बस आप अपने रसोईघर में पहुँच जाइये और एक गिलास गरम पानी ( चाय के समान गर्म पानी ) लेकर उसे घूंट-घूंट कर पीना शुरू कीजिये। 5 मिनट में आपको बैचेनी और दर्द से आराम मिलेगा।
- आधा चम्मच कच्चा या भुना जीरा लेकर उसे चबा चबा कर खा लीजिये, ऊपर से गर्म पानी पी लीजिये इससे भी गैस की समस्या दूर होती है।
- यदि आपके शरीर की प्रवृत्ति गैस बनाने की है तो मेथी दाना है अचूक उपाय। एक चम्मच मेथी-दाना रात से भिगोकर रखना है और सुबह उसे चबा-चबाकर खाना है ऊपर से उसी के पानी को पीना है। इससे आपके शरीर में गैस बनने की प्रवृत्ति को विराम मिलेगा साथ ही इससे डाइबिटीज में भी आराम मिलेगा।
- भोजन का पाचन सही तरीके से हो इसके लिए खाना खाने के 48 मिनट पहले से लेकर खाना खाने के बाद 90 मिनट तक पानी नहीं पीना चाहिए।
- यदि किसी बीमारी के लिए कोई दवा का सेवन कर रहे हैं, तो ऑब्जर्व करें कि उनमें से किसी दवा के सेवन से पेट में जलन व गैस महसूस होती है क्या, यदि हाँ तो इस बारे में डॉक्टर को बताएं। डॉक्टर उसकी जगह अन्य दवा दे सकते हैं।
- चाय और कॉफी का सेवन करने से बचें।
- रात का खाना सोने के दो घंटे पहले खा लें।
- आधा चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में उबालकर पीने से भी गैस कि समस्या में आराम मिलता है।
- चुटकी भर हींग को चबा-चबाकर खाने से और ऊपर से गरम पानी पीने से गैस की समस्या में आराम मिलता है।
जानें पेट की गैस को जड़ से खत्म करने के उपाय।
गैस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक औषधियां –
जब शरीर की प्रवृत्ति गैस बनाने की ही बन जाये तो ऐसी स्थिति में कुछ परमानेंट उपाय करने चाहिए ताकि समस्या हमेशा के लिए ख़त्म हो जाये। तो आइये जानते हैं ऐसी औषधियों के बारे में :-
- वाग्भट्ट गौ अर्क – ये भारतीय देशी गाय के गौ-मूत्र को आस्वित और संघनित कर बनाया जाता है और यह गौ मूत्र का सबसे प्युरेस्ट फॉर्म है। शुद्ध गौमूत्र की अनुपलब्धता होने की स्थिति में वाग्भट्ट गौ अर्क एक उत्तम विकल्प है। गौ मूत्र पित्त वर्धक है और वात की समस्या से निजात दिलाता है इसलिए ये गैस की समस्या में तुरंत आराम दिलाता है।
- वाग्भट्ट त्रिफला जूस – यह हमारे शरीर में वात, पित्त और कफ को बैलेंस रखता है और वात, पित्त और कफ के अनबैलेंस के कारण होने वाली 80 से ज्यादा बीमारियों से हमें बचाता है। इसलिए हर व्यक्ति को प्रतिदिन Vagbhatt Triphala Juice का प्रयोग करना ही चाहिए।
- वाग्भट्ट हरड़ चूर्ण – यदि भोजन के प्रॉपर पाचन न हो पाने या बदहजमी आदि के कारण गैस की समस्या हो रही हो तो Vagabhatt Harad Churn एक उत्तम विकल्प है। एक चम्मच वागभट्ट हरड़ चूर्ण को रात के सोने से पहले गरम पानी के साथ लेने से पेट साफ हो जाता है और गैस की समस्या में आराम मिलता है।
- इसके अतिरिक्त अपनी नियमित दिनचर्या में आमला जूस, एलोवेरा जूस आदि को शामिल करने से गैस की समस्या से आराम मिलता है।