प्रेगनेंसी में कलौंजी के फायदे ( pregnancy me kalonji ke fayde ) : प्रेगनेंसी में कलौंजी के फायदे कई होते है। कलौंजी एक प्रकार का बीज है जिसका उपयोग भारतीय खाने में व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद में कलौंजी का इस्तेमाल कई तरह की औषधियां बनाने के लिए किया जाता है, कलौंजी को अंग्रेजी में Nigella seeds कहते हैं।
कलौंजी बहुत से पोषक तत्वों से भरपूर होती है जिसका इस्तेमाल करना प्रेगनेंसी में लाभकारी माना जाता है। प्रेगनेंसी में कलौंजी के फायदे की जानकारी आगे दी गयी है –
कलौंजी में पाए जाने वाले पोषक तत्व
कलौंजी प्रोटीन, फैट, आयरन, एनर्जी, कार्बोहाइड्रेट, सोडियम, कैल्शियम, फाइबर, पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
कलौंजी का उपयोग का तरीका
कलौंजी का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है, कलौंजी का सेवन सब्जी बनाने, नमकीन, पुलाव, ब्रेड, अचार और दाल में मिलाकर किया जा सकता है। इसके अलावा कलौंजी को खाली पेट, पानी के साथ, दूध के साथ भी उपयोग किया जा सकता है।
प्रेगनेंसी में कलौंजी के फायदे ( Benefits of Kalonji in pregnancy in hindi )
- प्रेगनेंसी में कलौंजी का सेवन करने से मोशन सिकनेस की समस्या से बचा जा सकता है, कलौंजी में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते है जो गर्भावस्था के दौरान मोशन सिकनेस जैसी परेशानी को दूर करने में मददगार होते है।
- प्रेगनेंसी में कलौंजी खाने से मतली की परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है, इसके अलावा प्रेगनेंसी में कलौंजी के सेवन से बार-बार उल्टी आने की समस्या में भी राहत मिलती है।
- प्रेगनेंसी के दौरान कमजोरी को दूर करने के लिए कलौंजी का सेवन करना फायदेमंद होता है, कलौंजी में प्रोटीन और फाइबर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते है जो प्रेगनेंसी में कमजोरी को दूर करने में सहायक होते है।
- जिन महिलाओं का गर्भधारण करना बहुत मुश्किल हो जाता है उनके लिए कलौंजी का उपयोग करना फायदेमंद होता है। गर्भधारण न होने का कारण असंतुलित भोजन, ओवरी सिस्ट या मोटापा हो सकता है। महिलाओं में गर्भधारण और ठहराव के लिए कलौंजी का इस्तेमाल करना लाभकारी होता है इससे गर्भ में भ्रूण का ठहराव होने में मदद मिलती है।
सावधानियां –
प्रेगनेंसी में कलौंजी का अधिक मात्रा में सेवन करने से बचे इसका अधिक इस्तेमाल महिला और भ्रूण दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कलौंजी की तासीर गर्म होती है इसीलिए गर्भवती महिलाओं को कलौंजी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर इसका कम से कम सेवन करना चाहिए।