बादाम खाने के फायदे और नुकसान : बादाम खाने के फायदे और नुकसान (badam khane ke fayde aur nuksan) कई हैं। बादाम का सेवन तेज़ बुद्धि और शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में बहुत लाभकारी होता है। बादाम कई सारी शारीरिक समस्याओं को दूर करने में मददगार होता है। आयुर्वेद के अनुसार बादाम मानसिक क्षमता को बढ़ाने के साथ साथ लम्बी आयु भी प्रदान करता है। Pros and cons of eating almonds in Hindi.
बादाम खाने के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of eating Almonds)
बादाम के फायदे (badam ke fayde)
- बादाम के नियमित सेवन से हृदय रोग होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। बादाम में मौजूद मैग्नीशियम और अन्य न्यूट्रिएंट्स हृदय की सेहत को दुरुस्त रखते हैं साथ ही मैग्नीशियम रक्त शुगर को रेगुलेट कर फूड क्रेविंग को कम करता है। खाना खाने के बाद भी कुछ खाने की इच्छा होना फूड क्रेविंग कहलाती है।
- प्रत्येक दिन में चार से छः बादाम खाने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर का लेवल नियंत्रण में रहता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने एक अध्ययन में पाया की बादाम खाने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को 15 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में ऐथिरोस्क्लेरोसिस का खतरा बढ़ जाता है जिससे धमनियों (आर्टरी) में सिकुड़न आती है, जिस से दिल का दौरा पड़ सकता है।
- Benefits Of Soaked Almonds : बादाम में विटामिन ई पाया जाता है अगर बच्चों को प्रतिदिन चार से पाँच बादाम पानी में भिगो कर दिए जायें तो बच्चों की बुद्धि तेज़ होती है और बादाम के सेवन से हड्डियाँ भी मजबूत होती हैं।
- रोजाना बादाम का सेवन करने से वजन नियंत्रण में रहता है। फैट कंटेंट और फाइबर युक्त प्रोटीन होने के कारण यह आपके शरीर को भरपूर न्यूट्रिएंट्स देता है।
- ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए बादाम का सेवन जरूर करना चाहिए, बादाम के नियमित सेवन से बीपी का स्तर नियंत्रण में रहता है। नियमित बादाम खाने से ब्लड में अल्फा टोकोफेरॉल नामक तत्व की मात्रा बढ़ती है, जोकि ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। साथ ही हार्ट अटैक से भी बचा जा सकता है।
- बादाम नियमित रूप से खाने से शरीर में इम्युनिटी पावर (रोग प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ती है, जिससे सर्दी, खाँसी, बुखार आदि कई बीमारियों नहीं होती हैं। एक शोध की मानी जाये तो बादाम में अच्छी मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, पोटेशियम और मैंगनीज पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है।इसलिए हड्डी सम्बंधित रोगों से जूझ रहे लोगों को प्रतिदिन बादाम का सेवन करना चाहिए।
- प्रतिदिन सुबह भीगे हुए बादाम के सेवन से स्टेमिना बढ़ता है, बादाम के नियमित सेवन से पाचन तंत्र ठीक रहता है एवं कई तरह की पेट की बीमारियों से बचा जा सकता है। बादाम फाइबर युक्त होते हैं, ये न केवल कब्ज से राहत देते हैं बल्कि पेट की अन्य समस्याओं से दूर भी रखते हैं।
- बादाम की गिरी में पाया जाने वाला मैग्नीशियम बालों की ग्रोथ को नियमित रूप से बढ़ाता है और बादाम के पोषक तत्व बालों की जड़ों को मजबूत कर उन्हें घने और लम्बे बनाने में मदद करते हैं।
- सर्दियों में रूखी त्वचा पर बादाम का तेल लगाने से त्वचा लम्बे समय तक मुलायम और कोमल रहती है। बादाम को रोज सुबह और शाम दूध के साथ लेने पर स्किन समस्याओं जैसे पिम्पल्स, डार्क स्किन, रिंकल्स को दूर कर गोरी बेदाग़ त्वचा पायी जा सकती है।
- ड्राई स्किन वालों को बादाम के पेस्ट को शहद में मिलाकर लगाना चाहिए जिससे ड्राई स्किन और स्किन की डार्कनेस को दूर किया जा सकता है।
- बादाम मधुमेह यानी की शुगर लेवल को नियंत्रण में रखता है, जिससे शुगर से होने वाली समस्याओं को दूर रखा जा सकता है।
- बादाम की तासीर गरम होती है जिससे लोग इसे सर्दियों में अधिक खाना पसंद करते हैं।
बादाम के नुकसान (badam ke nuksan)
- बादाम में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिसके बहुत अधिक सेवन से डायरिया होने का खतरा रहता है।
- कड़वे बादाम में हाइड्रोसायनिक एसिड (प्रूसिक एसिड) पाया जाता है जिसके सेवन से फूड प्वाइजनिंग और श्वास सम्बन्धी समस्या हो सकती है।
- बादाम की तासीर गरम होती है इसलिए बादाम को ज्यादा मात्रा में खा लेने से पेट की गर्मी बढ़ सकती है जिससे की पेट सम्बन्धी कई समस्याएं जैसे कब्ज, पेट फूलना और दस्त आदि हो सकते हैं।
- बादाम में विटामिन E पाया जाता है, जिसके ज्यादा सेवन से सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
- जिन लोगों में किडनी या गॉल ब्लैडर सम्बन्धी कोई बीमारी हो उन्हें बादाम के अधिक सेवन से बचना चाहिए क्योंकि बादाम में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है।
- बादाम का सेवन किडनी की पथरी वाले मरीजों को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।