सुहागरात कैसे मनाये ( Suhagrat kaise manaye ), सुहागरात कैसे मनाते हैं यह एक आम सवाल है जोकि शादी से पहले हर किसी के मन में आता है कि आखिर वह अपनी सुहागरात कैसे मनाये या फिर सुहागरात कैसे मनाई जाती है? सुहागरात क्या होती है ? सुहागरात मनाने के टिप्स आदि के बारे में जानना चाहते हैं। कई बार यह जानकरी लोग अपने दोस्तों या जानकारी वालों से प्राप्त करते जिनकी शादी हो चुकी हो।
सुहागरात होती क्या है ? (Suhagrat hoti kya hai)
पहले तो समझिये की सुहागरात होती क्या है ? (Suhagrat hoti kya hai) – शादी के जस्ट बादवाली रात को सुहागरात कहते हैं जिस रात पहली बार दूल्हा-दुल्हन अकेले एक साथ होते हैं जहाँ वह पहली बार एक दूसरे के सामने आकर बात-चीत करते हैं और पहले हसीन पल साथ में बिताते हैं। यह रात हर किसी के लिए यादगार होती है और हर कोई हर संभव तरीके से इसे यादगार बनाने की कोशिश करता है। सुहागरात पति-पत्नी के पहले संबंधों की रात होती है जिसमें वह पहली बार एक दूसरे के करीब आते हैं और फिजिकल रिलेशनशिप (शारीरिक सम्बन्ध) की शुरुआत करते हैं।
कई जगह दूल्हा-दूल्हन के कमरे और बेड को फूलों से सजाया जाता है, पर कई जगह ऐसा नहीं भी होता है। इस रात लड़के को बादाम, केसर, हल्दी, शहद आदि का दूध दिया जाता है ताकि दूध में मौजूद पोषक तत्व से दूल्हे का शादी के लम्बे रीती-रिवाजों के कारण मिले तनाव को कम किया जाये ताकि वह रात को अच्छे से शारीरिक सम्बन्ध बना सके और अपने आप को थका हुआ महसूस न करें।
सुहागरात को दूध का महत्व / सुहागरात पर दूध क्यों पिया जाता है ?
बादाम, केसर, हल्दी, शहद आदि के दूध में विटामिन डी मौजूद होता है जोकि मस्तिष्क में सेरोटोनिन नाम का हार्मोन पैदा करता है जिससे मन हल्का और तनाव मुक्त होता है साथ ही भूख नहीं लगती और थकान कम हो जाती है। साथ ही हल्दी और शहद में मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण रोगों से शरीर का बचाव करते हैं।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक सेक्सुअल पॉवर को बढ़ाने के लिए दूध का सेवन फायदेमंद माना जाता है। दूध पीने से कैल्शियम, प्रोटीन और फॉस्फोरस जैसी महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।
सुहागरात कैसे मनाये ( Suhagrat kaise manaye ) सुहागरात कैसे मनाते हैं ? ( Suhagrat kaise manate hain )
सुहागरात कैसे मनाये यह एक आम सवाल है जिसका जवाब भी बड़ा ही आम है कि डरें न और घबराएं न हर रात की तरह ही सुहागरात को सामान्य मानें। बस फर्क सिर्फ इतना है कि इस रात से आपके साथ आपका खास साथी आपके साथ रहना शुरू करता है जिसे आप प्यार करते हैं और वह आपको। सुहागरात के दिन एक दूसरे को जानने का कोशिश करें यही इस रात का सबसे पहला काम होता है।
हर धर्म के हिसाब से रीती रिवाज ख़त्म हो जाने के बाद सुहागरात का समय आता है जब दूल्हा दुल्हन को पहली बार एक दूसरे के साथ अकेले समय बिताने का मौका मिलता है जिसमें वह खूब सारी बातें करते हैं, एक दूसरे को समझने की कोशिश करते हैं।
आज कल तो सबके पास मोबाइल हैं जिस पर लड़का लड़की शादी तय होते ही बात करने लग जाते हैं, जिस कारण दोनों के बीच ऐसी कोई बात नहीं बचती है जो उन्होंने आपस में करना ली हो। पहले के समय ऐसा नहीं होता था लड़का लड़की तो सुहागरात वाले दिन ही एक दूसरे की शकल देखने को मिलती थी।
इसी रात वह पहली बार एक दूसरे से बात करते थे पर अब क्योंकि जमाना बदल गया है इसलिए सुहागरात से पहले ही लड़का-लड़की एक दूसरे के बारे में सब कुछ पहले से ही जानते हैं तब भी सुहागरात को पत्नी से अच्छी-अच्छी बातें अवश्य करें क्योंकि वह अपना घर छोड़कर आपके यहाँ आयी है जिसकारण वह उदास होती है और शादी के रीती रिवाजों के कारण थकी हुई भी होती है।
इसलिए बातों-बातों में पत्नी को हँसाने की और उसका मन हल्का करने की कोशिश करें, उसकी किसी बात की यह उसके फैमिली वालों की किसी तरह की कोई कमी न निकालें न बुराई करें। लड़कियां अपने घर वालों को लेकर काफी कम सहनशील होती हैं और उनपर बात आने पर वह आपने आपा खो बैठती हैं तो ऐसा कुछ न करें या कहें जिससे उसको बुरा लगे।
आप शादी में मिले गिफ्ट खोल सकते हैं, एक दूसरे की फैमिली के बारे में और अधिक जान सकते हैं।
सुहागरात पर गिफ्ट अवश्य दें
कई जगह ऐसी परम्परा भी होती है और कई जगह लोग अपनी स्वेच्छा से भी अपने पार्टनर को गिफ्ट देते हैं। गिफ्ट मिलने पर सभी खुश होते हैं इसलिए कुछ अच्छा सा गिफ्ट अवश्य दें यह इस यादगार रात का एक यादगार गिफ्ट होगा जोकि आपके पार्टनर को हमेशा याद रहेगा। प्रमुखतः लड़का ही लड़की को गिफ्ट देता है लेकिन कई जगह दोनों ही एक दूसरे को गिफ्ट देते हैं।
आप गिफ्ट में अपनी पत्नी को सोने या प्लेटिनम की अंगूठी, नेकलेस, मोबाइल, घडी या और भी कुछ अच्छा सा गिफ्ट दे सकते हैं जो उनकी जिंदगी भर याद रहे।
जल्द बाजी न करें –
किसी भी बात की जल्द बाजी न करें पहले एक दूसरे को आराम से आरामदायक स्थिति में पहुंचने दें। एक दूसरे के करीब आने से पहले एक दूसरे को रिलैक्स होने दें धीरे-धीरे ही एक दूसरे के करीब आएं। जल्दी बाजी करने वाले लड़के लड़कियों को कम ही पसंद होते हैं।
सुहागरात में संबंध कैसे बनाना चाहिए
सुहागरात में संबंध बनाने के लिए पहले एक दूसरे को समझें और आराम से एक दूसरे से बात करें, घबराहट बिलकुल भी न लाएं। यह आपके जीवन की नई शुरुआत है इसलिए कॉन्फिडेंस से इसकी शुरुआत करें। यह हर किसी के जीवन की सबसे महत्वपूर्ण, यादगार और खूबसूरत रात होती है।
पहले समझे की क्या आपका पार्टनर सम्बन्ध बनाने के लिए तैयार है हो सकता है थकावट, डर, घबराहट या माहवारी (मासिक धर्म) के कारण वह तैयार न हों। इसलिए पहले अपने पार्टनर को समझें और उसके मन को जो भी पूछना हो अपने पार्टनर से बिना झिझक पूछ लें या बता दें कि आपके मन में क्या है।
एक दूसरे की फीलिंग्स की कद्र करें और किसी भी तरह की जिद या जबरदस्ती न करें यह आपकी पहली रात जरुर है जोकि खास भी है लेकिन ऐसी कई रातें अब रोज आएँगी जहाँ आप शारीरिक सम्बन्ध स्थापित कर सकते है इसलिए एक दूसरे पर दबाव न बनायें या कुछ भला-बुरा न कहें।
अगर पार्टनर तैयार है तभी सम्बन्ध स्थापित करें, तनाव न लें रोमांटिक बातों से शुरुआत करें, एक दूसरे को किस करते हुए आगे बढ़ें। यह न सोचें की क्या होगा और कैसे होगा।
लड़कों की तनाव होता है कि अगर उनका सम्बन्ध कम देर तक ही चला तो उनकी पत्नी उन्हें कमजोर समझेगी या उनके बारे में गलत सोचेगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं है शादी की थकान के कारण सम्बन्ध कम देर तक हो सकता है जिस बात को आपकी पत्नी भी समझती है इसलिए घबराएं नहीं जैसे और जितना सम्बन्ध स्थापित कर सकते हैं और करें।
ध्यान रखें आगे और भी मौके आएंगे जब आप और अच्छे से सम्बन्ध बना पाएंगे इसलिए बेवजह का तनाव न लें। यह भी ध्यान रखें की अगर आप जल्दी बच्चा नहीं चाहते हैं तो प्रोटेक्शन का प्रयोग अवश्य करें, गर्भ निरोधक गोलियों के प्रयोग से बचें।
सुहागरात पर क्या नहीं करना चाहिए ?
सुहागरात पर नशा न करें, कई लोग सुहागरात पर नशा करके अपने पार्टनर के पास आते हैं जोकि उनके पार्टनर को बिलकुल भी पसंद नहीं आता है इसलिए ऐसा न करें साथ ही नशा आपके सम्बन्ध बनाने पर भी प्रभाव डाल सकता है।
साथ ही तम्बाकू, गुटका, पान आदि भी न खाएं, लड़कियों को यह सब खाने वाले लड़के काफी कम पसंद होते हैं साथ ही कई लड़कीयों को इसकी दुर्गन्ध काफी बुरी लगती है इसलिए अगर आपको इन सब चीज़ों को खाने की आदत है तो आज की रात ऐसा न करें।
सुहागरात पर मिठाई खिलाएं
कई जगह पर सुहागरात की रात पति द्वारा पत्नी को मिठाई खिलाने का रिवाज होता है जिसमें दूल्हा दुल्हन के लिए मिठाई लाता है जिसे दूल्हा दुल्हन को खिलाता है और बची हुई मिठाई लड़की अपने मायके ले जाती है जहाँ वह मिठाई लड़की की भाभीयों में बंटती है।
मिठाई खिलाने का मकसद पति-पत्नी की नयी जिंदगी की मीठी शुरुआत करना होता है।
पढ़ें – किशमिश और शहद के फायदे – पुरुषों की सेक्सुअल प्रॉब्लम करे दूर।