अरहर (तुअर) दाल के फायदे और नुकसान – Pigeon pea : अरहर एक मशहूर दाल है, जिसका उपयोग हर भारतीय रसोई में प्रमुख खाद्य पदार्थों के रूप में किया जाता है। अरहर दाल का वैज्ञानिक नाम केजेनस केजान (Cajanus cajan) है। अरहर दाल को तुअर दाल के नाम से भी जाना जाता है।
अरहर दाल में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे खनिज, कार्बोहाइड्रेट, आयरन और कैल्शियम आदि, जो बीमारियों से बचाव करने के साथ उनके लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। अरहर दाल का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
अरहर दाल के फायदे (तुअर दाल)
- हृदय स्वास्थ्य के लिए – हृदय समस्याओं को दूर करने के लिए अरहर की दाल का सेवन लाभदायक होता है। अरहर की दाल में पोटेशियम, फाइबर और निम्न स्तर में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। पोटेशियम शरीर में रक्त के दबाव को कम करने के साथ दिल के तनाव को दूर करने में सहायक होता है। फाइबर, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सामान्य रखने में मदद करता है, जो दिल से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।
- वजन को कम करने के लिए – वजन को कम करने के लिए अरहर दाल का सेवन लाभदायक होता है। अरहर दाल में कैलोरी की मात्रा कम पायी जाती है और इसमें वसा और कोलेस्ट्रॉल भी कम पाया जाता है, जो वजन को कम करने में सहायक होता है। अरहर में फाइबर भी पाया जाता है, जो शरीर को लम्बे समय तक ऊर्जा प्रदान करने के साथ अनियमित भूख को नियमित करने में सहायक होता है, जो वजन को कम करने में काफी मदद कर सकता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए – अरहर दाल का सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। अरहर दाल में मौजूद इम्योनोमॉड्यूलेटरी गुण, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के साथ रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करने में भी सहायक होते है।
- मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए – मधुमेह से बचाव के लिए अरहर की दाल का सेवन फायदेमंद होता है। शरीर में ऑक्सिडेविन तनाव के बढ़ते स्तर के कारण, मधुमेह का खतरा बन सकता है। एक फूड शोध के अनुसार ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने के लिए एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर आहार का सेवन फायदेमंद होता है। अरहर की दाल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं, जो मधुमेह के खतरे को दूर करने में सहायक हो सकते है।
- कैंसर से बचाव के लिए – कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचने के लिए, अरहर की दाल का सेवन फायदेमंद होता है। एक शोध के अनुसार अरहर की दाल में एंटीऑक्सीडेंट तत्वों की भरपूर मात्रा पायी जाती है, जो तनाव के कारण होने वाले कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक होती है। साथ ही अरहर के पौधे की जड़ में एंटी कैंसर गुण पाए जाते है, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकने में मदद करते है। इसलिए अरहर की दाल और अरहर के पौधे की जड़ कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव में मदद कर सकती है।
- पाचन स्वास्थ्य के लिए – पाचन स्वास्थ्य के लिए अरहर की दाल का सेवन फायदेमंद होता है। अरहर की दाल में फाइबर की भरपूर मात्रा पाए जाने के कारण, यह पाचन क्रिया को बेहतरीन बनाये रखने का कार्य करता है साथ ही पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करता है।
- खून की कमी को दूर करने के लिए – शरीर में होने वाली खून की कमी को पूरा करने के लिए अरहर की दाल का सेवन फायदेमंद होता है। अरहर की दाल में उपस्थित फोलेट, शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में सहायक होता है, जो खून की कमी को पूरा करने में मदद करता है। शरीर में फोलेट की कमी से खून की कमी होती है, जिससे एनीमिया का खतरा बना रहता है। इस कारण अरहर की दाल का सेवन एनीमिया के लिए फायदेमंद होता है।
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने के लिए – रक्तचाप को सामान्य रखने के लिए अरहर की दाल का सेवन लाभदायक होता है। अरहर की दाल में मौजूद पोटेशियम, वासोडिलेटर के रूप में कार्य करता है, जो रक्त वाहिकाओं में उत्पन्न होने वाले अवरोधों को दूर करने में मदद करता है और रक्त परिसंचरण को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए अरहर की दाल का सेवन लाभदायक होता है।
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अरहर दाल के नुकसान (तुअर दाल)
- अरहर की दाल का अत्यधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि अरहर की दाल में फाइबर की उच्च मात्रा पायी जाती है, शरीर में फाइबर की अधिक मात्रा पेट दर्द और दस्त का कारण बन सकती है।
- कुछ संवेदनशील लोगों में अरहर की दाल से एलर्जी हो सकती है, ऐसे में वे लोग अरहर की दाल का सेवन करने से बचें और डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही अरहर दाल का सेवन करें।
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