क्यों गुड़ है चीनी से कई सौ गुना बेहतर : गुड़ को अंग्रेजी में (Jaggery) कहते हैं। गुड़ की तासीर गर्म होती है जिसके कारण सर्दियों में इसका अधिक सेवन किया जाता है। गुड़ एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे ताड़ एवं गन्ने के रस से निकाला जाता है। गुड़ बनाने में सबसे अधिक गन्ने के रस का उपयोग किया जाता है। गुड़ का रंग गाढ़ा भूरा एवं हल्का पीला होता है।
गुड़ को प्राकृतिक खाद्य पदार्थों में सबसे मीठा माना जाता है। आयुर्वेद में चीनी की तुलना में गुड़ को अधिक फायदेमंद बताया गया है। गुड़ आसानी से पेट में पच जाता है जिससे पाचन क्रिया बेहतर रहती है।
गुड़ को प्राकृतिक मिठाई के रूप में भी जाना जाता है जो न केवल खाने में स्वादिष्ट बल्कि सेहत के लिए भी अत्यंत गुणकारी होता है। Why jaggery is several hundred times better than sugar in hindi.
विभिन्न भाषाओं में गुड़ के नाम –
गुड़ को संस्कृत में गुड (Gud), गुजरती में गोल (Gol), कन्नड़ में बेल्ल (Bella), तेलुगु में बेल्लम (Bellam), तमिल में वेल्लम (Vellam) एवं कोंकनी में गोड (Goud) कहते हैं।
गुड़ में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व –
गुड़ में आयरन, शुगर, पोटैशियम, ऊर्जा, कार्बोहायड्रेट, कैल्शियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन, सुक्रोज, विटामिन B, सोडियम आदि जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
गुड़ के सेवन का तरीका –
गुड़ को चाय में डालकर, गुड़ एवं तिल के लड्डू बनाकर, हलवा बनाकर, रोटी के साथ, गुड़ से बनी चिक्की एवं स्वादिष्ट गुलगुले बनाकर खाया जा सकता है।
गुड़ के फायदे (Benefits of Jaggery in hindi)
- चीनी की तुलना में गुड़ खाने के अधिक फायदे होते हैं। गुड़ शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का कार्य करता है जिससे रक्त साफ होता है एवं कई प्रकार की बीमारियों का खतरा भी कम होता है। रोजाना एक गिलास दूध या एक गिलास पानी के साथ गुड़ का सेवन करने से पेट में गैस की समस्या नहीं रहती। पेट संबंधी समस्या से जूझ रहे लोगों को गुड़ का सेवन करने से बहुत फायदा मिलता है।
- गुड़ का सेवन करने से अनीमिया जैसी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। गुड़ में आयरन की अधिक मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ती है और अनीमिया से जल्द राहत मिलती है। अनीमिया के रोगियों को गुड़ का सेवन करने से बहुत लाभ मिलता है। इसके अलावा महिलाओं के लिए गुड़ का सेवन करना बहुत फायदेमंद माना जाता है।
- गुड़ के इस्तेमाल से शरीर को ऊर्जा मिलती है जिससे थकान एवं कमजोरी की समस्या से बचा जा सकता है। गुड़ शरीर में धीरे-धीरे पचता है जिससे शरीर में एनर्जी के स्तर में जल्दी वृद्धि होती है। चीनी की तुलना में गुड़ खाने से रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है।
- गुड़ के सेवन से मोटापे की समस्या से छुटकारा मिलता है। गुड़ में पोटैशियम की पर्याप्त मात्रा पायी जाती है जो शरीर में वाटर रिटेंशन (शरीर के अंगों में पानी का जमाव) की समस्या को घटाने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म के स्तर में भी सुधार करने का कार्य करता है। इसके अलावा गुड़ में मौजूद फाइबर शरीर में धीरे-धीरे पचता है जिससे लंबे समय तक भूख शांत रहती है एवं व्यक्ति बार-बार खाने से बचता है जिसके कारण वजन घटाने में आसानी होती है।
- गुड़ के सेवन से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। चीनी से बने उत्पादों के जगह गुड़ के सेवन का सेवन करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है। गुड़ में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। रोजाना उचित मात्रा में गुड़ का सेवन करने से पेट में कब्ज, अपच एवं एसिडिटी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- गुड़ खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है जिससे कई बीमारियों के खतरों से बचा जा सकता है। गुड़ में सेलेनियम एवं जिंक जैसे मिनरल्स एवं एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को रोकने में मददगार होते हैं। गुड़ के इस्तेमाल से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है जिससे कई बीमारियों के साथ-साथ संक्रमणों के खतरों से बचा जा सकता है।
- चीनी की तुलना में गुड़ खाने के अधिक फायदे होते हैं। गुड़ खाने से हृदय का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। गुड़ में मैंगनीज, जिंक, मैग्नीशियम आदि जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जिससे हृदय की कार्य प्रणाली पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। रोजाना उचित मात्रा में गुड़ का सेवन करने से हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है।
- गुड़ का सेवन करने से शरीर में रक्तचाप का स्तर नियंत्रित रहता है। गुड़ में आयरन की मात्रा पायी जाती है जिससे उच्च रक्तचाप के खतरे को आसानी से घटाया जा सकता है। इसके अलावा गुड़ में सोडियम की भी मात्रा पायी जाती है। गुड़ के सेवन से शरीर की कोशिकाओं में एसिड का संतुलन बना रहता है जिससे रक्तचाप की समस्या उत्पन्न नहीं होती।
- गुड़ के सेवन से हड्डियां स्वस्थ एवं मजबूत रहती हैं। गुड़ में कैल्शियम एवं फॉस्फोरस की मात्रा पायी जाती है जिससे हड्डियों को मजबूती मिलती है। गुड़ के सेवन से हड्डियों का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। गुड़ एवं अदरक का एक साथ सेवन करने से सर्दियों में जोड़ों में होने वाले जोड़ों के दर्द की समस्या से राहत मिलती है। बुर्जुर्गों को चीनी की जगह गुड़ की रोटी खाने से बहुत लाभ मिलता है।
- महिलाओं के लिए चीनी की जगह गुड़ की चाय पीने से बहुत फायदा मिलता है। गुड़ के सेवन से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिलती है। गुड़ में विटामिन एवं जरुरी मिनरल पाए जाते हैं जिससे मासिक धर्म के दौरान होने वाले पेट एवं कमर दर्द की समस्या से राहत मिलती है।
- गुड़ का सेवन करने से सर्दी-जुखाम, गले में खराश एवं खांसी जैसी समस्या में राहत मिलती है। सर्दी-खांसी की समस्या में गुड़ की चाय या लड्डू बनाकर इसका उपयोग करने से गले में खराश, खांसी एवं सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
- गुड़ के उपयोग से अस्थमा जैसी बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सकता है। गुड़ में एंटी-एलर्जिक गुण पाए जाते हैं जिससे अस्थमा के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है। इसके अलावा गुड़ खाने से शरीर का तापमान भी नियंत्रित रहता है जिसके कारण शरीर कई प्रकार की समस्याओं से बचे रहता है।
- गुड़ के इस्तेमाल से त्वचा संबंधी समस्याओं से बचे रहते हैं। गुड़ में एंटी-माइक्रोबियल (Antimicrobial ) गुण पाये जाते हैं जिससे त्वचा से फंगस एवं बैक्टीरिया की समस्या से राहत मिलती है। त्वचा पर बैक्टीरिया एवं फंगस से विभिन्न प्रकार की समस्या उत्पन्न हो सकती है। गुड़ में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो कोशिकाओं एवं ऊतकों को क्षति से बचाने का कार्य करते हैं।
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