ताजगी चाहिए उपवास करें – भारतीय संस्कृति में उपवास करना धर्म, श्रद्धा एवं आस्था से जुड़ा हुआ है। परन्तु उपवास करने से ढेरों स्वास्थ्य फायदे भी होते है। हफ्ते में मात्र एक दिन उपवास रखने से ही पाचन तंत्र एवं प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। उपवास रखने से शरीर में ताजगी बनी रहती है। उपवास करने से मोटापे की समस्या से छुटकारा मिलता है साथ ही कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचे रहने में भी बहुत मदद मिलती है। अधिकतर उपवास 24 घंटे या उससे अधिक समय के लिए रखे जाते हैं। उपवास कई प्रकार के हो सकते हैं जिनमें जूस फास्टिंग, आंशिक उपवास, कैलोरी रेस्ट्रिक्शन, वाटर फास्टिंग एवं इंटरमिटेंट फास्टिंग शामिल हैं।
जूस फास्टिंग (Juice Fasting)-
इस प्रकार के उपवास में कुछ घंटे या दिन भर के लिए केवल जूस का ही सेवन करना होता है। इसमें फल या सब्जी किसी का भी जूस पिया जा सकता है। जूस फास्टिंग से शरीर में एनर्जी का स्तर बने रहता है जिससे शरीर तरोताजा रहता है।
आंशिक उपवास (Partial Fast)-
इस प्रकार के उपवास में कुछ दिन या हफ्तों के लिए कुछ चीजों को डाइट से बाहर रखा जाता है जैसे नॉन-वेज, एनिमल प्रोडक्ट्स, कैफीन, प्रोसेस्ड फूड, चाइनीज फूड आदि। आंशिक उपवास करने से शरीर में ताजगी बनी रहती है।
कैलोरी रेस्ट्रिक्शन (Calorie Restriction)-
इस प्रकार के उपवास से कुछ दिन या हफ्तों तक कैलोरीज का सीमित मात्रा में सेवन करना होता है। कैलोरी रेस्ट्रिक्शन से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है जिससे शरीर फिट एवं फ्रेश रहता है।
वाटर फास्टिंग (Water Fasting)-
इस प्रकार के उपवास में कुछ घंटों या दिन भर के लिए केवल पानी का सेवन किया जाता है। वाटर फास्टिंग करने से पुरानी बीमारी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent fasting)-
इस प्रकार के उपवास में लगभग 8 या 16 घंटो तक कुछ भी खाया या पिया नहीं जाता। इंटरमिटेंट फास्टिंग को ‘मेटाबॉलिक स्विच’ भी कहते हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग में अनुशंसित 8 या 16 घंटो तक उपवास करना होता है।
उपवास करने के फायदे –
- उपवास करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है जिससे कई प्रकार की बीमारियों के खतरों से बचा जा सकता है। उपवास करने से शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। इसके अलावा उपवास करने से शरीर में सूजन एवं जलन की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। उपवास करने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है जिससे बीमारी एवं संक्रमण का खतरा कम होता है। उपवास करने से शरीर स्वस्थ रहता है जिससे शरीर में ताजगी बनी रहती है।
- हृदय के स्वास्थ्य के लिए उपवास करना बेहद फायदेमंद होता है। उपवास करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल एवं रक्तचाप का स्तर कम होता है जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम होता है। उपवास रखने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना कम होती है।
- उपवास करने से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है जिससे मोटापे की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। उपवास करने से मेटाबॉलिज्म रेट में 3-15 प्रतिशत तक की वृद्धि होती है जिससे मोटापे की समस्या कम होती है। इसके अलावा उपवास के दौरान शरीर में तेजी से फैट भी बर्न होता है जिससे शरीर की अतिरिक्त चर्बी जल्दी कम हो जाती है। मोटापा कम होने से शरीर फिट रहता है जिससे दिनभर एनर्जेटिक एवं तरोताजा रहने में आसानी होती है।
- उपवास करना कैंसर पीड़ित रोगियों के लिए अत्यंत गुणकारी माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार कैंसर के रोगियों को कीमोथेरेपी के दौरान उपवास रखने से बहुत फायदा मिलता है। विशेषज्ञों के अनुसार कैंसर की समस्या से जूझ रहे लोगों को उपवास करना अत्यंत गुणकारी होता है।
उपवास करते समय ध्यान रखने योग्य बातें –
- मधुमेह के रोगियों को उपवास करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए क्योंकि मधुमेह के रोगियों को अचानक खाना छोड़ देने से उनके रक्त में शुगर की मात्रा में वृद्धि हो सकती है जो सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
- एक बार में 24 घंटे से अधिक उपवास नहीं करना चाहिए। लंबे समय तक उपवास करने से निर्जलीकरण (Dehydration) की समस्या उत्पन्न हो सकती है। शरीर में पानी की कमी के कारण डिहाइड्रेशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसलिए उपवास के दौरान अधिक पानी पीना चाहिए जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या ना हो।
- पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे लोगों को उपवास करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए।
जानें क्यों चम्मच से नहीं हाथ से खाने को खाना होता है लाभकारी ?।