थायराइड में हल्दी के फायदे ( Thyroid men haldi ke fayde ) : थायराइड में हल्दी के फायदे बहुत से होते हैं। हल्दी एक प्रकार का मसाला है, जिसका उपयोग खाने के स्वाद और रंग को बढ़ाने से लेकर हिंदू धर्म में पूजा या कोई भी शुभ काम करते समय किया जाता है। हल्दी को अंग्रेजी में टर्मेरिक (turmeric) कहा जाता और इसकी तासीर गर्म होती है। हल्दी हमारे खाने के स्वाद और रंग को बढ़ाने के साथ हमारी अच्छी सेहत के लिए भी लाभदायक होती है।
प्राचीन काल से ही हल्दी का उपयोग जड़ी बूटी में रूप में किया जा रहा है। आयुर्वेद के अनुसार, हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसलिए हल्दी का उपयोग, आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने के लिए भी किया जाता है। हल्दी में औषधीय गुण पाए जाने के कारण, यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है और संक्रमणों से बचाव करने में सहायक होती है।
इसके अलावा हल्दी कई शारीरिक समस्या जैसे कैंसर से बचाव, हृदय के जोखिम को कम करने, मधुमेह से बचाव करने, पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखने और वजन को कम करने जैसी अन्य समस्याओं को दूर करने के साथ त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होती है। लेकिन आज हम अपने बताएंगे, हल्दी के फायदे थायराइड के लिए किस प्रकार लाभदायक होते है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से थायराइड में हल्दी के फायदे के बारे में।
हल्दी के अन्य भाषाओं में नाम
हल्दी को हिंदी में हल्दी व हर्दी, संस्कृत में हरिद्रा, पीता, व रंजनी, उर्दू में हलदी, गुजराती में हलदा, तमिल में मंजल, बंगाली में हलुद व पितरस, मराठी में हलद और पंजाबी में हलदी व हलदर कहा जाता है।
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हल्दी में पाए जाने वाले पोषक तत्व
प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर और मैंगनीज के साथ विटामिन-सी, विटामिन के, विटामिन ई और विटामिन बी-6 जैसे कई विटामिन पाए जाते हैं।
हल्दी के सेवन का तरीका
हल्दी को खाने में डालकर सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा स्नैक, सलाद, सूप, स्मूदी, हल्दी चाय और हल्दी दूध के रूप में सेवन किया जाता है।
थायराइड में हल्दी के फायदे (Benefits of Turmeric in Thyroid in hindi)
थायराइड ग्रंथियों से जुड़ा एक रोग हैं, यह एक ऐसा रोग है जिसके लिए आपका रहन-सहन और खान पान पूरी तरह जिम्मेदार होता है। थायराइड रोग पुरुषों के प्रति महिलाओं में तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है, जिस कारण रोगी के वजन में बढ़ोतरी, गले में सूजन, बालों का झड़ना व शारीरिक कमजोरी आदि लक्षण देखने को मिलते है। वजन में बढ़ोतरी कई बीमारियों का कारण बन सकती है।
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थायराइड गले में स्थित एक ग्रंथि का नाम है। मानव शरीर में पायी जाने वाली सबसे बड़ी अतस्रावी ग्रंथियों में से एक थायराइड यानी अवटु है। जो शरीर की सभी प्रक्रियाओं की गति को सामान्य रखने में सहायक होती है। आयुर्वेद के अनुसार थायराइड की समस्या मुख्य रूप से शरीर में आयोडीन की कमी होने के साथ गलत खान-पान और तनाव पूर्ण जीवन के कारण होती है। इसके अलावा शरीर के वात, पित्त व कफ के बिगड़ जाने के कारण थायराइड हो सकता है।
ऐसे में हल्दी का सेवन, थायराइड के लक्षणों को कम करने और थायराइड से बचाव करने में सहायक होता है। हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल जैसे कई तत्व पाए जाते हैं, जो थायराइड की रोकथाम में सहायक होते हैं। इसलिए थायराइड से छुटकारा पाने के लिए आप रोजाना दूध में हल्दी डालकर सेवन करें।
हल्दी दूध, थायराइड को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा आपको हल्दी दूध पीना पसंद नहीं तो, आप हल्दी को भूनकर, पानी के साथ या कई और तरीकों से सेवन कर सकते हैं। हल्दी थायराइड की रोकथाम और उससे बचाव करने में सहायक होगी।
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