आंवला खाने के फायदे और नुकसान ( Amla khane ke fayde aur nuksan ) : आंवला एक प्रकार का फल है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है। आंवले का स्वाद बहुत खट्टा होता है जिसे विटामिन सी और विटामिन ए का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है।
आंवला खाने के फायदे और नुकसान (Benefits and harms of eating Amla in hindi)
आंवला खाना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आंवले की तासीर ठंडी होती है और इसका उपयोग कई तरह के रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है। आंवले का उपयोग आंवला अचार, आंवला चूर्ण, आंवला मुरब्बा, आंवला कैंडी आदि बनाने के लिए किया जाता है और इन सभी के सेवन से आंवले में मौजूद पोषक तत्व को प्राप्त किया जा सकता है। आंवला का वानस्पतिक नाम Phyllanthus emblica (पांईलैन्थस एम्बलिका) Syn-Emblicaofficinalis Gaertn है।
आंवला में पाए जाने वाले पोषक तत्व
आंवला में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन बी-12 पाया जाता है। इसके अलावा आंवला में कैल्शियम, आयरन, जिंक, फाइबर आदि पोषक तत्व पाए जाते है।
आंवला का अन्य भाषाओं में नाम
आंवला को हिंदी भाषा में आमला, आँवला, आवरा, आंबला व औरा और अंग्रेजी में गूसबेरी कहा जाता है। इसके अलावा आंवला को कन्नड़ भाषा में नेल्लि व नेल्लिकाय, गुजराती में आमला व आमली, तमिल में नेल्लिमार, तेलुगु में उसरिकाय, नेपाली में आमला, पंजाबी में आमला, मराठी में आँवले व आवलाकाठी, उर्दू में आँवला और उड़िया में औंला कहा जाता है।
आंवला खाने के फायदे (Benefits of eating Amla in hindi)
आंवला बालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है, आंवला में विटामिन ई पाया जाता है जो बालों को खूबसूरत रखने और स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। बालों को स्वस्थ्य रखने के लिए आंवला तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है, यह बालों को कोमल, लंबा, घना, चमकदार एवं मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा आंवले में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो सफ़ेद बालों को काला करने में मदद करता है, सफ़ेद बालों को काला करने के लिए 30 ग्राम सूखे आंवला, 10 ग्राम बहेड़ा, 50 ग्राम आम गुठली की गिरी व 10 ग्राम लौह भस्म को साथ में मिलाकर इसको कढ़ाई में रातभर भीगा लें और सुबह उठकर इसके लेप को सिर पर लगाए इससे सफ़ेद बालों की समस्या को दूर हो जाएगी।
आंवला आँखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है, आंवला में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है जो आँखों से संबंधित कई रोगों को ठीक करने में मदद करते है। आँखों में आंवला चूर्ण या उसकी पत्तियों के रस से आँखों को धोने से कई समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा आंवले के बीज को घिसकर आँखों में लगाने से यह कई रोगों से लड़ने में मदद करता है।
आंवला मोतियाबिंद के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता है। आंवला, रसांजन, शहद और घी सभी को मिलाकर इसके मिश्रण को आँखों में सुबह- शाम लगाने से मोतियाबिंद की समस्या ठीक हो जाती है। इसके अलावा इस मिश्रण का उपयोग आँखों के पीलेपन को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है।
आंवले का सेवन गले में होने वाली खराश को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। आंवला, अजमोदा, हल्दी, यवक्षार और चित्रक इन सभी को समान मात्रा में लेकर मिला लें और इस चूर्ण को घी या शहद के साथ चाटे इससे गले में खराश की समस्या ठीक हो जाती है। इसके अलावा नाक से खून बहने की समस्या को भी आंवले से ठीक किया जा सकता है। नाक से खून बहने की समस्या को ठीक करने के लिए आंवला, आम, काजी और जामुन को बारीक पीसकर इसका लेप बना लें। उसके बाद इस लेप को मस्तक पर लगाने से नकसीर यानि नाक से खून बहने की समस्या दूर हो जाती है।
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आवंला का उपयोग दस्त की समस्या को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। दस्त ठीक करने के लिए 10 से 20 आंवले के कोमल पत्ते ले लें। उसके बाद इन पत्तों को पीसकर इसे छाछ में मिलाकर इसे रोजाना सुबह-शाम पिए इससे दस्त की समस्या ठीक हो जाएगी। इसके अलावा मल में खून आने की समस्या को दूर करने के लिए 10 से 20 मिली आंवले के रस में शहद और घी मिला लें। इस मिश्रण का सेवन करने के बाद 100 मिली बकरी का दूध पी लें इससे यह समस्या दूर हो जाएगी है।
आंवला संग्रहणी के रोग के लिए भी फायदेमंद होता है। संग्रहणी रोग (आईबीएस) रोग जिसमें बार-बार दस्त की समस्या होती है को ठीक करने के लिए आंवले के पत्ते एवं मेथी दाना को पीसकर इसका काढ़ा बना लें और इसको दिन में दो बार पीने से संग्रहणी रोग को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा कब्ज की समस्या को ठीक करने के लिए त्रिफला को गुनगुने पानी में मिलाकर इसको पीने से कब्ज की समस्या ठीक हो जाती है।
आंवला का इस्तेमाल बवासीर की समस्या को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। 10 से 12 आंवलों को लेकर इन्हें अच्छी तरह पीस लें। उसके बाद इन पिसे हुए आंवले के पेस्ट को मिट्टी के बर्तन के अंदर लेप कर लें। इस बर्तन में छाछ को रखकर पिएं इससे बवासीर की समस्या ठीक हो सकती है। इसके अलावा दही की मलाई के साथ आंवला चूर्ण का सेवन करने से भी बवासीर की समस्या को दूर किया जा सकता है।
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आंवला ह्रदय रोगियों के लिए फायदेमंद होता है, आंवला में पाए जाने वाले पोषक तत्व कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते है जिससे ह्रदय संबंधी विभिन्न रोगों का खतरा नहीं रहता है और रक्तचाप नियंत्रित रहता है। आंवला का सेवन रक्त को साफ़ करने के लिए भी किया जाता है। आंवला का फल या उसका जूस पीने से रक्त साफ़ होता है और रक्त में मौजूद बुरे बैक्टीरिया खत्म हो जाते है।
आंवला कैंसर जैसे घातक रोगों से सुरक्षा करने में मदद करता है। आंवले में एंटीकैंसर गुण मौजूद होते है जो कैंसर को फ़ैलाने वाले सेल्स को ख़त्म करने में मदद करते है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते है। इसके अलावा दिमाग को स्वस्थ्य रखने के लिए भी आंवले का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। दिमाग को तेज और दिमाग की शक्ति को बढ़ाने के लिए आंवले का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।
आंवला दांतों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। आंवले में पाया जाने वाला विटामिन सी दांतों के लिए अच्छा माना जाता है, यह दांतों व मसूड़ों को स्वस्थ्य रखता है और मुँह के अंदर की गंदगी को साफ़ रखता है। आंवले के अलावा आंवले के पत्ते भी दांतो के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते है इसका उपयोग दांतों को मजबूती प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।
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आंवला खाने के नुकसान (Losses of eating Amla in hindi)
- अधिक आंवले का सेवन करने से यह कब्ज और एसिडिटी की समस्या को उत्पन्न कर देता है। इसके अलावा किडनी के रोगियों को आंवले का सेवन नहीं करना चाहिए।
- आंवले का आवश्यकता से अधिक सेवन करने से यह लिवर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अदरक और आंवले का सेवन एक साथ करने से यह लिवर को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा सकता है।
- आंवले का अधिक सेवन करने से यह यूरिन में जलन और हाइपर टेंशन की समस्या को उत्पन्न कर देता है। इसके अलावा किसी रोग के इलाज के दौरान आंवले का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
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