कुसुम तेल के फायदे और नुकसान ( kusum tel ke fayde aur nuksan ) : कुसुम तेल के फायदे और नुकसान कई होते हैं। कुसुम एक प्रकार का पौधा है जिसके बीजों से कुसुम तेल निकाला जाता है। कुसुम डेजी परिवार का पौधा है जिसे नकली केसर के नाम से भी जाना जाता है। कुसुम तेल का एक सबसे अच्छा गुण यह है कि कुसुम तेल को गर्म करने के बाद इसमें पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व नष्ट नहीं होते है। कुसुम तेल में बहुत से औषधीय गुण मौजूद होते है जिसका उपयोग कई रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है।
कुसुम तेल के फायदे और नुकसान ( Benefits and Harms of Kusum oil in hindi )
कुसुम तेल शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। कुसुम तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। कुसुम तेल का इस्तेमाल कई प्रकार के व्यंजनों को बनाने, त्वचा और बालों में लगाने के लिए किया जाता है। कुसुम तेल का वैज्ञानिक नाम कार्थैमस टिन्क्टोरियस है। इसके अलावा कुसुम तेल को अमेरिकन सैफ्रन, बेनीबाना, बेनिबाना आयल, अलाजोर, बेनिबाना फ्लावर भी कहा जाता है।
कुसुम तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व
कुसुम तेल में एनर्जी, फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, सोडियम, प्रोटीन, विटामिन ई, विटामिन के, फैटी एसिड सैचुरेटेड और फैटी एसिड अनसैचुरेटेड जैसे पोषक तत्व पाए जाते है। इसके अलावा कुसुम तेल में एंटी एथेरोजेनिक, एंटी ह्य्पेर्लिपिडेमिया, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी डायबिटीज जैसे कई गुण मौजूद होते है।
कुसुम तेल के सेवन का तरीका
कुसुम तेल खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा माना जाता है परन्तु इसका आवश्यकता से अधिक सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। कई शोधों के अनुसार एक वयस्क व्यक्ति को प्रतिदिन 6 से 10 ग्राम हाई-लिनोलिक कुसुम तेल का सेवन करना चाहिए।
कुसुम तेल के फायदे (Benefits of Kusum oil in hindi)
- कुसुम तेल हृदय के लिए बेहद फायदेमंद होता है। कुसुम तेल में असंतृप्त वसा की उचित मात्रा पाई जाती है जो ह्रदय की समस्याओं से सुरक्षित रखने में बेहद मददगार होती है। भोजन में नियमित रूप से कुसुम तेल का इस्तेमाल करने से हृदय संबंधी कई घातक रोग जैसे – हार्ट अटैक, स्ट्रोक आदि से बचा जा सकता है। कुसुम तेल में मौजूद फैटी एसिड ह्रदय की सूजन को कम करने में बेहद मददगार होता है।
- कुसुम तेल मधुमेह के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। कुसुम तेल में एंटी डायबिटीज गुण मौजूद होते है जो शरीर में रक्त शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करते है। मधुमेह के रोगियों को उचित मात्रा में कुसुम तेल का सेवन करना चाहिए इससे मधुमेह में होने वाली समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
- कुसुम तेल वजन को कम करने में भी बेहद फायदेमंद होता है। कुसुम तेल में मौजूद पोषक तत्व शरीर से अतिरिक्त वसा को निकालकर वजन को कम करने में मदद करते है। रोजाना भोजन में कुसुम तेल का इस्तेमाल करने से यह वजन को कम करके मोटापे की समस्या को कम करने में मदद करता है।
- कुसुम तेल का इस्तेमाल खुजली को कम करने के लिए किया जा सकता है। शरीर में किसी भी प्रकार की खुजली होने पर कुसुम तेल का इस्तेमाल करना बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि कुसुम तेल में लिनोलेनिक तत्व मौजूद होते है जो खुजली को कम करके राहत दिलाने में मदद करते है। खुजली से छुटकारा पाने के लिए नहाने के पानी में कुसुम तेल की कुछ बूंदे डालकर नहाने से यह समस्या खत्म हो जाती है।
- कुसुम तेल का इस्तेमाल मासिक धर्म की समस्याओं को खत्म करने में बेहद फायदेमंद होता है। कुसुम तेल में मौजूद लिनोलिक एसिड मासिक धर्म में होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में बेहद मददगार होता है। कुसुम तेल का नियमित रूप से सेवन करने से यह पीएमएस के लक्षणों को कम करने में भी मदद करता है।
- कुसुम तेल का इस्तेमाल चोट या अन्य घावों को भरने के लिए किया जा सकता है। शरीर के किसी भी भाग में हुए घावों को भरने के लिए रोजाना नियमित रूप से कुसुम तेल का उपयोग करें इससे घाव तुरंत भर जाते है। कुसुम तेल में मौजूद पोषक तत्व घावों को भरने साथ-साथ घावों के दर्द में भी राहत दिलाने में मदद करता है।
- कुसुम तेल का उपयोग करने से कैंसर जैसे घातक रोगों से बचा जा सकता है। कई अध्ययनों के मुताबिक कुसुम तेल में ऐसे बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जो शरीर में कैंसर को उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं को कम करने में मदद करती है। नियमित रूप से कुसुम तेल का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर, यकृत कैंसर आदि से बचा जा सकता है। इसके अलावा कुसुम तेल का इस्तेमाल करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है।
- कुसुम तेल पेट के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। कुसुम तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व पेट संबंधित कई समस्याओं को ठीक करके पेट को स्वस्थ रखने में मदद करता है। रोजाना कुसुम तेल का सेवन करने से बार-बार होने वाली कब्ज की समस्या से बचा जा सकता है। कुसुम तेल बड़ी आंत के लिए बेहद फायदेमंद होता है जिसके उपयोग से बड़ी आंत संबंधी समस्याओं के खतरों से भी बचा जा सकता है।
- कुसुम तेल का इस्तेमाल सौंदर्य बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। कुसुम तेल में विटामिन के और विटामिन सी पाया जाता है जिसे त्वचा पर लगाने से त्वचा बेहद खूबसूरत और चमकदार हो जाती है। त्वचा पर नियमित रूप से कुसुम तेल का इस्तेमाल करने से त्वचा स्वस्थ्य हो जाती है जिससे त्वचा संबंधी कई समस्याओं से बचा का सकता है।
- कुसुम तेल गठिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। गठिया के दौरान दर्द और सूजन को कम करने के लिए कुसुम तेल का इस्तेमाल करना बेहद फायदेमंद होता है। रोजाना कुसुम तेल से जोड़ो की मालिश करने से जोड़ो के दर्द और सूजन में राहत मिलती है। गठिया के उपचार के लिए कुसुम तेल का इस्तेमाल एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है।
- कुसुम तेल बालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। कुसुम तेल में विटामिन के, विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते है जो बालों को खूबसूरत बनाने में मदद करते है। बालों में नियमित रूप से कुसुम तेल को लगाने से बाल स्वस्थ रहते है। बालों से संबंधित समस्याएं जैसे-झड़ते बाल, रूखे बेजान बाल और रुसी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा कुसुम तेल की सिर पर मालिश करने से मस्तिष्क शांत रहता है।
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कुसुम तेल के नुकसान (Losses of Kusum oil in hindi)
- कुसुम तेल का आवश्यकता से अधिक उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। कुसुम तेल का अधिक इस्तेमाल करने से एलर्जी आदि की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- कुसुम तेल का इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके इस्तेमाल से गर्भपात की समस्या हो सकती है। इसके अलावा जिन लोगों को रक्त स्राव की समस्या है उन लोगों को भी कुसुम तेल के इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
- किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान कुसुम तेल का इस्तेमाल करने से पूर्व डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
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