थायराइड के लक्षण और घरेलू उपचार ( thyroid ke lakshan aur gharelu upchar ) : थायराइड के लक्षण और घरेलू उपचार बहुत ही आसान हैं, थायरॉइड रोग थायराइड ग्रंथि से जुड़ा एक प्रकार का रोग है जो अधिकांशतः अस्वस्थ खान-पान व तनावपूर्ण जीवन के कारण उत्पन्न होता है। थायराइड के दौरान Hyperthyroidism या Hypothyroidism रोग होते हैं।
थायराइड ग्रंथि मानव शरीर की अंत स्रावी ग्रंथियों में से एक होती है जो Triiodothyronine T3 व thyrocalcitonin नामक हार्मोन्स को स्रावित करती है। टी3 और Thyrocalcitonin हार्मोन्स शरीर के मेटाबॉलिज्म दर और अन्य विकास तंत्रों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कर देते है।
थायराइड के लक्षण (symptoms of thyroid in hindi)
थायराइट रोग में सामान्य और कई गंभीर लक्षण भी दिखायी देते हैं, थायराइड के लक्षण निम्नलिखित है –
- थायराइड हार्मोन्स की मात्रा में अधिक होने के कारण शरीर में मेटाबॉलिज्म की मात्रा में वृद्धि होना।
- ऑस्टियोपोरोसिस हो जाना जिसमें हड्डियों में तेजी से कैल्शियम की कमी होने लगती है।
- नींद न आना
- दिल की धड़कन बढ़ना
- बालों का झड़ना
- मांसपेशियों का कमजोर होना व दर्द होना
- घबराहट
- चिड़चिड़ापन
- हाथों में कंपन
- अधिक भूख लगने के बाद भी वजन में कमी
- अधिक पसीना आना
- मासिक धर्म में अनियमितता की समस्या
थायराइड की अल्प सक्रियता होने के कारण हाइपोथायरायडिज्म की समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसके लक्षण है –
- मेटाबॉलिज्म धीमा होने पर वजन में वृद्धि
- अवसाद
- थकान
- कम पसीना आना
- धड़कन की गति धीमी होना
- बालों का अधिक झड़ना
- मांसपेशियों में अकड़न
- जोड़ो में दर्द
- नाखूनों का पतला होना
- सोचने समझने की क्षमता में कमी आना
- बार-बार भूल जाना या कन्फ्यूज रहना
- खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाना
- महिलाओं में बांझपन आ जाना
- त्वचा में खुजली व रूखापन
- मासिक धर्म में अनियमितता
- सर्दी के प्रति संवेदनशील होना
- कब्ज
- चेहरे व आँखों में सूजन
थायराइड के घरेलू उपचार ( home remedies for thyroid in hindi )
- थायराइड में मुलेठी का सेवन करना लाभकारी होता है, मुलेठी में ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड नामक घटक थायराइड में राहत दिलाने में मददगार होता है। मुलेठी के नियमित सेवन से थायराइड से छुटकारा पाया जा सकता है इसके अलावा मुलेठी शरीर में थायराइड कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने में सहायक होता है।
- तुलसी का उपयोग थायराइड के रोगियों के लिए हितकारी माना जाता है, दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच एलोवेरा जूस मिला लें और इसका सेवन करें। रोजाना नियमित रूप से इसका सेवन करने से थायराइड ठीक हो जाता है।
- थायराइड में हल्दी वाला दूध पीना फायदेमंद होता है, हल्दी और दूध में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते है जो थायराइड के लक्षणों को कम करने में सहायक होता है। थायराइड के रोगियों को प्रतिदिन हल्दी वाला दूध पीना चाहिए इससे उनको लाभ होगा।
- थायराइड में नारियल के तेल का उपयोग किया जाता है, थायराइड में शरीर में शीतलता को बनाए रखने के लिए नारियल के तेल का इस्तेमाल लाभकारी होता है। थायराइड के रोगियों को भोजन बनाते समय नारियल के तेल का उपयोग करना चाहिए।
- थायराइड के घरेलू उपचार में अलसी का उपयोग करना हितकारी होता है, थायराइड से पीड़ित रोगियों को अलसी के चूर्ण में ओमेगा-3 पाया जाता है जिसका सेवन करने से थायराइड के रोगियों को फायदा होता है। नियमित रूप से अलसी के तेल का सेवन करें इससे लाभ होगा।
- लौकी का जूस पीना थायराइड के लक्षणों में राहत दिलाने में काफी सहायक होता है, लौकी के जूस पीने से शरीर शांत और स्वस्थ रहता है। इसके अलावा काली मिर्च या काली मिर्च से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी थायराइड के रोगियों को फायदा होता है।
- थायराइड में अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करना लाभदायक होता है, रोजाना रात को सोने से पहले अश्वगंधा चूर्ण को गुनगुने दूध के साथ मिलाकर पीने से थायराइड के रोगियों को लाभ होता है। इसके अलावा प्रतिदिन त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से भी थायराइड से छुटकारा पाया जा सकता है।
- थायराइड के घरेलू उपचार में शिग्रु पत्र, कांचनार और पुनर्नवा को भी इस्तेमाल किया जा सकता है, शिग्रु पत्र, कांचनार और पुनर्नवा का काढ़ा बनाकर पीने से थायराइड में फायदा होता है। थायराइड में होने वाली सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए इस काढ़े का प्रतिदिन सेवन करें इससे लाभ होगा।