मांसपेशियों में तनाव के उपचार ( manspeshiyon me tanav ke upchar ) : मांसपेशियों में तनाव के उपचार बहुत ही सरल हैं, मांसपेशियों में तनाव व दर्द को मायलजिया कहा जाता है जो शरीर में मौजूद किसी भी मांसपेशियों में उत्पन्न हो सकता है। मांसपेशियों में होने वाली तनाव की समस्या कुछ समय या अधिक समय के लिए भी हो सकती है। मांसपेशियों में तनाव की समस्या को कुछ आयुर्वेदिक उपचारों के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। मांसपेशियों में तनाव के उपचार की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –
मांसपेशियों में तनाव के लक्षण
मांसपेशियों में तनाव के लक्षण सामान्य होने के साथ-साथ गंभीर भी हो सकते है। मांसपेशियों में तनाव के लक्षण निम्नलिखित है –
- मांसपेशियों में दर्द
- मांसपेशियों में खिंचाव
- नरम ऊतकों के संक्रमण
- शरीर में सूजन के कारण ऐंठन
- आराम करने पर शरीर में अकड़न
- उठने और बैठने पर तेज दर्द उत्पन्न होना
- चोट लगने से मांसपेशियों में तनाव
मांसपेशियों में तनाव का कारण
मांसपेशियों में तनाव के कारण है –
- तनाव
- चिंता
- चोट लगना
- एनफ़्लूएंजा के कारण
- थायराइट में मांसपेशियों में तनाव
- मांसपेशियों में खिंचाव
- अधिक आराम करने से
- भारी वजन उठाने से
- क्रोनिक एक्सर्शनल कम्पार्टमेंट सिंड्रोम
- क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम
- गठिया
- अधिक एक्सरसाइज
- अधिक व्यायाम करना
मांसपेशियों में तनाव कैसे उत्पन्न होता है ?
मांसपेशियों में तनाव नसों में खिंचाव या फाड़ की वजह से उत्पन्न हो सकता है। ये नसें ऊतकों की तारों को परस्पर जोड़ने का कार्य करने है जो हड्डियों से संबंध रखती है। मांसपेशियों में तनाव लंबे समय से किसी कार्य को करने की वजह से होता है इसमें किसी खेल या कार्य को सम्मिलित किया जा सकता है। कसरत, गोल्फ, टेनिस और रोइंग जैसे खेलों को खेलने से मांसपेशियों में तनाव उत्पन्न हो जाता है।
मांसपेशियों में तनाव के उपचार ( muscle tension treatment in hindi )
- मांसपेशियों में तनाव के उपचार में संतुलित आहार को सम्मिलित करना बेहद फायदेमंद होता है। अपने आहार में संतुलित आहार जो पोषक तत्वों से भरपूर हों शामिल करने से मांसपेशियों के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है।
- तुलसी मांसपेशियों में तनाव की समस्या को दूर करने में सहायक है, आयुर्वेद में तुलसी का इस्तेमाल कई तरह की आयुर्वेदिक औषधियां बनाने के लिए किया जाता है। मांसपेशियों में तनाव के दौरान तुलसी के पत्तों को चबाएं या तुलसी के पत्तों के रस में पानी मिलाकर पीने से फायदा होता है।
- लाल मिर्च मांसपेशियों में तनाव के इलाज के लिए काफी लाभकारी मानी जाती है। लाल मिर्च में कैप्सेसिन मौजूद होता है जो गठिया में होने वाले मांसपेशियों में तनाव और दर्द की समस्या को दूर करने में कारगर होता है। जैतून का तेल या नारियल का तेल लेकर उसमें लाल मिर्च पाउडर मिलाएं। मिला लेने के बाद इस तेल को प्रभावित हिस्से पर हल्के हाथों से मालिश करें। ऐसा करने से मांसपेशियों में तनाव को दूर किया जा सकता है।
- अदरक का उपयोग मांसपेशियों में तनाव की समस्या से छुटकारा दिलाने में किया जा सकता है। अदरक में दर्द निवारक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है जो मांसपेशियों में तनाव को ठीक करने में सहायक होते है। अदरक को पकाकर या अदरक का काढ़ा बनाकर पीने से इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
- वजन को कम करना भी मांसपेशियों के तनाव को दूर करने में अच्छा माना जाता है। कई अध्ययनों के अनुसार मांसपेशियों में तनाव की समस्या उन लोगों में अधिक देखी जाती है जिन लोगों का वजन अधिक होता है। अतः वजन कम करने से भी मांसपेशियों में तनाव और दर्द में राहत मिलती है।
- हल्दी का उपयोग मांसपेशियों में तनाव को दूर करने के लिए किया जाता है। हल्दी में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और दर्द निवारक गुण मौजूद होते है जो मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द को कम करके मांसपेशियों में तनाव की परेशानी को खत्म करने में मदद करते है। हल्दी वाला दूध या हल्दी वाला पानी पीने से मांसपेशियों में तनाव को ठीक किया जा सकता है।
जानें मांसपेशियों में दर्द का आयुर्वेदिक उपचार।
- मांसपेशियों में तनाव की परेशानी होने पर स्नान करना बेहद अच्छा माना जाता है। गर्म या ठंडे पानी से नहाने से मांसपेशियों खुलती है जिससे उनके कार्य भी उचित तरीके से होते है। नियमित रूप से स्नान करने से मांसपेशियों में तनाव दूर हो जाता है।
- शरीर में पानी की कमी होने पर मांसपेशियों में तनाव उत्पन्न हो सकता है जिसे अधिक पानी पीकर ठीक किया जा सकता है। रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से मांसपेशियों में होने वाले तनाव को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन और जकड़न को भी पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर ठीक किया जा सकता है।
- मांसपेशियों में तनाव के उपचार में सिरका सहायक है, सेब के सिरका में पोटैशियम की भरपूर मात्रा पायी जाती है, पोटैशियम मांसपेशियों को कार्यशील बनाने में महत्वपूर्ण होता है। सेब के सिरके का नियमित रूप से सेवन करने से मांसपेशियों में तनाव को खत्म किया जा सकता है।