गंधक के फायदे और नुकसान ( gandhak ke fayde aur nuksan ) : गंधक के फायदे और नुकसान कई होते हैं, गंधक एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बिना डॉक्टर के पर्चे से भी प्राप्त किया जा सकता है। गंधक बहुत से प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका इस्तेमाल मुख्यतः त्वचा संबंधी विकारों के उपचार के लिए किया जाता है। गंधक की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग एवं स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है।
गंधक एक बहुत ही लाभकारी आयुर्वेदिक दवा है इसकी उचित खुराक लेना आवश्यक होता है। गंधक के फायदे की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –
गंधक के घटक
गंधक के घटक है –
- शुद्ध गंधक
- आंवला
- हरीतकी
- गिलोय
- बहेड़ा
- दालचीनी
- इलायची
गंधक का उपयोग विधि
गंधक के फायदे जानने से पहले गंधक का उपयोग जानना आवश्यक है। गंधक सभी आयु वर्ग (शिशु 1 से 2 वर्ष, बच्चे 2 से 12 वर्ष, वयस्क और वृद्ध) के लिए है। गंधक की निर्धारित मात्रा लेना आवश्यक होता है। गंधक की खुराक भोजन करने से पहले या भोजन के बाद किसी भी समय ली जा सकती है। गंधक को शहद के साथ दिन में दो बार लिया जाना चाहिए। गंधक की अधिकतम खुराक 3 ग्राम तक होती है इसके अलावा इसकी कोर्स की अवधि लगभग 6 महीने तक हो सकती है। Benefits and Harms of sulfur in hindi.
गंधक के फायदे ( gandhak ke fayde )
- गंधक के फायदे एक्जिमा के रोगियों के लिए है, एक्जिमा एक त्वचा रोग है जो शुष्क त्वचा में हानिकारक बैक्टीरिया की वजह से होता है। एक्जिमा के दौरान त्वचा में खुजली, रूखापन, लाल चकत्ते और सूजन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। एक्जिमा के उपचार के लिए गंधक काफी लाभदायक होता है गंधक में मौजूद तत्व त्वचा को बैक्टीरया से लड़ने में मदद करते है और एक्जिमा के लक्षणों को तुरंत खत्म करने में मदद करती है। एक्जिमा रोग होने पर गंधक का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
- गंधक त्वचा से जुड़े विकारों के इलाज में कारगर है। त्वचा विकार त्वचा में हानिकारक बैक्टीरिया द्वारा उत्पन्न होता है जिसके सामान्य लक्षणों के साथ कुछ गंभीर लक्षण भी देखे जा सकते है। गंधक के इस्तेमाल से त्वचा रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। गंधक त्वचा को रोग मुक्त बनाने और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
- खुजली की परेशानी को दूर करने में गंधक हितकारी माना जाता है, त्वचा पर होने वाली खुजली को स्केबीज कहा जाता है जो संक्रामक रोग है जिसकी वजह से त्वचा पर दाने, पपड़ी और घाव बन जाते है। गंधक के नियमित उपयोग से खुजली में बहुत आराम मिलता है तथा गंधक के उपयोग से खुजली की समस्या को खत्म किया जा सकता है।
- गंधक सोरायसिस के रोगियों के लिए फायदेमंद है, सोरायसिस एक त्वचा रोग है जिसमें त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, फ़टी त्वचा, मवाद निकलना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। गंधक को त्वचा के लिए बेहद लाभकारी माना जाता इसीलिए इसे सोरायसिस के उपचार के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। सोरायसिस होने पर डॉक्टर की सलाह लेकर गंधक का नियमित रूप से इस्तेमाल करें इससे काफी लाभ होगा।
- गंधक भूख न लगने की समस्या को दूर करने में मददगार है, भूख में कमी होने के कई शारीरिक एवं मानसिक कारण हो सकते है जिसमें भोजन करने की इच्छा पूरी तरह समाप्त हो जाती है। गंधक के सेवन से भूख में वृद्धि की जा सकती है। गंधक में आंवला और इलायची जैसे घटक मौजूद होते है जो भूख को बढ़ाने में काफी मदद करते है। भूख न लगने पर रोजाना नियमित रूप से गंधक का सेवन करें इससे फायदा होगा।
- गंधक के फायदे आमवाती विकारों को ठीक करने में होते है, आमवाती विकार में सिरदर्द, छाती में दर्द, बुखार, जोड़ो में सूजन, भूख में कमी जैसी परेशानियां होती है। आमवाती के रोगियों को गंधक का सेवन करना चाहिए परन्तु ध्यान रहे गंधक की पूरी खुराक लेना जरुरी होता है इसके अधूरे कोर्स पर समस्या पूरी तरह ठीक नहीं होगी। इसके अलावा गंधक गठिया में होने वाले दर्द को भी ठीक करने में मदद करता है।
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गंधक के नुकसान ( gandhak ke nuksan )
गंधक के फायदे होने के साथ गंधक के नुकसान भी देखे जा सकते है। गंधक का आवश्यकता से अधिक सेवन करने से यह शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। गंधक के दुरुपयोग से पेट में ऐंठन, पेट खराब या सूजन हो सकती है। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गंधक के उपयोग से कुछ नुकसान हो सकते है इसलिए इसके उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। इसके अलावा किसी रोग या एलर्जी के दौरान गंधक के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।