कड़वे नीम के गुण या फायदे – Benefits of Bitter Neem

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कड़वे नीम के गुण या फायदे - Benefits of Bitter Neem

कड़वे नीम के गुण या कड़वे नीम के फायदे ( kadve neem ke fayde ) : कड़वे नीम के फायदे kadve neem ke fayde बहुत सारे हैं, नीम औषधीय गुणों से भरपूर एक पेड़ है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक लाभदायक होता है। नीम के पेड़ को अंग्रेजी भाषा में मार्गोसा ट्री ( Margosa tree ) कहा जाता हैं और नीम की तासीर ठंडी होती हैं इसलिए गर्मियों में नीम की पत्तियों का सेवन शरीर के लिए विशेष रूप से फायदेमंद माना जाता हैं।

नीम के पेड़ का हर हिस्सा औषधीय गुणों से भरपूर होता है इसलिए नीम का उपयोग कई आयुर्वेद दवाओं को बनाने के लिए भी किया जाता है। दरअसल नीम में मौजूद पोषक एवं औषधीय गुण, सेहत के साथ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते है, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं और बीमारी की अवस्था में बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते है।

इतना ही नहीं नीम स्वास्थ्य के साथ त्वचा एवं बालों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है इसलिए कई ब्यूटी प्रोडक्ट जैसे क्रीम, शैम्पू, फेस वॉश, फेस पैक, साबुन और तेल आदि को बनाने के लिए भी नीम का इस्तेमाल किया जाता है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से कड़वे नीम के फायदे के बारे में।

अन्य भाषाओं में नीम के नाम

नीम को हिंदी में नीम व निम्ब, संस्कृत में निम्ब, पिचुमर्द व पिचुमन्द, गुजराती में लिम्बा, तमिल में बेम्मू व वेप्पु, बंगाली में निम, मराठी में बलन्तनिंब, पंजाबी में निम्ब व निप और नेपाली में नीम कहा जाता है।

कड़वे नीम पाए जाने वाले पोषक तत्व

कड़वे नीम में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन-सी, पोटेशियम, फाइबर, कार्बोहाड्रेड, टैनिक एसिड, वसा और फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-फंगल, एंटी-वायरल, एंटी-एलर्जिक जैसे कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।

कड़वे नीम के उपयोग का तरीका

  • कड़वे नीम की पत्तियों के रस का सेवन किया जा सकता है।
  • कड़वे नीम की पत्तियों को पीसकर घाव पर लगाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
  • कड़वे नीम के पत्तों का उपयोग दातुन करने के लिए भी किया जा सकता है।
  • नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर फेस मास्क या फेस पैक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • नीम की पत्तियों से बने तेल का उपयोग रुसी एवं जूं को कम करने के लिए किया जा सकता है।

कड़वे नीम के गुण / फायदे ( benefits of bitter neem in hindi )

  • कड़वे नीम में एंटी-कैंसर और एंटी-वायरल जैसे कई गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकने में मदद करते हैं और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव एवं रोकथाम करने में सहायक होते हैं इसलिए आप कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए कड़वे नीम की पत्तियों के रस का सेवन कर सकते हैं।
  • मधुमेह यानी डायबिटीज से पीड़ित रोगियों के लिए कड़वे नीम का सेवन फायदेमंद होता है। दरअसल कड़वे नीम में एंटी-डायबिटीज गुण पाए जाते हैं, जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर मधुमेह के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं और मधुमेह रोग से बचाव एवं रोकथाम करते हैं।
  • कड़वे नीम की पत्तियां अनाज में कीड़े पड़ने से भी बचाती हैं। दरअसल अनाज में नीम की पत्तियों को मिलाकर संग्रह किया जाए तो अनाज में कीड़े नहीं पड़ते और अनाज खराब भी नहीं होता हैं। इसके अलावा नीम की पत्तियां जलायी जाएं तो मच्छर भी भाग जाते हैं।
  • श्वास संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए कड़वे नीम का सेवन लाभदायक होता है। दरअसल कड़वे नीम में एंटी-एलर्जिक गुण पाए जाते हैं, जो अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करते है। इसके अलावा नीम की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, फेफड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं, जिससे श्वास संबंधी समस्याओं में आराम मिलता है।
  • चेहरे के अनावश्यक दाग-धब्बों से छुटकारा पाने के लिए नीम के रस का सेवन करना चाहिए। दरअसल नीम में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण, शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ को बहार निकालकर, रक्त को शुद्ध करने का कार्य करते है, जो त्वचा के कील मुहांसों को दूर कर, त्वचा को स्वस्थ एवं बेदाग बनाए रखने में सहायक होते है। त्वचा को स्वस्थ एवं सुन्दर बनाए रखने के लिए आप नीम की पत्तियों से बने फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

जानें खुजली में नीम के फायदे (Benefits of Neem in Itching)

  • बालों को काला, घना एवं लंबा बनाए रखने के लिए तेल में कड़वे नीम के पत्तों को पकाकर उस तेल से बालों की मालिश करनी चाहिए। तेल में नीम के पत्तों को पकाकर बनाया गया तेल बालों को काला, लम्बा और घना बनाए रखने के साथ बालों में जूं और रुसी की समस्या को भी दूर करता है।
  •  मुंह से आने वाली दुर्गंध की समस्या को दूर करने के लिए नीम की पत्तियों को चबाना फायदेमंद होता है। दरअसल नीम में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण, मुंह में दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट कर, मुंह से आने वाली दुर्गंध को दूर करते हैं। इसके अलावा मुंह में छाले हो जाने पर नीम की पत्तियों को दिन में 2 से 3 बार खाने से मुंह के छाले भी ठीक हो जाते हैं।
  • पेट से जुड़ी सभी समस्याओं को दूर करने के लिए नीम की पत्तियों से बने काढ़े का सेवन करना अच्छा होता है। दरअसल नीम में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-वायरल जैसे गुण पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र में सुधार कर पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में सहायक होते हैं। इसके अलावा नीम का सेवन शरीर से विषाक्त पदार्थों को बहार निकालकर पेट से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करता है।
  • शरीर में किसी भी प्रकार की गांठ होने पर नीम के पत्तों को पानी में उबालकर पीस लें और उसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाकर गांठ से प्रभावित स्थान पर बांध लें। ऐसे करने से गांठ जल्दी ठीक होती है। इसके अलावा चोट के दौरान घाव को भरने के लिए भी नीम की पत्तियों को पीसकर लेप बना लें और इस लेप को चोट से प्रभावित स्थान पर लगाएं यह घाव को जल्द भरने में सहायक होता है।

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