पढ़ाई करते समय क्या खाना चाहिए : यह एक आम सवाल है कि पढ़ाई करते समय क्या खाना चाहिए ?, हम सब यह भी जानते हैं कि पढ़ाई करते हुए पौष्टिक खाना ही खाना चाहिए जो हमारे मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखे ताकि हम निरोगी रहें। जैसा की हम जानते हैं कि पढाई के दौरान स्टूडेंट्स पर काफी मानसिक दबाव रहता है जिस कारण शरीर को अतिरिक्त एनर्जी की आवश्यकता होती है।
इस अतिरिक्त शक्ति या ऊर्जा के लिए पौष्टिक भोजन ही करना चाहिए लेकिन सवाल यह उठता है कि इस पौष्टिक भोजन की लिस्ट में आपको क्या-क्या शामिल करना चाहिए। पौष्टिक भोजन में हल्के खाद्य पदार्थ ही शामिल करने चाहिए ताकि पढाई के दौरान आपको नींद कम से कम आये।
ज्यादा से ज्यादा पानी पियें – सर्वप्रथम याद रखें कि ज्यादा से ज्यादा पानी पियें लेकिन इतना ज्यादा भी पानी न पियें की शारीरिक नुकसान हो। अर्थात दिन में लगभग 2 से 3 लीटर पानी पियें, जिससे आपके शरीर में पानी का स्तर सही बना रहे क्योंकि मानव शरीर में लगभग 60 प्रतिशत तक पानी होता है जिसमें मस्तिष्क में लगभग 85 प्रतिशत पानी है, रक्त में 79 प्रतिशत पानी तथा फेफड़ों में लगभग 80 प्रतिशत पानी होता है। अतः शरीर में पानी का बैलेंस बिगड़ना शरीर में समस्याएं पैदा कर सकता है। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें आयुर्वेद के अनुसार पानी पीने का सही तरीका क्या है।
पढ़ाई करते समय क्या खाएं ( what to eat while studying )
पढ़ाई करते समय नास्ते में क्या खाना चाहिए
पढ़ाई करते समय नास्ते में आप ताजे फल, उबले हुए चने, दूध, ब्रेड, पीनट बटर, ओट्स, कॉर्नफ्लेक्स, वेजिटेबल सैंडविच, वेजिटेबल पास्ता, दही, शहद, नट्स, सूखे मेवे जैसे काजू, बादाम, अखरोट, पिस्ता, मुनक्का आदि खा सकते हैं। तली-भुनी चीज़ें पूरी, कचोरी, पराठें, पिज़्ज़ा, बर्गर आदि खाने से बचें। कैफीन युक्त कॉफी, चाय, कोला, एनर्जी ड्रिंक आदि का सेवन करने से भी बचें। आप सुबह एक गिलास दूध के साथ आंवले का मुरब्बे खा सकते हैं यह आँखों और मस्तिष्क के लिए काफी फायदेमंद होता है।
पढ़ाई करते समय दोपहर में क्या खाना चाहिए
पढ़ाई करते समय दोपहर में आप थोड़े से चावल या रोटी (कम मात्रा में पेट भरके नहीं), दाल, दही या छाछ, लस्सी पीने से शरीर तारो ताजा रहता है और आलस नहीं आता है। हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं क्योंकि हरी सब्जियों के अंदर भारी मात्रा में फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जिसकी शरीर को अत्यंत आवश्यकता होती है। हरी सब्जियों में पालक, बथुआ, मैथी, केल, पत्ता गोभी, ब्रोकोली, सरसों का साग, अजमोद, पुदीना, खीरा, भिंडी, बीन्स, लौकी, तोरई, कद्दू, गाजर आदि का सेवन कर सकते हैं।
दोपहर बाद भूख लगने पर – दूध, ड्राई फ्रूट्स या ताजे फल और फलों के जूस आदि का सेवन कर सकते हैं तथा सलाद खीरा-ककड़ी आदि का सलाद खा सकते हैं। आलस आने पर निम्बू पानी, छाछ, लस्सी, ग्रीन टी आदि का सेवन कर सकते हैं। पैकिट वाले जूस का सेवन करने से बचें उसके फायदे कम और नुकसान ज्यादा होते हैं। आप सीमित मात्रा में मूंगफली (peanut), पॉपकॉर्न और गुड़ तिल या मूंगफली की बनी गजक का सेवन भी कर सकते हैं यह भी एक स्वस्थ्य वर्धक और हल्का स्नैक्स है।
पढ़ाई करते समय रात में क्या खाना चाहिए
पढ़ाई करते समय रात में हल्का ही भोजन करना चाहिए, रात में सब्जी रोटी ही खाएं, चावल का सेवन न करें। रात में भी हरी पौष्टिक सब्जी का ही सेवन करें यह शरीर और मस्तिष्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ध्यान रखें फ़ास्ट फ़ूड और बाहर की तली भुनी चीजों को खाने से बचें, बाजार के चाट, समोसे, पकोड़े, पास्ता, पिज़्ज़ा, बर्गर, चिप्स आदि का सेवन करने से बचें। इसके सेवन से आप बीमार हो सकते हैं और आपकी पढाई में नुकसान पहुँच सकता है।
संतुलित और स्वस्थ्य भोजन आपको स्वस्थ भी रखेगा और आपके दिमाग को भी तेज रखेगा साथ ही आपको आलस भी कम से कम आएगा।
पढ़ाई करने का सही तरीका क्या है?
पढ़ाई करने का सही तरीका क्या है? यह एक बहुत ही पूछा जाने वाला आम सवाल है। कई लोग यह भी पूछते हैं कि पढाई से ध्यान न भटके इसका क्या उपाय है या पढ़ाई में मन लगाने के तरीका क्या है। तो हम आपको बताएं कि निम्न तरीकों का प्रयोग कर आप अपना ध्यान पढाई से भटकने से बचा सकते हैं।
- पढाई करने के लिए शांत और अच्छी जगह चुनें साथ ही बैठने के लिए कुर्सी और टेबल का प्रयोग करें ताकि शरीर को कम से कम कष्ट हो, लेट कर ना पढ़ें उस से नींद आने का चांस ज्यादा रहता है साथ ही पढाई के दौरान सभी चीजें ले कर बैठें ताकि बार-बार आपको अपनी जगह से न उठना पढ़े ताकि आपका ध्यान भंग न हो।
- संभव हो तो छोटा सा ग्रुप बना कर पढ़ें, ऐसा करने से आप अपना मन पढाई में लगा सकते हैं। दूसरों को पढता देख आपका भी पढ़ने का मन करेगा और आप ध्यान कम से कम भटकेगा साथ ही उसका फायदा यह भी है कि किसी प्रकार का डाउट होने पर आप अपने साथियों से सलाह ले सकते हैं।
- हमेशा अपने नोट्स बनाकर ही पढ़ें दूसरे के बनाये नोट्स से नहीं ऐसा इसलिए कि जब आप किसी चीज़ को लिखते हैं तो उसके भूलने के चांस काफी कम होते हैं साथ ही आपको याद रहता है कि कौन-सा चैप्टर या टॉपिक किस पेज पर या किस टॉपिक के बाद है। कई लोग किसी भी चीज़ को याद रखने के लिए हमेशा बार-बार लिखकर याद करना पसंद करते हैं।
- सम्भव हो तो टाइम टेबल बनाकर पढ़ें ताकि समय का सही से उपयोग हो सकें। साथ ही पढाई के लिए सुबह जल्दी उठना सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि सुबह शोर शराबा कम होता है और माइंड भी रिलैक्स होता है जिससे आप पढाई में अच्छे से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
पढ़ाई करते समय कैसे बैठना चाहिए
पढ़ाई करते समय कैसे बैठना चाहिए ( padhai karte samay kaise baithna chahiye ) , अपना पढाई का स्थान ऐसी जगह न रखें जहाँ टीवी का शोर या खेलते हुए बच्चों का शोर आपको सुनाई दे, टीवी या बच्चों के खेलने के शोर से आपका ध्यान इन पर जायेगा और आपका मन भी टीवी देखने का या खेलने जाने का होगा। पढ़ाई करते समय टेबल कुर्सी का प्रयोग करें और पढाई का सभी सामान जैसे पेन, पेन्सिल, कटर, रबर, स्केल, कंपास बॉक्स, सिलेबस, बुक्स और नोटबुक्स आदि को पहले से ही अपनी टेबल पर रखें ताकि बार-बार आपको अपनी जगह से न हिलना पड़े नहीं तो आपका ध्यान भंग होगा और पढाई से मन हटेगा।
बच्चों को किस दिशा में बैठकर पढ़ना चाहिए
बच्चों को किस दिशा में बैठकर पढ़ना चाहिए ( bacchon ko kis disha mein baith kar padhna chahiye ) – वास्तु शास्त्र के अनुसार पढाई करते समय बच्चे का मुहं उत्तर-पूर्व या फिर उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए क्योंकि इस दिशा को ‘देव दिशा’ माना जाता है, इस दिशा की तरफ उन्हें करके पढ़ने से दिमाग में अच्छे विचार आते हैं एवं पढाई में मन लगता है और माना जाता है कि उत्तर-पूर्व या फिर उत्तर या पूर्व दिशा में मुख करके पढ़ने से बच्चों पर मां सरस्वती की कृपा होती है। साथ ही ध्यान रखें कि किसी भी हाल में पढ़ाई करते वक्त बच्चों का मुंह दक्षिण दिशा की ओर नहीं होना चाहिए।
पढ़ाई में मन नहीं लगता तो क्या करना चाहिए
पढ़ाई में मन नहीं लगता तो क्या करना चाहिए ( padhai mein man nahin lagta to kya karna chahiye ) – पढ़ाई में मन नहीं लगता तो ऐसे विषय पढ़ने चाहिए जिनमें आपको ज्यादा इंट्रेस्ट है ऐसा करने से आपको पढाई करने में आसानी होती है ज्यादा से ज्यादा ऐसे ही सब्जेक्ट्स या टॉपिक्स पढ़ें जिनमें आप अच्छे हैं ऐसा करने से आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा, साथ ही ज्यादा समय तक बैठकर पढाई करने की क्षमता बढ़ेगी और बाकि सब्जेक्ट्स या टॉपिक्स भी मन लगा कर पढ़ पाएंगे। हर व्यक्ति हर विषय में अच्छा नहीं हो सकता है लेकिन वह किसी न किसी सब्जेक्ट में बहुत अच्छा होता है तो ऐसे ही सब्जेक्ट्स में ज्यादा से ज्यादा मार्क्स लाने की कोशिश करें।