एलर्जी के कारण और उपाय ( Allergy ke karan aur upay ) : एलर्जी के कारण और घरेलू उपचार, आज की जीवनशैली में एलर्जी होना एक आम बात हो गई है। एलर्जी आमतौर तब होती है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली किसी चीज़ को लेकर ओवर-रिऐक्ट करती है। एलर्जी के कई कारण हो सकते हैं जैसे किसी खाद्य पदार्थों से, मौसम बदलाव से, पालतू जानवरों से, खुशबू व पराग कणों से और कुछ विशेष प्रकार की दवाओं से एलर्जी हो सकती है।
इसके अलावा भी कई कारणों से एलर्जी हो सकती है। एलर्जी होने पर कई प्रकार के लक्षण देखने को मिलते हैं जैसे शरीर पर लाल चकत्ते निकलना, नाक और आंखों से पानी बहना, छींक आना, कान बंद होना, मतली या उल्टी होना, चेहरे पर सूजन आना, सिर दर्द होना, नाक व कान में खुजली होना, गले में खराश होना, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार बच्चों में एलर्जी होने की आशंका बड़ों से कहीं ज्यादा होती है। इसके अलावा जिन बच्चों को ज्यादा साफ-सफाई के साथ पाला जाता है, उनमें एलर्जी की समस्या ज्यादा पाई जाती हैं क्योंकि उनके शरीर का इम्यून सिस्टम ज्यादा डिवेलप नहीं हो पाता है इसलिए बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए उन्हें पौष्टिक चीजों का सेवन कराये और बच्चों को धूल-मिट्टी व धूप में खेलने दें, ये बच्चों को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
इसी तरह बुजुर्गों में भी एलर्जी की समस्या एक आम बात हैं क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है। इसके अलावा कई बार एलर्जी का कारण आनुवांशिक भी हो सकता है।
पिछले कुछ दशकों से भारत में कुल आबादी का 20% से 30% तक प्रभावित होने का कारण एलर्जी संबंधी बीमारियां हैं। भारत में बहुत ही सामान्य एलर्जी विकारों में अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस, एक्जिमा, एनाफिलेक्सिस, दवा, भोजन, कीट एलर्जी आदि शामिल है लेकिन क्या आप जानते हैं, जीवनशैली में बदलाव कर, एलर्जी से बचा जा सकता है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से एलर्जी होने के कारण और उपाय के बारे में।
एलर्जी के कारण (Causes of Allergies in hindi)
खाद्य पदार्थों से होने वाली एलर्जी
कई लोग खाद्य पदार्थों के प्रति बहुत ज्यादा संवेदनशील होते है इसलिए उन्हें कई खाद्य पदार्थों जैसे मूंगफली, दूध, अंडा, मांस और कई प्रकार के फल व सब्जी आदि खाने से एलर्जी हो सकती है। जिस चीज से एलर्जी है, उसे खाने के बाद जी मिचलाना, शरीर में खुजली होना या पूरे शरीर पर दाने और चकत्ते निकलना जैसी अन्य समस्या हो सकती है। आमतौर पर यह एलर्जी खाने के बाद 10 से 30 मिनट के अंदर हो सकती है।
धूल के कणों से होने वाली एलर्जी
कुछ लोगों को धूल कणों से भी एलर्जी होती है। जैसे ही ये लोग धूल कणों के संपर्क में आते है उन्हें एलर्जी होने लगती है। धूल के कणों में माइक्रोब्स होते हैं जो हमारे आसपास मौजूद रहते हैं। धूल कणों से होने वाली एलर्जी में लगातार छींकें आना, आंख और नाक से पानी बहना जैसी आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
खुशबू से होने वाली एलर्जी
कई लोगों को खुशबू या तीव्र गंध से भी एलर्जी होती है। हम में से कई ऐसे लोग होते हैं, जिन्हें परफ्यूम, क्रीम, लोशन और कई तरह के ब्यूटी प्रॉडक्ट आदि की खुशबू से एलर्जी होने लगती है। खुशबू से होने वाली एलर्जी में सिरदर्द और जी मिचलाने जैसी समस्या हो सकती है।
जानें मुंह से बदबू आने का कारण और उपाय।
मौसम बदलाव के कारण होने वाली एलर्जी
कई लोगों को मौसम में बदलाव होने के कारण भी एलर्जी होने लगती है। जैसे ही मौसम बदलने लगता है तो इन लोगों को गले में खराश, बुखार, नाक बहना और आंखों में जलन होना जैसी अन्य समस्याएं होने लगती हैं।
पराग कणों से होने वाली एलर्जी
कई लोगों को पराग कणों से भी एलर्जी होती है। जैसे पेड़-पौधों और घास-फूस के संपर्क में आने पर ये बारीक कण आंख, नाक और गले में चले जाते हैं, जिस कारण एलर्जी होने लगती है। पराग कणों से होने वाली एलर्जी में आंखों में जलन होना, लगातार छींकें आना, गले में खराश होना और खुजली होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।
मेटल से होने वाली एलर्जी
कुछ लोगों को मेटल जैसे कि गोल्ड या सिल्वर और ऑक्सिडाइज्ड जूलरी से एलर्जी होती है। इसके अलावा कुछ लोगों को लेदर या सिंथेटिक कपड़ों से भी एलर्जी होती है। इनसे होने वाली एलर्जी में खुजली आदि की समस्या हो सकती है।
दवाओं से होने वाली एलर्जी
कुछ विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन भी एलर्जी का कारण बन सकता है। अगर दवाओं के सेवन को जारी रखा गया तो यह समस्या काफी बढ़ सकती है। दवाओं से होने वाली एलर्जी में सांस लेने में तकलीफ होना, बुखार होना, नाक बहना, लाल चकत्ते होना, आंखों में खुजली और पानी आना जैसी समस्याएं हो सकती है।
पालतू जानवर व कीट और मच्छर के कारण होने वाली एलर्जी
पालतू जानवर भी कई लोगों की एलर्जी का कारण होते हैं। जानवरों के बाल, उनके मुंह से निकलने वाली लार और रूसी आदि से कई लोगों को गंभीर परेशानियां होने लगती हैं। इसके अलावा किसी कीड़े के काटने पर त्वचा एकदम लाल होकर फूल जाती है। कभी-कभी इस एलर्जी में उल्टी, चक्कर आना और बुखार भी हो सकता है।
जानें माथे पर दाने निकलने के कारण और उपाय / माथे पर दाने होने के कारण।
एलर्जी से बचाव के लिए इन विशेष बातों का ध्यान दें
- खाद्य पदार्थ से होने वाली एलर्जी की समस्या से बचाव के लिए घर पर पका हुआ खाना खाने की कोशिश करें और अगर आप बाहर खाना खाते हैं, तो अपनी एलर्जी को ध्यान में रखते हुए बाहर अपने लिए उस हिसाब से भोजन तैयार करवाएं।
- पालतू जानवरों से होने वाली एलर्जी से बचाव के लिए जितना हो सकें, पालतू जानवरों को बाहर रखें और हफ्ते में कम से कम एक से दो बार उनको नहलाएं। इसके अलावा पालतू जानवरों को बेडरूम में ना आने दें।
- धूल-कणों से होने वाली एलर्जी से बचाव के लिए घर को साफ रखें और गर्म पानी में पर्दे, तकिए व नरम खिलौने जैसे टैडी बियर आदि को धोकर साफ रखें।
- पराग कणों से होने वाली एलर्जी से बचाव के लिए बहार निकलने से पहले मास्क का इस्तेमाल करें और आंखों को बचाने के लिए चश्मे का उपयोग करें। इसके अलावा घास वाले क्षेत्रों जैसे पार्क व खेत आदि में जाने से बचें और घर आने के बाद नहाएं व कपड़े बदलें।
- ठंड से होने वाली एलर्जी से बचाव के लिए ठंड में रहने से बचें और ठंडी तासीर वाले खाद्य पदार्थों व खट्टी चीजों जैसे कि अचार, इमली, आइसक्रीम आदि का सेवन करने से बचें।
- कुछ विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन भी एलर्जी का कारण बन सकता हैं इसलिए जिन दवाओं से एलर्जी होती है उनको डॉक्टर को दिखाएं और एलर्जी के बारे में जरूर बताएं।
- कीट-मच्छरों से होने वाली एलर्जी से बचाव के लिए खिड़कियों में महीन जाली लगवाएं और जाली वाली खिड़कियों को हमेशा बंद रखें क्योंकि खुली खिड़की से कीड़े और मच्छर आपके घर में घुस सकते हैं।
- एलर्जी से बचाव के लिए बच्चों को धूल-मिट्टी और धूप में खेलने दें, यह बच्चों को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। इसके अलावा बच्चों को बारिश या दूसरे पानी से भी खेलने दें। लेकिन ध्यान रखें कि धूल-मिट्टी में खेलने के बाद बच्चों के हाथ-पैर अच्छे से धुलवाना न भूलें।
- घर को हमेशा बंद न रखें। घर को खुला और हवादार बनाए रखें ताकि साफ हवा आती रहें। इसके अलावा दीवारों पर फफूंद और जाले हो गए हों, तो उन्हें साफ करते रहें क्योंकि फफूंद के कारण भी एलर्जी हो सकती है।
आवश्यक सूचना
यदि आपको गंभीर एलर्जी की समस्या है या ये स्पष्ट नहीं है कि आपको किस प्रकार की एलर्जी है, तो ऐसे में एलर्जी का टेस्ट करवाएं और जल्द ही डॉक्टर से संपर्क करें।
जानें प्लेटलेट्स डाउन होने के कारण और उपाय।