अरंडी के तेल के फायदे और नुकसान (arandi ke tel ke fayde aur nuksan) : अरंडी के तेल के फायदे और नुकसान, लाभ-हानि बहुत से होते हैं। अरंडी को अंग्रेजी में Castor (कैस्टर) कहते हैं। आयुर्वेद में अरंडी के तेल के ढेरों फायदे बताये गए हैं जो हमारी सेहत लेकर हमारी त्वचा एवं बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। यह एक वनस्पति तेल है जो मूल रूप से भारत एवं अफ्रीका में पाया जाता है। Advantages and disadvantages of castor oil in hindi.
अरंडी के तेल के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of Castor oil in hindi)
अरंडी के तेल में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जिसके इस्तेमाल से हम कई प्रकार की बीमारियों से खतरों से बचे रह सकते हैं। इस तेल को अरंडी के बीजों से प्राप्त किया जाता है। इसके इस्तेमाल से हम फंगल इन्फेक्शन, पिगमेंटेशन, आंखों की समस्या एवं कील-मुहांसों की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। यह दिखने में गाढ़ा एवं हल्का पीले रंग का होता है। परन्तु इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करना चाहिए अन्यथा इसके अत्यधिक उपयोग कुछ स्वास्थ्य संबंधी नुकसान भी हो सकते हैं। Benefits and losses of Castor oil in hindi.
अरंडी के तेल के फायदे (Benefits of Castor oil in hindi)
- अरंडी के तेल के सेवन से हम पेट संबंधी समस्याओं से बचे रह सकते हैं। यह हमारी पाचन क्रिया को बेहद सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है जिससे हम कब्ज, अपच एवं पेट में गैस जैसी समस्याओं से बचे रह सकते हैं। इसमें लैक्सेटिव गुण पाए जाते हैं जो हमारे पेट को साफ रखने में बहुत फायदेमंद होते हैं।
- अरंडी के तेल के नियमित उपयोग से गठिया जैसी बीमारी के लक्षणों को कम करने में आसानी होती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो जोड़ों में सूजन एवं दर्द में राहत पहुंचाने का कार्य करते हैं। डॉक्टरों द्वारा गठिया के रोगियों को अरंडी के तेल से दर्द वाले स्थान पर मालिश करने की सलाह दी जाती है।
- अरंडी के तेल के इस्तेमाल से बवासीर जैसी दर्दनाक बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सकता है। अक्सर लंबे समय से कब्ज की समस्या या गलत खान-पान के चलते हमें बवासीर जैसी बीमारी का सामना करना पड़ सकता है ऐसे में अरंडी के तेल इस्तेमाल से इस बीमारी में बहुत फायदा पहुँचता है।
- अरंडी के तेल के मालिश से हम पीठ में दर्द की समस्या से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। इस तेल के मालिश से दर्द की समस्या में राहत मिलती है। रोजाना रात को सोने से पहले अरंडी के तेल से अपने दर्द वाले स्थान पर मालिश करने से जल्द आराम मिलता है।
- अरंडी के तेल के नियमित रूप से इस्तेमाल करने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। इसके इस्तेमाल से हमारे शरीर की टी-11 कोशिकाओं की संख्या को बढ़ावा मिलता है जिससे हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। टी-11 कोशिकाओं में विषाक्त पदार्थों एवं रोगजनकों से लड़ने वाले एंटीबॉडीज होते हैं जिनसे हम कई प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं।
- अरंडी के तेल के उपयोग से चेहरे से दाग-धब्बे मिटाये जा सकते हैं। इसमें फैटी एसिड की गुण पाए जाते हैं जो हमारे चेहरे को साफ रखने में बेहद मददगार होते हैं। यह हमारी त्वचा के स्कार टिश्यू में जा कर उनके चारों ओर स्वस्थ टिश्यू का निर्माण कर उन्हें विकसित करने का कार्य करते हैं जिसके परिणामस्वरुप हम निखरी एवं बेदाग त्वचा पा सकते हैं।
- अरंडी के तेल के इस्तेमाल से हमारे बाल स्वस्थ रहते हैं। यह हमारे बालों से डैंड्रफ को कम करने में बेहद फायदेमंद माना जाता हैं। अरंडी के तेल को नारियल के तेल से मिलाकर अपने बालों में लगाने से बाल झड़ने की समस्या में जल्द राहत मिलती है।
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अरंडी के तेल के नुकसान (Losses of Castor oil in hindi)
- अरंडी के तेल के अत्यधिक सेवन से कुछ साइड इफेक्ट्स जैसे उलटी, मतली, चक्कर आना या पेट में ऐंठन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
- अरंडी से एलर्जी वाले लोगों को अरंडी के तेल के अत्यधिक इस्तेमाल से बचना चाहिए। इससे त्वचा पर खुजली, रशेस या सूजन की समस्या में वृद्धि भी हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं को अरंडी के तेल का अधिक उपयोग नहीं करना चाहिए इससे गर्भपात भी हो सकता है। कुछ मामलों में जल्द डिलीवरी की समस्या के मामले भी देखे गए हैं।
- अरंडी के तेल की तासीर गर्म होती है जिससे अधिक सेवन से दस्त या पेचिश जैसी समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
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