अर्जुन की छाल के फायदे और नुकसान ( arjun ki chhal ke fayde aur nuksan ) : अर्जुन की छाल के फायदे और नुकसान कई होते हैं। अर्जुन के वृक्ष (Arjuna tree) को कई हजार वर्षों से औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अर्जुन एक सदाबहार वृक्ष है जिसमे कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं। भारत में अर्जुन का वृक्ष मुख्य रूप से नदियों एवं झरनों के आसपास वाले इलाकों में अधिक पाया जाता है। अर्जुन की छाल (Bark of Arjuna) मुलायम एवं भूरे रंग की होती है।
अर्जुन की छाल के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of Arjun’s bark in hindi)
अर्जुन की छाल की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण इसका गर्मियों के दिनों में अधिक सेवन किया जाता है। अर्जुन के पेड़ की अंदरूनी छाल एवं उसके अर्क के उपयोग से कई प्रकार की बीमारियों के खतरों से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में अर्जुन की छाल का मुख्य रूप से हृदय संबंधी बीमारियों के खतरों को कम करने के लिए किया जाता है। अर्जुन की छाल के इस्तेमाल से शरीर को ऊर्जा मिलती है जिससे कमजोरी की समस्या से छुटकारा मिलता है।
अन्य भाषाओं में अर्जुन की छाल के नाम-
अर्जुन की छाल को संस्कृत में नदीसर्ज (Nadisarja), वीरवृक्ष (Veervriksha), धनंजय (Dhananjaya) एवं धवल (Dhawal), गुजराती में सादादो (Sadado), तमिल में निरमारूदु (Nirmarudu), बंगाली में अर्जुन गाछ (Arjun Gach), मराठी में अंजन (Anjan) एवं पंजाबी में अरजन (Arjan) के नाम से जाना जाता है।
अर्जुन की छाल में पाए जाने गुण-
अर्जुन की छाल में बीटा-साइटोस्टेरॉल, अर्जुनिक अम्ल, फ्रीडेलीन, ट्राइटरपेनॉइड, ग्लुकोनियोजेनिक, एंटी-हाइपरटेंसिव, गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव, एंटीट्यूसिव आदि जैसे गुण पाए जाते हैं।
अर्जुन की छाल के उपयोग का तरीका-
अर्जुन की छाल को पीसकर पाउडर बनाकर, चाय बनाने में, रस बनाकर एवं काढ़े के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
अर्जुन की छाल के फायदे (Benefits of Arjun’s bark in hindi)
- अर्जुन की छाल के इस्तेमाल से हृदय का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। एक शोध के अनुसार, अर्जुन की छाल में ट्राइटरपेनॉइड (Triterpenoids) नामक खास रसायन पाया जाता है जिससे हृदय संबंधी बीमारियों के खतरों से बचाव करने में मदद मिलती है। इसके अलावा अर्जुन की छाल के उपयोग से शरीर में कोलेस्ट्रॉल एवं रक्तचाप का स्तर भी संतुलित रहता है जिससे हृदय की सेहत पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- अर्जुन की छाल का नियमित रूप से सेवन करने से मधुमेह जैसी बीमारी के लक्षणों को कम करने में आसानी होती है। अर्जुन की छाल में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते है जिससे रक्त में शुगर की मात्रा को घटाने में बहुत मदद मिलती है। इसके अलावा अर्जुन की छाल के प्रभाव से रक्त शर्करा में कमी आती है जिससे मधुमेह के रोगियों को बहुत लाभ मिलता है।
- अर्जुन की छाल के उपयोग से उच्च रक्तचाप की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। दरअसल, अर्जुन की छाल में एंटी-हाइपरटेंसिव (Antihypertensive) गुण पाया जाता है जिससे शरीर में रक्तचाप का स्तर नियंत्रित रहता है। शरीर में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए अर्जुन की छाल बेहद मददगार साबित हो सकता है।
- अर्जुन की छाल का सेवन करने से अल्सर की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। अर्जुन की छाल में गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव (Gastro–protective) एवं साइटोप्रोटेक्टिव (Cytoprotective) गुण पाए जाते हैं जिससे पेट की अंदरूनी सतह को सुरक्षा मिलती है और साथ ही पेट के अल्सर से बचाव करने में भी बहुत मदद मिलती है। पेट के अल्सर की समस्या में अर्जुन की छाल का घरेलु उपचार करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
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- अर्जुन की छाल के उपयोग से बुखार, सर्दी-जुकाम एवं खांसी की समस्या से राहत मिलती है। अर्जुन की छाल में एंटी-ट्यूसिव (Antitussive) प्रभाव पाया जाता है जो कफ को दूर करने में बेहद सहायक माना जाता है। इसके अलावा अर्जुन की छाल का सेवन करने से शरीर में लार्वा को नष्ट करने में आसानी होती है जिससे डेंगू बुखार की समस्या से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है।
- अर्जुन की छाल का सेवन करने से मोटापे की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। अर्जुन की छाल के इस्तेमाल से शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी में कमी आती है जिससे शरीर के वजन को नियंत्रित करने में आसानी होती है। मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोगों को अर्जुन की छाल का सेवन करने से बहुत फायदा मिलता है।
- अर्जुन की छाल के इस्तेमाल से यूरिन संक्रमण से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। अर्जुन की छाल में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जिससे मूत्र मार्ग में संक्रमण पैदा करने वाले हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने में आसानी होती है।
- अर्जुन की छाल के उपयोग से त्वचा संबंधी समस्याओं से दूर रहा जा सकता है। अर्जुन की छाल का इस्तेमाल करने से त्वचा पर खुजली, चकत्ते, एक्जिमा, सोरायसिस एवं चुभन की समस्या से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है।
- अर्जुन की छाल का सेवन करने से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। अर्जुन की छाल में कसुआरिनिन (Casuarinin) नामक रासायनिक घटक पाया जाता है जिससे स्तन कैंसर से बचा जा सकता है। अर्जुन की छाल के इस्तेमाल से शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को विकसित होने से रोका जा सकता है जिससे कैंसर जैसी बीमारी से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है।
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अर्जुन की छाल के नुकसान (Losses of Arjun’s bark in hindi)
- अर्जुन की छाल का अत्यधिक सेवन करने से रक्त में शुगर की मात्रा सामान्य से घट सकती है जिससे लो ब्लड शुगर की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- अर्जुन की छाल का अत्यधिक सेवन करने से पेट में दर्द एवं सूजन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- अर्जुन की छाल का अधिक उपयोग करने से बदन दर्द एवं सिरदर्द की समस्या से गुजरना पड़ सकता है।
- अर्जुन की छाल का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से कमजोरी, उलटी एवं मतली जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- अर्जुन की छाल का अधिक या गलत तरह से सेवन करने से अनिद्रा की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- गर्भवती एवं स्तनपान करा रही महिलाओं को अर्जुन की छाल का सेवन करने से पूर्व डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए।
- एलर्जी की समस्या वाले लोगों को अर्जुन की छाल का सेवन करने से बचना चाहिए अन्यथा इससे उनकी एलर्जी की समस्या में वृद्धि भी हो सकती है।
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