आरोग्यवर्धिनी वटी के फायदे ( Arogyavardhini Vati ke fayde ) : आरोग्यवर्धिनी वटी के फायदे कई होते है। आरोग्यवर्धिनी वटी एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल कई शारीरिक समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। आरोग्यवर्धिनी वटी बहुत सी जड़ी बूटियों से बनाई जाती है जो बहुत पोषक तत्वों से भरपूर होती है। आरोग्यवर्धिनी वटी कई बीमारियों से लड़ने तथा उनके लक्षणों को कम करने में मदद करती है।
आरोग्यवर्धिनी वटी के उपयोगी घटक
- पारद
- गंधक
- लोह भस्म
- अभ्रक भस्म
- ताम्र भस्म
- हरीतकी
- विभीतकी
- शिलाजीत
- गुग्गुल निर्यास
- चित्रक
- कुटकी
- नीम के पत्तों का रस
आरोग्यवर्धिनी वटी का सेवन का तरीका
आरोग्यवर्धिनी वटी को 250 से 500 मिली ग्राम की मात्रा में सेवन करना चाहिए। आरोग्यवर्धिनी वटी का इस्तेमाल चूसकर करना चाहिए।
आरोग्यवर्धिनी वटी के फायदे ( Benefits of Arogyavardhini Vati in hindi )
- आरोग्यवर्धिनी वटी पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद होता है। आरोग्यवर्धिनी में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जो पाचन संबंधी कई समस्याओं को ठीक करने में मदद करते है। पाचन संबंधी समस्याएं जैसे- अपच, लिवर रोग व कमजोरी को दूर करने के लिए आरोग्यवर्धिनी वटी का सेवन करना बेहद लाभदायक होता है।
- आरोग्यवर्धिनी वटी मोटापे की समस्या को दूर करने में फायदेमंद होता है। आरोग्यवर्धिनी वटी में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जो शरीर से अतिरिक्त चर्बी को घटाने में मदद करते है। जो लोग अधिक वजन बढ़ने की समस्या से परेशान है वे लोग नियमित रूप से आरोग्यवर्धिनी वटी का सेवन करें क्योंकि इसके सेवन से मोटापा तुरंत घट जाता है और शरीर को अच्छा आकार मिलता है।
- आरोग्यवर्धिनी वटी ग्रंथियों को स्वस्थ रखने में मदद करती है। आरोग्यवर्धिनी वटी में ऐसे बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जो ग्रंथियों को पोषण प्रदान करके ग्रंथियों से संबंधित रोगों से सुरक्षा करने में मदद करते है। ग्रंथियों से संबंधित किसी भी समस्या को ठीक करने के लिए आरोग्यवर्धिनी वटी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
- आरोग्यवर्धिनी वटी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होती है। त्वचा संबंधी रोगों से छुटकारा पाने के लिए नियमित रूप से आरोग्यवर्धिनी वटी का सेवन करें। आरोग्यवर्धिनी वटी में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी फंगल जैसे गुण पाए जाते है जो त्वचा को कई संक्रमणों से सुरक्षित रखने में मदद करते है।
- आरोग्यवर्धिनी वटी आंतों से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में बेहद मददगार होती है। आरोग्यवर्धिनी वटी छोटी आंत तथा बड़ी आंत में अपना बहुत अच्छा प्रभाव डालती है जिससे आंत से संबंधित विकारों के लक्षणों से बचा जा सकता है। लेकिन आंतों की समस्याओं को दूर करने के लिए आरोग्यवर्धिनी वटी के इस्तेमाल से पूर्व डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
- आरोग्यवर्धिनी वटी मूत्र रोग के सुधार के लिए बेहद फायदेमंद होता है। आरोग्यवर्धिनी वटी पेशाब से संबंधित रोगों के लक्षणों को कम करने में मदद करती है। मूत्र मार्ग में सूजन की समस्या को दूर करने के लिए आरोग्यवर्धिनी वटी का सेवन करना बेहद लाभदायक होता है।
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- आरोग्यवर्धिनी वटी ह्रदय के लिए बेहद फायदेमंद होती है। आरोग्यवर्धिनी वटी में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जो ह्रदय संबंधी कई रोगों से सुरक्षा करके ह्रदय को स्वस्थ्य रखने में मदद करते है। ह्रदय के दर्द के रोगों को दूर करने के लिए आरोग्यवर्धिनी वटी में एक रत्ती डिजिटेलिस के पत्ते का चूर्ण व एक से दो रत्ती जंगली प्याज का चूर्ण मिलाकर इसका पुनर्नवादि या दशमूल के काढ़े के साथ सेवन करें ऐसा करने से ह्रदय रोग ठीक हो जाते है।
- आरोग्यवर्धिनी वटी तिल्ली और लीवर से संबंधित रोगों को ठीक करने में मददगार होती है। आरोग्यवर्धिनी वटी का सेवन करने से लिवर, तिल्ली और गर्भाशय के रोगों के लक्षणों से छुटकारा पाया जा सकता है। लिवर से संबंधित समस्याओं को ठीक करने के लिए नियमित रूप से आरोग्यवर्धिनी वटी का सेवन करें।
- आरोग्यवर्धिनी वटी शरीर की सूजन को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा आरोग्यवर्धिनी वटी का सेवन करने से बुखार, एनीमिया और जलोदर की समस्या को भी ठीक किया जा सकता है। आरोग्यवर्धिनी वटी कई जड़ी-बूटियों का मिश्रण है जो इन सभी समस्याओं को ठीक करने बेहद मददगार होती है।
- आरोग्यवर्धिनी वटी कुष्ठ रोग के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। कुष्ठ रोग के दौरान कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती है जिन्हें दूर करने के लिए आरोग्यवर्धिनी वटी बेहद लाभदायक होती है। कुष्ठ रोग की सभी समस्याओं को दूर करने के लिए आरोग्यवर्धिनी वटी में गंधक रसायन को मिलाकर इसका इस्तेमाल करने से यह समस्याएं खत्म हो जाती है।
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