चंद्रप्रभा वटी के फायदे और नुकसान ( Chandraprabha Vati ke fayde aur nuksan ) : चंद्रप्रभा वटी एक लाभकारी और गुणकारी आयुर्वेदिक औषधि हैं। चंद्रप्रभा नाम से ही इसके गुणों का भी पता चलता है। चंद्र यानी चंद्रमा, प्रभा यानी उसकी चमक अर्थात् चंद्रप्रभा वटी के सेवन से शरीर में चंद्रमा जैसी चमक और बल पैदा होता है।
चंद्रप्रभा वटी का उपयोग शारीरिक कमजोरी को दूर कर, मानसिक तनाव को भी दूर करता है। चंद्रप्रभा वटी औषधि शरीर को कई तरह के रोगों से बचाती है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होती है। चंद्रप्रभा वटी का इस्तेमाल स्त्री, पुरुष या फिर किसी भी आयु के लोग कर सकते हैं।
चंद्रप्रभा वटी के फायदे और नुकसान (Benefits and Harms of Chandraprabha Vati in hindi)
चंद्रप्रभा वटी औषधि को सभी आयुर्वेदिक कंपनियां बनाती है जैसे कि पतंजलि चंद्रप्रभा वटी, डाबर चंद्रप्रभा वटी, बैद्यनाथ चंद्रप्रभा वटी, झंडू की चंद्रप्रभा वटी, श्री श्री चंद्रप्रभा वटी इत्यादि। चंद्रप्रभा वटी के उपयोग से शरीर की कई बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है जैसे कि गुर्दे की पथरी, मूत्राशय, बार बार पेशाब आना, पेशाब में रुकावट ,महिलाओं की समस्या, स्वप्नदोष आदि। आइए विस्तार में जाने हमारे हमारे इस आर्टिकल से चंद्रप्रभा वटी के फायदे और नुकसान के बारे में।
चंद्रप्रभा वटी को निम्नलिखित तत्व मिलाकर बनाया जाता है –
चंद्रप्रभा वटी को शुद्ध गुग्गुल, शुद्ध शिलाजीत, मिश्री, लौह भस्म, काली निशोथ, दन्तीमूल, वंशलोचन या तबाशीर, तेजपत्ता, दालचीनी, छोटी इलायची के बीज, कपूर, वच, नागरमोथा- मुस्तक, चिरायता, गिलोय – गुडूची, चिरायता, देवदारु, अतिविषा-अतीस, दारुहल्दी, पीपलामूल, चित्रक, धनिया, हरड़, बहेड़ा, आमला- आंवला, चव्य, विडंग, गजपीपली, काली मिर्च, पिप्पली, शुंठी, स्वर्णमाक्षिक भस्म, स्वर्जिका क्षार (सज्जी क्षार), यवक्षार, सैंधव लवण, सौवर्चल लवण और विड लवण आदि तत्व को मिलाकर बनाया जाता है।
चंद्रप्रभा वटी के सेवन का तरीका
चंद्रप्रभा वटी की दो गोलियों को सुबह और शाम सामान्य पानी में या फिर दूध के साथ लेने की सलाह दी जाती है। दरअसल कमजोरी आदि होने पर चंद्रप्रभा वटी को दूध के साथ ही लेना चाहिए।
चंद्रप्रभा वटी के फायदे ( Benefits of Chandraprabha Vati in hindi )
- पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए चंद्रप्रभा वटी का सेवन फायदेमंद होता है, दरअसल चंद्रप्रभा वटी में पाए जाने वाले पोषक तत्व पाचन में सुधार कर, भोजन को अच्छे से पचाने का कार्य करते है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाये रखने में सहायक होते हैं। इसके अलावा यह गैस, अपच और कब्ज जैसी अन्य पेट समस्याओं से भी बचाव करने में मदद करते हैं।
- अगर चंद्रप्रभा वटी का नियमित रूप से सेवन किया जाए तो, शरीर में पथरी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। यदि किसी व्यक्ति को पथरी की समस्या रहती है और बार-बार शरीर में पथरी बनती रहती है तो उस व्यक्ति को नियमित रूप से चंद्रप्रभा वटी का सेवन करना चाहिए।
- मासिक धर्म के दौरान होने वाले पेट में दर्द व ऐंठन जैसी समस्याओं में आराम पाने के लिए चंद्रप्रभा वटी का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा मासिक धर्म का लगातार 10 से 12 दिनों तक आना जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए चंद्रप्रभा वटी को अशोक घृत या फलघृत के साथ लेना चाहिए।
- शारीरिक कमजोरी को दूर कर, शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए चंद्रप्रभा वटी का नियमित सेवन करें। जिन लोगों को थोड़ी सी शारीरिक परिश्रम करने के बाद बहुत ज्यादा थकान महसूस होती है और तनाव का अनुभव होता है, उन लोगों को चंद्रप्रभा वटी का सेवन करना चाहिए।
- चंद्रप्रभा वटी पुरुष और महिला दोनों के लिए फायदेमंद है। जिन पुरुषों में वीर्य की कमी होती है और जिसकी वजह से बच्चा पैदा करने में तकलीफ हो रही है तो उस पुरुष को चंद्रप्रभा वटी का सेवन करना चाहिए क्योंकि चंद्रप्रभा वटी वीर्य बनती है और वीर्य को गाढ़ा करने में मदद करती है।
- चंद्रप्रभा वटी का उपयोग मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक होता है इसलिए मधुमेह के मरीजों के लिए चंद्रप्रभा दवा बहुत फायदेमंद होती है। इसके अलावा चंद्रप्रभा वटी में पाए जाने वाले पोषक तत्व, उच्च रक्तचाप को भी सामान्य रखने में मदद करते हैं।
- किडनी से जुड़ी सभी समस्याओं को दूर करने के लिए चंद्रप्रभा वटी का सेवन कर सकते हैं। किडनी के खराब होने में अनेक रोग उत्पन्न होते हैं और मूत्राशय में विकृत होने से पेशाब आने में जलन, पेट में जलन, पेशाब का रंग लाल होना और पेशाब से अधिक दुर्गंध आना जैसी समस्या खड़ी हो जाती है। इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए आप चंद्रप्रभा वटी का सेवन कर सकते हैं।
- चंद्रप्रभा वटी के सेवन से घुटनों या जोड़ों के दर्द व सूजन से छुटकारा पाया जा सकता है। चंद्रप्रभा वटी में कई ऐसे तत्व पाए गए हैं, जो जोड़ों की दर्द व सूजन से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।
- स्त्री रोगों के लिए भी चंद्रप्रभा वटी अच्छी दवा है, यह गर्भाशय की कमजोरी दूर कर उसे स्वस्थ बनाती है। गर्भाशय के बढ़े आकार, उसकी रसौली, बार-बार गर्भपात आदि समस्याओं में चंद्रप्रभा वटी का सेवन रामबाण का काम करता है। यह गर्भाशय संबंधी रोगों को दूर कर, गर्भाशय को बल प्रदान करती है।
- चंद्रप्रभा वटी का सेवन, शरीर से टॉक्सिन पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। इसके अलावा चंद्रप्रभा वटी शरीर में खून की कमी को भी दूर करती है।
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चंद्रप्रभा वटी के नुकसान ( Harms of Chandraprabha Vati in hindi)
- चंद्रप्रभा वटी पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक औषधि है इसलिए इसका कोई भी नुकसान या साइड इफेक्ट नहीं होता है। लेकिन चंद्रप्रभा वटी का ओवरडोज लेने से कुछ साइड इफेक्ट देखे जा सकते हैं जैसे पेशाब में जलन, सांस लेने में दिक्कत, डायरिया और मतली आदि।
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