कोको बटर के फायदे और नुकसान ( Cocoa butter ke fayde or nuksan ) : कोको बटर को अंग्रेजी में (Cocoa butter) कहते हैं। कोको की खेती मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका में की जाती है। कोको बटर बनाने के लिए एक बड़े कोकोआ के पेड़ से निकाले गए बीजों को भूना जाता है फिर उन बीजों की ऊपरी परत को हटाकर बीज के अंदर के फैट को अलग किया जाता है जिससे कोको बटर तैयार किया जाता है।
कोको बटर में पाए जाने वाले पोषक तत्व –
कोको बटर में ओलिक एसिड, पालमिटिक एसिड, स्टेरिक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, पॉलीफेनोल्स, कैलोरी, विटामिन E, विटामिन K, फैट, सैचुरेटेड फैटी एसिड, पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड आदि जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
कोको बटर के उपयोग का तरीका –
कोको बटर का मॉइस्चराइजर के रूप में, फटे होठों पर बाम के रूप में, धूप में निकलने से पहले त्वचा पर, रात को सोने से पहले चेहरे पर, केक बनाने में, खाने में मिलाकर एवं डार्क चॉकलेट बनाने में उपयोग किया जा सकता है।
कोको बटर के फायदे और नुकसान ( Advantages and disadvantages of Cocoa Butter in hindi )
कोको बटर त्वचा के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। कोको बटर का उपयोग सौंदर्य उत्पाद में, चॉकलेट बनाने, एवं अन्य खाद्य पदार्थों को बनाने में किया जाता है।
कोको बटर के फायदे ( Benefits of cocoa butter in hindi )
- कोको बटर का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है जिससे कई प्रकार की बीमारियों के खतरों से बचा जा सकता है। कोको बटर में पॉलीफेनोल्स (Polyphenols) की मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। इसके अलावा कोको बटर के उपयोग से हार्मोन का संतुलन बना रहता है जिससे मस्तिष्क का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है।
- कोको बटर के उपयोग से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है। कोको बटर में एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा पायी जाती है जो शरीर में मौजूद फ्री रैडिकल्स से लड़कर कैंसर की कोशिकाओं को विकसित होने से रोकने का कार्य करते हैं। इसके अलावा कोको बटर का सेवन करने से ट्यूमर के खतरों को भी कम किया जा सकता है।
- कोको बटर का सेवन करने से अल्जाइमर (Alzheimer- भूलने की बीमारी) एवं पार्किंसंस (Parkinson’s- नर्वस सिस्टम संबंधी रोग) जैसी बीमारी के खतरों को कम किया जा सकता है। कोको बटर में फाइटोकेमिकल्स एवं फ्लेवानोल्स की मात्रा पायी जाती है जिससे दिमाग की कोशिकाएं स्वास्थ्य रहती हैं। कोको बटर का नियमित रूप से सेवन करने से दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान से बचाया जा सकता है जिससे कई प्रकार की दिमागी बीमारी के खतरों से बचाव करने में मदद मिलती है।
- कोको बटर में एंटी-एजिंग प्रभाव पाए जाते हैं जिससे बढ़ती उम्र के अनचाहे प्रभावों को कम किया जा सकता है। कोको बटर में पाए जाने वाले गुण त्वचा में कसावट लाने का कार्य करते हैं जिससे जवां दिखने में मदद मिलती है। कोको बटर का सेवन करने से एजिंग के लक्षणों को घटाया जा सकता है।
- कोको बटर के इस्तेमाल से दांतों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। एक शोध के अनुसार कोको बटर दांतों को शुगर के कारण होने वाले नुकसान से बचा सकता है। कोको बटर कमजोर दांत एवं कैविटी की समस्या को दूर करने में बेहद सहायक माना जाता है।
- कोको बटर के इस्तेमाल से त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। कोको बटर में एंटी-ऑक्सीडेंट एवं मॉइस्चराइजिंग गुण पाए जाते हैं जिससे त्वचा मुलायम बनाने के साथ-साथ त्वचा के निशान भी मिटाये जा सकते हैं। कोको बटर के उपयोग से सूर्य की हानिकारक किरणों के प्रभावों को कम किया जा सकता है। कोको बटर को त्वचा पर लगाने से सनबर्न की समस्या से भी काफी राहत मिलती है।
- कोको बटर के इस्तेमाल से नाखून संबंधी संक्रमण के खतरों से बचा जा सकता है। कोको बटर में एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जिससे नाखून की सतह पर होने वाले संक्रमण के प्रभावों के रोकथाम में बहुत मदद मिलती है।
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कोको बटर के नुकसान ( Losses of cocoa butter in hindi )
- कोको बटर का अत्यधिक सेवन करने से सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है।
- छोटे बच्चों को कोको बटर का अत्यधिक सेवन करने से बचना चाहिए अन्यथा इसकी अधिक मात्रा से पेट में तेज दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- कोको बटर का अत्यधिक सेवन करने से हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। कोको बटर में सैचुरेटेड फैट्स पाए जाते हैं जिससे खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा में वृद्धि हो सकती है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर अनियंत्रित होने से हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
- कोको बटर के अत्यधिक सेवन से सिरदर्द एवं अनिद्रा की समस्या उत्पन्न हो सकती है। कोको बटर में कैफीन की मात्रा पायी जाती है जिससे नींद की गुणवत्ता में कमी आ सकती है।
- कोको बटर के अधिक इस्तेमाल से पेट में कब्ज, सीने में दर्द एवं मतली (जी घबराना) जैसी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है।
- कोको बटर का अत्यधिक सेवन करने से मोटापे की समस्या में वृद्धि हो सकती है। कोको बटर में फैट की अधिक मात्रा पायी जाती है जिसके कारण शरीर का वजन बढ़ सकता है।
- कोको बटर के अधिक इस्तेमाल से रक्त शर्करा में वृद्धि होती है जिससे मधुमेह जैसी बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। मधुमेह के रोगियों को कोको बटर के अधिक इस्तेमाल से बचना चाहिए।
- एलर्जी की समस्या वाले लोगों को कोको बटर का उपयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार कोको बटर के इस्तेमाल से कुछ लोगों को त्वचा संबंधी शिकायत भी हो सकती है। एलर्जी की समस्या से जूझ रहे लोगों को कोको बटर के इस्तेमाल से मुहांसे, खुजली, रशेस एवं जलन की समस्या से गुजरना पड़ सकता है।
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