दाल का पानी पीने के फायदे – Benefits of drinking Pulses water

6 Min Read
दाल का पानी पीने के फायदे - Benefits of drinking Pulses water

दाल का पानी पीने के फायदे ( Dal ka pani peene ke fayde ) : दाल का पानी पीने के कई फायदे है। दाल का पानी मूंग, टूर या किसी भी पौष्टिक दाल से बनाया जाता है जिसमें बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते है। दाल का पानी सामान्यतः छोटे बच्चों और कमजोर पाचन तंत्र वाले व्यक्तियों को पिलाने के लिए बनाया जाता है।

दाल के पानी में बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते है जो बच्चों में होने वाले कई रोगों को दूर करके उनको स्वस्थ रखने में मदद करते है। शिशु को छः माह के बाद दाल का पानी पिलाना बेहद फायदेमंद होता है।

दाल का पानी बनाने की विधि

दाल का पानी बनाने के लिए आवश्यकतानुसार मूंग दाल या टूर दाल लें और इसे अच्छी तरह धो लें। धो लेने के बाद दाल को 15 मिनट के लिए पानी में भिगों लें। अच्छी तरह भीग जाने के बाद दाल को कूकर में डालकर इसमें पानी डालें और इसके ऊपर एक चुटकी हल्दी और थोड़ा नमक डाल लें। दाल में पानी की मात्रा अधिक होनी चाहिए, जिसमें चार-पांच सीटी आ जाने के बाद इसे उतार लें और अच्छी छान लें। अब इस दाल के पानी को पिलाएं। दाल के पानी में कुछ दाल के दानों को मिलाकर भी पिलाया जा सकता है।

दाल का पीने के फायदे (Benefits of drinking Pulses water in hindi)

  • दाल का पानी बच्चों के शारीरिक विकास के लिए बेहद फायदेमंद होता है। दाल के पानी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है जिसे बच्चों को पीलाने से उनमें प्रोटीन की कमी पूरी हो जाती है। बच्चों को दाल का पानी पिलाने से उनमें प्रोटीन की कमी से होने वाली समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
  • दाल का पानी पीने से यह हड्डियों एवं मांसपेशियों को मजबूत रखने में मदद करता है। दाल के पानी में मौजूद पोटैशियम, कैल्शियम हड्डियों को मजबूत रखने और हड्डियों से संबंधित समस्याओं से सुरक्षा करने में मदद करता है। इसके अलावा दाल के पानी में मौजूद पोषक तत्व मांसपेशियों को मजबूत रखने में भी मदद करता है और शरीर को स्वस्थ और रोग मुक्त रखने में मदद करता है।
  • दाल का पानी बच्चों के पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है। दाल का पानी पिलाने से बच्चे इसे अच्छी तरह पचा लेते है जिससे पाचन संबंधी समस्याएं उत्पन्न नहीं होती है। छः महीने के बाद बच्चे को ठोस आहार की जगह दाल का पानी ही पीलाना चाहिए क्योंकि उस समय उनका पाचन तंत्र कमजोर होता है जिसकी वजह से वे ठोस आहार को अच्छी तरह नहीं पचा पाते। छः माह के बाद शिशु को दाल का पानी पिलाएं इससे उनका पाचन तंत्र स्वस्थ रहेगा।
  • दाल के पानी में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित रखने में मदद करता है। दाल का पानी पीने से यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करने के साथ-साथ दिल से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में भी मदद करता है। इसके अलावा दाल के पानी में मैग्नीशियम और फोलेट जैसे पोषक तत्व मौजूद होते है जो दिल और संपूर्ण शारीरिक विकास के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

जानें मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के घरेलू उपाय

  • दाल का पानी दस्त की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। बच्चों या बड़ो को दस्त लगने पर दाल का पानी पिलाना चाहिए यह शरीर में होने वाली पानी की कमी को पूरा करने में मदद करता है। दाल का पानी आसानी से पच जाता है जो दस्त और उससे होने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा दाल का पानी शरीर में होने वाली खून की कमी को दूर करने में भी मदद करता है। प्रतिदिन दाल का पानी पीने से खून में वृद्धि होती है जिससे खून से संबंधित रोगों से सुरक्षा मिलती है।
  • दाल का पानी मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। दाल के पानी में पाए जाने वाले पोषक तत्व रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करते है। मधुमेह के रोगियों को रोजाना दाल का पानी पीना चाहिए इससे मधुमेह में होने वाली समस्याएं दूर हो जाती है। इसके अलावा दाल का पानी गर्भवती महिलाओं के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। दाल का पानी पीना गर्भवती महिलाओं और उनके भ्रूण के विकास के लिए बेहद लाभदायक होता है।
  • दाल का पानी वजन को नियंत्रित रखने में भी मदद करता है। जो लोग बढ़ते वजन से परेशान है वे रोजाना दाल के पानी का सेवन करें क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है जिससे अधिक भोजन करने की आवश्यकता नहीं होती है। भोजन में दाल के पानी का रोजाना सेवन करने से वजन तुरंत कम हो जाता है जिससे शरीर तदुरूस्त और स्वस्थ्य रहता है।

जानें छींक आने के कारण और उपाय

Share this Article