डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार ( dengu bukhar ke lakshan va upchar ) : डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार कई होते हैं, डेंगू एक घातक रोग है जो एडीस एजिप्टी (Aedes aegypti) नामक प्रजाति के मच्छरों के काटने से फैलता है। डेंगू बुखार बहुत ही हानिकारक होता है जिनकी वजह से व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है। Dengue Symptoms in Hindi, Dengue Symptoms and cure in Hindi.
डेंगू बुखार एक प्रकार का वायरस होता है। जब मच्छर किसी डेंगू से पीड़ित रोगी को काटता है और वही मच्छर किसी अन्य स्वस्थ्य व्यक्ति को एक बार काट देता है तो स्वस्थ्य व्यक्ति भी डेंगू बुखार से ग्रस्त हो जाता है। डेंगू बुखार कई घरेलू उपचारों की सहायता से ठीक किया जा सकता है। डेंगू बुखार के लक्षण व उपचार की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –
डेंगू बुखार के लक्षण
डेंगू बुखार के लक्षण किशोरों एवं बच्चों में जल्द नहीं दिखाई देते परंतु कुछ समय के बाद व्यक्ति पर इसके लक्षण दिखाई दे सकते है। डेंगू बुखार शरीर में कई तरह के परिवर्तन और समस्याएं उत्पन्न कर देता है। डेंगू बुखार के लक्षण है –
- डेंगू मच्छर के काटने पर उसके लक्षण ज्यादातर 4 से 7 दिनों के भीतर दिखना शुरू हो जाते है इसके अलावा 3 से 14 दिन के भीतर भी इसके लक्षण देखे जा सकते है।
- डेंगू होने पर ब्लड प्रेशर निम्न हो जाता है जिससे हृदय की गति बहुत तेज हो जाती है।
- चेहरे पर गुलाबी दाने निकालना।
- शरीर के तापमान में वृद्धि होना।
- शरीर और चेहरे पर लाल दाने निकालना।
- आँखों में दर्द होने के साथ लाल होना।
- डेंगू होने पर जोड़ों में तेज दर्द उत्पन्न होता है।
- डेंगू बुखार के दौरान 104 डिग्री तक बुखार आता है।
- भूख न लगना।
- सिरदर्द
- ठंड लगना
बच्चों में डेंगू के लक्षण
बच्चों में डेंगू के लक्षण जल्द दिखाई नहीं देते क्योंकि डेंगू बुखार भी अन्य बुखार की तरह होता है। बच्चों में डेंगू का प्रमुख लक्षण हल्का बुखार होता है। एडीज मच्छर के काटने पर बच्चों में डेंगू के लक्षण 4 दिनों या 2 हफ्तों में दिखाई दे सकते है। बच्चों में डेंगू के लक्षण है-
- 2 से 7 दिनों में फ्लू होना
- 40°C / 104°F टेंपरेचर तेज बुखार
- तेज सिरदर्द
- आँखों में दर्द
- उल्टी आना
- जी मिचलाना
- ग्रंथियों में सूजन
- हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द
- गंभीर लक्षणों में खून की उल्टी, तेज सांस आना, बेचैनी और शरीर टूटना जैसे लक्षण दिखायी दे सकते है।
डेंगू बुखार के कारण क्या है ?
डेंगू बुखार के उपचारों को जानने से पहले डेंगू बुखार के कारण क्या है यह जान लेना आवश्यक है। डेंगू के चार वायरस होते है – डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4। डेंगू से संक्रमित किसी व्यक्ति को काटने से यह वायरस मच्छर के भीतर चला जाता है और जब यह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो यह वायरस स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर लेता है जिससे वह भी डेंगू बुखार की चपेट में आ जाता है। एक बार जब कोई व्यक्ति डेंगू बुखार का शिकार बन जाता है तो वह विशिष्ट वायरस से विशेष एंटीबॉडी बन जाती है और बाकी तीन प्रकार के वायरस से वह कुछ समय के लिए सुरक्षित रहता है परंतु हमेशा के लिए नहीं।
डेंगू बुखार के उपचार ( Dengue Fever treatment in hindi )
- डेंगू बुखार के उपचार में नीम को शामिल किया जा सकता है, नीम बहुत ही गुणकारी होता है जिसका इस्तेमाल कई तरह की आयुर्वेदिक औषधियाँ बनाने के लिए किया जाता है। डेंगू बुखार होने पर शरीर में प्लेटलेट्स और सफेद रक्त कोशिकाओं में कमी होने लगती है, नियमित रूप से नीम के पत्तों के रस का सेवन करने से नीम शरीर में प्लेटलेट्स और सफेद रक्त कोशिकाओं में वृद्धि करता है जिससे शरीर में डेंगू के वायरस से लड़ने में मदद मिलती है।
- पपीता डेंगू बुखार के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है, पपीते के पत्तों में ऐसे तत्व मौजूद होते है जो डेंगू के उपचार के लिए काफी असरदार माने जाते है। डेंगू बुखार से पीड़ित होने पर अपने डॉक्टर से सलाह लेकर पपीते के पत्तों के रस का सेवन करें इससे लाभ होगा।
- गिलोय का इस्तेमाल डेंगू बुखार के उपचार के लिए किया जा सकता है, गिलोय एक बहुत ही गुणकारी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने में काफी सहायक होती है। डेंगू बुखार से ग्रसित रोगियों को गिलोय का रस या गिलोय की जड़ का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए इससे डेंगू बुखार ठीक होने में मदद मिलती है।
- डेंगू बुखार के उपचार के लिए तुलसी को लिया जा सकता है, तुलसी में एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी वायरस जैसे गुण मौजूद होते है जो बुखार से पीड़ित डेंगू के रोगियों के लिए लाभदायक होते है। डेंगू बुखार होने पर तुलसी की पत्तियों को खाएं या तुलसी के पत्तों का रस निकालें और उसका पानी बनाए। नियमित रूप से इस पानी को पीते रहे इससे काफी फायदा होगा।
- डेंगू बुखार से निजात पाने के लिए जौ का उपयोग लाभकारी माना जाता है, जौ ऐसे तत्वों से भरपूर होता है जो शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या में वृद्धि करने में बेहद मददगार होते है। डेंगू बुखार होने पर जौ घास का सेवन करें इससे काफी अच्छे परिणाम देखे जा सकते है।
- एलोवेरा डेंगू बुखार के रोगियों के लिए हितकारी है, एलोवेरा पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो शरीर को रोगों से सुरक्षित रखने के साथ शरीर को चुस्त रखने में भी मदद करता है। डेंगू बुखार के दौरान एलोवेरा के रस को पानी मिलाकर पीने से काफी फायदा होता है।
- डेंगू बुखार से छुटकारा दिलाने में चुकंदर सहायक है, चुकंदर में एंटी ऑक्सीडेंट्स की उचित मात्रा पायी जाती है जो शरीर को रोगों से सुरक्षित रखने में बहुत कारगर होता है। चुकंदर का सेवन करने या चुकंदर के रस का सेवन करने से डेंगू बुखार दूर होने में मदद मिलती है। इसके अलावा पके कद्दू के रस के साथ शहद मिलाकर पीने से भी डेंगू बुखार ठीक हो जाता है।
- नारियल पानी डेंगू बुखार को दूर करने में मददगार होता है, नारियल पानी में बहुत से मिनरल्स और खनिज पाए जाते है जो शरीर स्वस्थ्य रखने में मदद करते है। प्रतिदिन नारियल पानी पीने से डेंगू बुखार को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा संतरे का जूस पीने से भी डेंगू बुखार को खत्म किया जा सकता है।
- डेंगू बुखार के उपचार में मेथी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, मेथी के पत्ते के उपयोग से डेंगू बुखार को जल्द ही ठीक किया जा सकता है। मेथी के पत्तों का सेवन करने से डेंगू बुखार को जल्द ही ठीक करने के साथ डेंगू के अन्य लक्षणों को भी खत्म किया जा सकता है।