एकांगवीर रस का उपयोग, लाभ एवं दुष्प्रभाव – Ekangveer Ras

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Ekangveer ras uses in hindi

Ekangveer ras uses in hindi (एकांग वीर रस) में Ekangveer ras से संबंधित सभी जानकारियां शामिल है। Ekangveer ras एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बिना डॉक्टर के पर्चे के भी उपयोग में लाया जा सकता है। Ekangveer ras बहुत से प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका इस्तेमाल मुख्यतः लकवा के उपचार के लिए किया जाता है। Ekangveer ras की निर्धारित खुराक के सेवन से बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते है। Ekangveer ras की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है। Ekangveer ras uses in hindi की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –

एकांग वीर रस के घटक | Ekangveer ras ingredients in hindi

एकांग वीर रस के घटक है –

  • चित्रक
  • आंवला
  • भृंगराज
  • धतूरा
  • कुश्ता
  • काली मिर्च
  • त्रिफला
  • त्रिकटु
  • अदरक
  • पिप्पली
  • बंग भस्म
  • अभ्रक भस्म
  • लौह भस्म
  • शुद्ध गंधक
  • रस सिंदूर
  • ताम्र भस्म
  • नाग भस्म

एकांग वीर रस की सेवन विधि | Ekangveer ras uses in hindi

  1. एकांग वीर रस के बेहतर  परिणामों के लिए एकांग वीर रस की निर्धारित खुराक का सेवन करना जरुरी  होता है।
  2. एकांग वीर रस का उपयोग वयस्क और बुजुर्गों के लिए है।
  3. एकांग वीर रस की खुराक दिन में कभी भी ली जा सकती है।
  4. एकांग वीर रस का सेवन गुनगुने पानी के साथ किया जाना चाहिए।
  5. वयस्कों और बुजुर्गों को एकांग वीर रस की अधिकतम 375mg की मात्रा का सेवन करना चाहिए।
  6. एकांग वीर रस की खुराक दिन में दो बार ली जा सकती है।
  7. एकांग वीर रस की सेवन अवधि व्यक्ति के स्वास्थ्य के अनुसार तय की जाती है।

एकांग वीर रस के फायदे और नुकसान | Ekangveer ras benefits and side effects in hindi

एकांग वीर रस के फायदे (Ekangveer ras benefits in hindi)

लकवा

एकांग वीर रस लकवा के रोगियों के लिए फायदेमंद है। लकवा को पैरालिसिस भी कहा जाता है जो मस्तिष्क तंत्रिका तंत्र और रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करने वाली एक बीमारी है। भ्रमित रहना, शरीर के भागों का सुन्न पड़ जाना, सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ, व्यवहार में बदलाव लकवा के मुख्य लक्षण है। एकांग वीर रस को लकवा के इलाज के लिए काफी प्रभावी माना जाता है। एकांग वीर रस की निर्धारित खुराक के  इस्तेमाल से लकवा की समस्या से निजात पाया जा सकता है।

साइटिका

साइटिका के इलाज के लिए एकांग वीर रस को हितकारी माना जाता है। साइटिका एक तंत्रिका तंत्र से जुड़ी परेशानी है जो मुख्यतः रीढ़ की हड्डी के साथ कूल्हों और नितंबो को प्रभावित करता है। एकांग वीर रस को साइटिका से छुटकारा पाने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है। साइटिका होने पर एकांग वीर रस का नियमित रूप से सेवन करें इससे फायदा होगा।

चेहरे का लकवा

एकांग वीर रस के फायदे चेहरे के लकवा के इलाज के लिए है। चेहरे की मांसपेशियों कार्यक्षमता में कमी होने को लकवा कहा जाता है। चेहरे की नसों में सूजन, लालिमा, हंसने, बोलने और मुंह से किसी भी प्रकार की क्रिया करने पर परेशानी होना लकवा के मुख्य लक्षण है। एकांग वीर रस में ऐसे तत्व पाए जाते है जो चेहरे के लकवा के लक्षणों को कम करने में मदद करते है। नियमित रूप से एकांग वीर रस का सेवन करने से चेहरे के लकवा को ठीक किया जा सकता है।

जानें सूतशेखर रस के फायदे – Benefits of Sutshekhar Ras in hindi। 

एकांग वीर रस के नुकसान (Ekangveer ras side effects in hindi)

एकांग वीर रस की सेवन विधि (Ekangveer ras uses in hindi) जान लेने के अलावा एकांग वीर रस के नुकसान भी जान लें। एकांग वीर रस एक आयुर्वेदिक दवा है जिसके दुष्प्रभाव नहीं देखे जाते है और जैसा की विधित ही है कि यह निश्चित रोग के लिए इस्तेमाल की जाती है इसीलिए इसका उपयोग अन्य समस्याओं के लिए नहीं किया जाता है। एकांग वीर रस का गलत और आवश्यकता से अधिक सेवन करने से एकांग वीर रस के हानिकारक प्रभाव देखे जा सकते है। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को एकांग वीर रस के सेवन से पहले डॉक्टर के परामर्श लेना चाहिए। एकांग वीर रस को बच्चों की पहुंच से दूर रखे यह बच्चों के लिए हानिकारक है। किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरन एकांग वीर रस का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

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