गोधन अर्क पीने के फायदे और नुकसान ( Godhan Ark pine ke fayde aur nuksan ) : गौ मूत्र से निकाले जाने वाले अर्क को गोधन अर्क कहा जाता हैं, जो स्वाद में कसैला, कड़वा और तीखा लगता है। गोधन अर्क की प्रकृति गर्म होती है एवं गोधन अर्क में भोजन को आसानी से पचाने वाले और भूख को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं।
गोमूत्र और गोधन अर्क दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं, गोमूत्र और गोधन अर्क के गुणों में कोई अंतर नहीं होता है लेकिन आप गोधन अर्क को काफी लम्बे समय तक स्टोर करके सुरक्षित रख सकते हैं। लगभग सात लीटर गाय के मूत्र में से करीब एक लीटर के आस पास अर्क निकलता है, जिसे बोतलों में डालकर बेचा जाता है। Benefits and harms of drinking Godhan Ark in hindi.
गोधन अर्क पीने के फायदे और नुकसान ( Benefits and Harms of Godhan Ark in hindi )
godhan ark ke fayde – आयुर्वेद में गौ मूत्र को अनेक रोगों के उपचार के लिए दिव्य औषधि माना जाता है। गौ मूत्र का केवल औषधीय रूप में ही इस्तेमाल नहीं किया जाता हैं बल्कि धार्मिक रूप से भी गाय के दूध और गोमूत्र का एक महत्वपूर्ण स्थान हैं। गोधन अर्क का इस्तेमाल कैंसर सहित कई बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से गोधन अर्क पीने के फायदे और नुकसान के बारे में।
गोधन अर्क बनाने की विधि
गोधन अर्क को बनाने के लिए भट्ठी पर एक बड़ा मटका गोमूत्र से भरकर रख दिया जाता है। भट्ठी के ताप से गर्म होते गोमूत्र को वाष्प के जरिए बाहर निकालने के लिए मटके में एक ओर से छोटा सा सुराग बनाया जाता है और उसे पाइप के माध्यम से एक बर्तन में छोड़ दिया जाता है। जिस कारण एक-एक बूंद बर्तन में जमा होती रहती है, जिसे गोधन अर्क कहा जाता है।
गोधन अर्क पीने के फायदे ( Benefits of Godhan Ark in hindi )
- कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए भी गोधन अर्क पीना फायदेमंद होता हैं। दरअसल शरीर में करक्यूमिन नामक तत्व की कमी, कैंसर रोग के विकसित होने का कारण बनती हैं। वहीं गोधन अर्क में करक्यूमिन की भरपूर मात्रा पायी जाती हैं, जो गले के कैंसर, फूड पाइप के कैंसर और पेट के कैंसर से बचाव करने में सहायक होती है।
- अस्थमा से पीड़ित रोगियों के लिए भी गोधन अर्क पीना लाभकारी होता है। अगर गोधन अर्क का नियमित रूप से रोजाना सुबह खाली पेट सेवन किया जाये तो यह अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करता हैं। इसके अलावा दांत दर्द एवं पायरिया में गोधन अर्क से कुल्ला करने से फायदा मिलता हैं।
- गोधन अर्क में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो गले में होने वाले संक्रमण जैसे खराश आदि को दूर करने में सहायक होते हैं। इसके लिए आप एक चम्मच गोधन अर्क को हल्का गर्म कर लें और इसमें एक चम्मच शहद एवं एक चुटकी हल्दी पाउडर को अच्छी तरह मिलाएं। अब इस मिश्रण से 1-2 मिनट के लिए गरारे करें।
- रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी गोधन अर्क पीना लाभकारी होता हैं। दरअसल गोधन अर्क में तांबे का अंश होता है, जो शरीर में स्वर्ण तत्व में परिवर्तित हो जाता है, जिस कारण रोगों की लड़ने की क्षमता में बढ़ोतरी होती हैं। इसके अलावा गोधन अर्क का सेवन, शरीर को सामान्य बुखार जैसे सर्दी-खांसी और जुकाम आदि से बचाता हैं।
- गोधन अर्क में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर, मधुमेह को सामान्य रखने में मदद करते हैं और मधुमेह रोग से बचाव करने में सहायक होते है इसलिए कहा जा सकता है कि मधुमेह रोगियों के लिए गोधन अर्क पीना फायदेमंद हो सकता है।
- वजन को कम करने के लिए भी गोधन अर्क का सेवन किया जाता है। इसके लिए आप एक गिलास पानी में चार बूंद गोधन अर्क के साथ 1 चम्मच नींबू का रस और 2 चम्मच शहद मिलाकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण का नियमित रूप से खाली पेट सेवन करने से वजन कम होने लगता हैं।
- शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए भी गोधन अर्क पीना लाभकारी होता हैं। दरअसल गोधन अर्क में आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में खून की कमी को पूरा करने में मदद करते है और एनीमिया रोग से बचाव करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा किडनी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए भी गोधन अर्क का रोजाना खाली पेट सेवन करना चाहिए।
- गोधन अर्क में पाचन एंजाइम पाए जाते हैं, जो पाचन में सुधार कर, भोजन को अच्छे से पचाने कार्य करते हैं और पाचन तंत्र को स्वस्थ व मजबूत बनाएं रखने में सहायक होते हैं। इसके अलावा गोधन अर्क का सेवन कब्ज, अपच और गैस जैसी अन्य पेट समस्याओं को भी दूर करता हैं। इसके लिए आप रोजाना सुबह खाली पेट गोधन अर्क के साथ नींबू का रस और नमक मिलाकर पी सकते हैं।
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गोधन अर्क पीने के नुकसान ( Harms of Godhan Ark in hindi )
- गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गोधन अर्क का सेवन करने से पहले डॉक्टर से राय लेनी चाहिए।
- गोधन अर्क की प्रकृति गर्म होने के कारण गोधन अर्क का सेवन गर्मियों के दिनों में कम करना चाहिए।
- अगर कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करता हैं तो यह व्यक्ति गोधन अर्क का सेवन करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।
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पतंजलि गोधन अर्क सेवन विधि
पतंजलि गोधन अर्क सेवन विधि ( patanjali godhan ark sevan vidhi ) बहुत ही समय होती है पतंजलि गोधन अर्क के सेवन के लिए 5 से 10 ml गोधन अर्क एक गिलास पानी में मिलाकर खाने से पहले अर्थात खाली पेट लेना चाहिए और इसके कम से कम 1 घण्टे बाद ही भोजन करना चाहिए।
आप किसी भी ब्रांड का के गोधन अर्क का सेवन ऐसे ही कर सकते हैं या उस प्रोडक्ट पर लिखे हुए निर्देशानुसार इसका सेवन कर सकते हैं।