गुड़ और सोंठ के फायदे और नुकसान ( gud aur sonth ke fayde aur nuksan ) : गुड़ व सोंठ दोनों ही हमारी अच्छी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। सदियों से गुड़ और सोंठ का इस्तेमाल स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए भी किया जाता है। गुड़ व सोंठ की तासीर गर्म होती है इसलिए गुड़ व सोंठ का अधिक सेवन सर्दियों में किया जाता है। दरअसल गुड़ और सोंठ में पाए जाने वाले पोषक तत्व व औषधीय गुण, अच्छी सेहत के साथ शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।
गुड़ व सोंठ का एक साथ सेवन करने से यह एक शक्तिशाली मिश्रण बन जाता है जो अच्छी सेहत के साथ कई बीमारियों से बचाव करने में सहायक होता है। इसके अलावा बीमारी की अवस्था में यह मिश्रण, बीमारी के लक्षणों कम करने में मदद करता है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता हैं।
लेकिन गुड़ व सोंठ का अधिक मात्रा में सेवन, कुछ शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है इसलिए गुड़ व सोंठ का एक साथ सेवन करने से पहले, आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से गुड़ और सोंठ के फायदे और नुकसान के बारे में।
गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व
गुड़ में ऊर्जा, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, जिंक, मैंगनीज, आयरन, सोडियम और विटामिन-सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते है। इसके अलावा गुड़ में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-टॉक्सिन जैसे कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
सोंठ में पाए जाने वाले पोषक तत्व
सोंठ में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर आयरन, सोडियम, पोटेशियम और विटामिन-सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा सोंठ में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
गुड़ और सोंठ के फायदे (Benefits of Jaggery and Dry Ginger in hindi)
पाचन स्वास्थ्य के लिए
पेट में गैस बनना और पाचन क्रिया से जुड़ी अन्य समस्याओं को दूर करने के गुड़ व सोंठ का सेवन लाभदायक होता है। रात को खाना खाने के बाद गुड़ और सोंठ का सेवन, शरीर में डाइजेस्टिव एजेंट के रूप में कार्य करता है। जो पाचन क्रिया में सुधार कर, पाचन तंत्र को मजबूत बनाये में सहायक होता है।
सर्दी-जुकाम को ठीक करने के लिए
सर्दी के दिनों में या सर्दी होने पर गुड़ व सोंठ का सेवन अमृत के समान होता है। गुड़ और सोंठ की तासीर गर्म होने के कारण यह सर्दी-जुकाम व खांसी को दूर करने के साथ कफ और गले की खराश को भी दूर करने में सहायक होते है। इसके लिए आप सोंठ वाली चाय में गुड़ का प्रयोग कर सेवन कर सकते हैं।
जोड़ों की दर्द को दूर करने के लिए
जोड़ों में दर्द की समस्या होने पर गुड़ व सोंठ का सेवन करना काफी लाभदायक सिद्ध होता है। सोंठ में एंटी-इंफ्लेमटरी गुण पाए जाते हैं, जो जोड़ों की दर्द के दौरान होने वाली सूजन को भी दूर करने में सहायक होते हैं। प्रतिदिन गुड़ के एक टुकड़े के साथ सोंठ खाने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
त्वचा स्वास्थ्य के लिए
त्वचा की सेहत के लिए भी गुड़ और सोंठ का सेवन फायदेमंद होता है। दरअसल गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्व, रक्त में मौजूद हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर, त्वचा की सफाई करने में सहायक होते है। इसके अलावा गुड़ का सेवन, रक्त संचार को बेहतर करने का कार्य करता है, जिससे आपकी त्वचा ग्लो करने लगती है। इसके अलावा सोंठ में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल जैसे कई गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा संक्रमण से बचाव करने में मदद करते है।
एनीमिया रोग से बचाव के लिए
शरीर में आयरन की कमी, खून की कमी का कारण बनती है। वहीं गुड़ और सोंठ में आयरन की उच्च मात्रा पायी जाती है, जो शरीर में आयरन की कमी को पूरा कर, खून की कमी को दूर करती है और एनीमिया रोग से बचाव करने में सहायक होती है।
पीलिया रोग
पीलिया के दौरान, पीलिया के लक्षणों को कम करने के लिए गुड़ और सोंठ का सेवन फायदेमंद होता है। इसके लिए पीलिया से पीड़ित व्यक्ति को पांच ग्राम सोंठ में दस ग्राम गुड़ मिलाकर एक साथ सेवन करना है। यह पीलिया के लक्षणों को कम करने में काफी मदद करता है और पीलिया रोग से बचाव करने में सहायक होता है।
मासिक धर्म के दौरान
महिलाओं को मासिक धर्म की समस्याओं में राहत देने के लिए भी गुड़ और सोंठ काफी फायदेमंद होता है। मासिक धर्म के दौरान गुड़ और सोंठ का सेवन करने से, मासिक धर्म में होने वाली पेट दर्द और ऐंठन जैसी हर तरह की तकलीफ में राहत मिलती है।
वजन को कम करने के लिए
सोंठ में वजन कम करने वाले गुण मौजूद होते हैं, जो वजन को कम करने में सहायक होते है। रोजाना सुबह खाली पेट 1 कप गर्म पानी में ½ छोटा चम्मच सोंठ पाउडर मिलाकर पीने से वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके अलावा नियमित रूप से गुड़ खाने से मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है जिससे वजन काबू में रहता है।
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गुड़ और सोंठ के नुकसान (Harms of Jaggery and Dry Ginger in hindi)
- गुड़ व सोंठ की तासीर गर्म होती है इसलिए अधिक मात्रा में गुड़ व सोंठ का सेवन, मासिक धर्म के दौरान अतिरिक्त रक्तस्राव का कारण बन सकता है।
- यदि कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करता है। तो वह व्यक्ति गुड़ व सोंठ का सेवन करने से पहले, अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- गुड़ व सोंठ का अधिक मात्रा में सेवन, पेट की जलन, ऐंठन और दस्त की समस्या का कारण बन सकता है।
- गुड़ और सोंठ की तासीर गर्म होती हैं इसलिए गर्भावस्था दौरान गुड़ व सोंठ का सेवन करने से पहले, अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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