हल्दी और सोंठ के फायदे ( haldi aur sonth ke fayde ) : हल्दी और सोंठ के फायदे कई होते है। हल्दी (Turmeric) और सोंठ (Dry Ginger Powder) एक बहु उपयोगी मसाले हैं जिसका उपयोग कई प्रकार के व्यंजनों को बनाने के लिए किया जाता है। हल्दी और सोंठ में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनका इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है। हल्दी प्राकृतिक रूप से उगाई जाती है तथा सोंठ अदरक को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर बनाया जाता है।
हल्दी और सोंठ शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। हल्दी और सोंठ में बहुत से पोषक तत्व और गुण पाए जाते हैं जो शरीर को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रखकर शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। हल्दी तथा सोंठ की तासीर गर्म होती है। हल्दी और सोंठ दोनों की तासीर गर्म होने के कारण इनका कम मात्रा में ही सेवन करना चाहिए क्योंकि अधिक मात्रा में सेवन करने से यह शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
हल्दी और सोंठ में पाए जाने वाले पोषक तत्व
हल्दी – हल्दी में कई तरह के पोषक तत्व जैसे – प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, आयरन, सोडियम, कॉपर एवं जिंक पाया जाता है। इसके अलावा हल्दी में विटामिन-सी, विटामिन के, विटामिन ई, विटामिन बी-6 जैसे कई विटामिन पाए जाते हैं।
सोंठ – सोंठ में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सोडियम, जिंक, कॉपर, मैग्नीशियम, सेलेनियम, विटामिन सी, थायमिन, विटामिन बी-6, विटामिन बी-12, विटामिन के और लिपिक एसिड आदि।
हल्दी और सोंठ की खेती
हल्दी – भारत में हल्दी की सबसे अधिक खेती आंध्र प्रदेश में की जाती है इसके अलावा हल्दी की खेती उत्तराखंड, ओडिशा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल, पश्चिम बंगाल, मेघालय, गुजरात एवं असम आदि राज्यों में की जाती है
सोंठ – सोंठ अदरक से निर्मित होता है और अदरक की खेती अधिकांशतः गर्म क्षेत्रों में ही की जाती है। अदरक की खेती विश्व भर में व्यापक रूप से की जाती है जो भारत, नाइजीरिया, कैरेबियन देशों और चीन में की जाती है।
हल्दी और सोंठ के फायदे (Benefits of Turmeric and Sonth in hindi)
- हल्दी और सोंठ का सेवन जुकाम में बहुत ही फायदेमंद होता है क्योंकि हल्दी और सोंठ की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन सर्दी-जुकाम की समस्या से निजात पाने के लिए किया जाता है। जुकाम की समस्या को ठीक करने के लिए हल्दी और सोंठ का काढ़ा बनाकर पीने से जुकाम तुरंत ठीक हो जाता है। इसके अलावा हल्दी और सोंठ का काढ़ा पीने से बार-बार खासी की समस्या को भी दूर किया जा सकता है।
- हल्दी और सोंठ का सेवन करने से यह बुखार, बदन दर्द और सिरदर्द की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। बुखार, बदन दर्द और सिरदर्द होने के दौरान हल्दी और सोंठ का सेवन करें इससे यह समस्याएं ठीक हो जाती है। इसके अलावा हल्दी और सोंठ का सेवन करने से रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है। हल्दी और सोंठ में बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर शरीर को संक्रमण एवं बैक्टीरिया से होने वाले रोगों से सुरक्षा करने में मदद करते हैं।
- हल्दी और सोंठ का सेवन करने से अपच और उल्टी-दस्त की समस्या को ठीक किया जा सकता है। बार-बार अपच और उल्टी-दस्त की समस्या को दूर करने के लिए हल्दी और सोंठ का सेवन करना फायदेमंद होता है। अपच और उल्टी-दस्त को ठीक करने के लिए हल्दी और सोंठ दोनों के चूर्ण का काढ़ा बनाकर पीने से यह समस्या ठीक हो जाती है। काढ़े के अलावा हल्दी और सोंठ के चूर्ण को पानी के साथ पीने से भी यह समस्या ठीक हो जाती है।
- हल्दी और सोंठ का सेवन करने से यह पेट में दर्द और पेट में जलन की समस्या को ठीक करने में बेहद फायदेमंद होता है। हल्दी और सोंठ पाउडर की थोड़ी सी मात्रा लेकर इसे पानी के साथ पीए इससे पेट की जलन और पेट दर्द की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा पेट में गैस की समस्या को दूर करने के लिए भी हल्दी का सेवन बेहद फायदेमंद होता है।
- हल्दी और सोंठ का सेवन कैंसर जैसे घातक रोगों से लड़ने के लिए किया जाता है। हल्दी और सोंठ में एंटी-कैंसर गुण मौजूद होते हैं कोलन कैंसर व प्रोस्टेट कैंसर आदि से लड़ने में मदद करते हैं। इसके अलावा हल्दी और सोंठ रक्त को प्यूरीफाई करके रक्त संबंधी रोगों से सुरक्षा करने में बेहद फायदेमंद होते है।
- हल्दी और सोंठ दाँतों के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं, हल्दी में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण मौजूद होते है जो दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ्य रखने में मदद करते हैं। हल्दी का सेवन करने या हल्दी और नमक को दांतों में हल्के हाथों से मलने से दांतों में कैविटी, दांत दर्द और मसूड़े फूलने की समस्या नहीं होती है।
- हल्दी और सोंठ माइग्रेन से पीड़ित लोगों के लिए भी फायदेमंद होता है। एक शोध के अनुसार यह अनुमान लगाया गया है कि सोंठ माइग्रेन में दी जाने वाली दवाओं के बराबर प्रभावशाली होती है इसलिए अधिकांश माइग्रेन के रोगियों को सोंठ का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा हल्दी और सोंठ का नियमित रूप से सेवन करना वजन घटाने में भी मदद करता है।
- हल्दी और सोंठ का सेवन मस्तिष्क के लिए बेहद फायदेमंद होता है। हल्दी और सोंठ में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते है जो संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली व याददाश्त को मजबूत बनाने के साथ-साथ मस्तिष्क की कार्यक्षमता में वृद्धि करने में मदद करते हैं। इसके अलावा हल्दी और सोंठ इम्युनिटी को बढ़ाने में भी मदद करते है। हल्दी और सोंठ या हल्दी वाला दूध पीना शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
जानें हल्दी के फायदे और नुकसान – Turmeric और सौंठ के फायदे और नुकसान – Saunth।