हिमालय यष्टिमधु के फायदे और नुकसान ( Himalaya Yashtimadhu ke fayde aur nuksan ) हिमालय यष्टिमधु एक आयुर्वेदिक दवा है। यष्टिमधु एक झाड़ीनुमा पौधा होता है जिसे मुलहठी या मुलेठी भी कहा जाता है। यष्टिमधु (मुलहठी या मुलेठी) को अंग्रेजी में Liquorice (लिकोरिस) के नाम से जाना जाता है।
यष्टिमधु को जेष्टमधु, अतिमधुरम, मलहठी, मीठी लकड़ी, जेठीमधु, मधुक क्लीतक आदि नामों से भी जाना जाता है। यष्टिमधु का सेवन गले और पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिये किया जाता है।
हिमालय यष्टिमधु टैबलेट में सामग्री
हिमालय यष्टिमधु टैबलेट में प्रमुख सामग्री यष्टिमधु यानी की मुलेठी होती है।
हिमालय यष्टिमधु टैबलेट के उपयोग का तरीका
हिमालय यष्टिमधु टैबलेट के उपयोग का तरीका यह है कि आप हिमालय यष्टिमधु की 1 से 2 गोली रोजाना ले सकते हैं, ज्यादा अच्छा होगा की आप अपने चिकित्सक के निर्देशानुसार ही इसका सेवन करें।
हिमालय यष्टिमधु के फायदे और नुकसान (Benefits and Harms of Himalaya Yashtimadhu in hindi)
हिमालय यष्टिमधु के फायदे ( Benefits of Himalaya Yashtimadhu in hindi )
यष्टिमधु यानी कि मुलेठी गले से जुड़ी समस्याएं जैसे सर्दी, जुकाम, खांसी, गले में दर्द आदि की समस्या से निदान दिलाने में कारगर दवा है। साथ ही यष्टिमधु पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज, गैस, अपच, एसिडिटी, पेट के अल्सर आदि की समस्या को ठीक कर अन्य पेट सम्बंधित विकारों से भी पेट को सुरक्षित रखती है।
यष्टिमधु (मुलेठी) एक आयुर्वेदिक औषधि है जो मुंह के छाले, खांसी, पित्त दोष, नाक बहना, जुकाम, बैठा गला आदि को सही करने में एक गुणकारी दवा है। मुलेठी सिर दर्द, माइग्रेन, कान सम्बन्धी रोगों को दूर करने में भी कारगर दवा है।
हिमालय यष्टिमधु के नुकसान ( Harms of Himalaya Yashtimadhu in hindi )
हिमालय यष्टिमधु एक आयुर्वेदिक औषधि है इसलिए इसके सेवन से नुकसान तो नहीं होते हैं लेकिन कुछ लोगों की एलर्जी की समस्या हो सकती है या जो लोग कोई खास प्रकार की दवा का सेवन करते हैं तो वह डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें।
जैसे सारस्वतारिष्ट के फायदे और नोनी प्रीमियम सिरप के फायदे।