कलौंजी और शहद के फायदे और नुकसान ( kalonji aur shahad ke fayde aur nuksan ) : कलौंजी एक प्रकार का बीज है, जिसका इस्तेमाल भारत में मसाले के रूप में किया जाता है। इसके अलावा कई प्रकार से कलौंजी का सेवन किया जा सकता है। कलौंजी को अंग्रेजी में (Nigella Sativa) कहा जाता है और कलौंजी की तासीर गर्म होती है। कलौंजी का उपयोग खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए भी किया जाता है।
शहद एक स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है जिसे हम कई प्रकार से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। शहद को अंग्रेजी में honey कहा जाता है और शहद की तासीर गर्म होती है। शहद का सेवन स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए भी किया जाता है। शहद का सेवन अच्छी सेहत के साथ कई शारीरिक बीमारियों को दूर कर, शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी किया जाता है।
कलौंजी और शहद के फायदे और नुकसान (Benefits and Harms of Nigella seeds and Honey in hindi)
इसके अलावा बात करें कलौंजी और शहद के फायदे कि तो, आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली के अनुसार, कलौंजी में शहद मिलाकर यह एक शक्तिशाली मिश्रण बन जाता है, जो अच्छी सेहत के साथ कई शारीरिक बीमारियों के लक्षणों को कम करने व उनसे बचाव करने में मदद करता है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। लेकिन कलौंजी और शहद का अधिक मात्रा में सेवन कुछ शारीरिक समस्याओं का कारण भी बन सकता है इसलिए कलौंजी और शहद का सेवन करने से पहले, आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से कलौंजी और शहद के फायदे और नुकसान के बारे में।
कलौंजी में पाए जाने वाले पोषक तत्व
कलौंजी में प्रोटीन, एनर्जी, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, सोडियम, कैल्शियम, फाइबर और पोटेशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
शहद में पाए जाने वाले पोषक तत्व
शहद में मुख्य रुप से फ्रक्टोज पाया जाता है। इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट, राइबोफ्लेविन, नायसिन, विटामिन बी-6, विटामिन-सी के साथ अमिनो एसिड भी पाए जाते हैं।
कलौंजी और शहद के फायदे
पाचन स्वास्थ्य के लिए
कलौंजी और शहद में फाइबर की उच्च मात्रा पायी जाती हैं, जो पाचन में सुधार कर, भोजन को अच्छे से पचाने का कार्य करती है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखने में सहायक होती है। इसके लिए आप आधा चम्मच कलौंजी पाउडर में 2 चम्मच शहद को मिलाकर, इस मिश्रण का रोजाना सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ सेवन करें।
मलेरिया रोग से बचाव के लिए
कलौंजी और शहद में पाए जाने वाले पोषक तत्व, मलेरिया के लक्षणों को कम करने में मदद करते है। इसके लिए आप आधा चम्मच पीसी हुई कलौंजी में एक चम्मच शहद को मिलाकर चाटें। यह मलेरिया के बुखार को ठीक करने में सहायक होता है।
पथरी की समस्या को दूर करने के लिए
पथरी की समस्या को दूर करने के लिए 250 ग्राम कलौंजी के बीजों को पीसकर 125 ग्राम शहद के साथ मिला लें और फिर इसमें आधा कप पानी के साथ आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिला लें। इस मिश्रण का नियमित रूप से खाली पेट सेवन करने से पथरी गलकर पेशाब के रास्ते भर निकल आती है।
त्वचा स्वास्थ्य के लिए
त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी कलौंजी और शहद का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। इसके लिए आप कलौंजी के बीजों को बारीक पीसकर शहद में मिला लें और इसमें थोड़ा गुलाब जल डालकर लेप बना लें। अब इस लेप को रात को सोने से पहले अपनी त्वचा पर लगाएं और सुबह उठकर ठंडे पानी से धो लें। ऐसा करने से आपके चेहरे के कील मुंहासें एक हफ्ते में ही दूर हो जायेंगें।
हिचकी को रोकने के लिए
एक ग्राम पीसी हुई कलौंजी को शहद के साथ मिलाकर चाटने से बार बार आने हिचकी की समस्या दूर हो जाती है। इसके अलावा कलौंजी के चूर्ण को 5 ग्राम मक्खन के साथ रोजाना खाने से, 4 से 5 दिनों तक लगातार आने वाली हिचकी रोग को दूर किया जा सकता है।
पेट के कीड़ों को नष्ट करने के लिए
पेट में कीड़े होने से कई शारीरिक बीमारियां होने लगती है इसलिए पेट के कीड़ों को नष्ट करने के लिए आप 1o ग्राम कलौंजी के बीज में तीन छोटे चम्मच शहद के मिला लें। इस मिश्रण का कुछ दिनों तक रोजाना रात को सोते समय सेवन करें, ऐसा करने से पेट के कीड़े पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं।
खून में मौजूद अशुद्धियों को दूर करने के लिए
शहद और कलौंजी में पाए जाने वाले पोषक तत्व, खून में मौजूद विषाक्त पदार्थों को दूर करने में सहायक होते है। इसके लिए आप आधा चम्मच पीसी हुई कलौंजी में एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह के समय खाली पेट सेवन करें। इस मिश्रण का खाली पेट सेवन करना ज्यादा फायदेमंद होता है।
सर्दी-खांसी व कफ को दूर करने के लिए
शहद और कलौंजी की तासीर गर्म होती है इसलिए इनका सेवन सर्दी-खांसी व कफ को दूर करता है। सर्दी-खांसी की समस्या के दौरान आप आधा चम्मच कलौंजी पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाकर इस मिश्रण का रोजाना रात को सोने से पहले सेवन करें।
वजन को कम करने के लिए
कलौंजी और शहद में मौजूद फाइबर, पेट को लम्बे समय तक भरा हुआ रखने में मदद करता है और अनियमित भूख को नियमित करने में सहायक होता है, जो वजन को कम करने में मदद करता है। इसके लिए आप आधा चम्मच कलौंजी तेल और 2 चम्मच शहद के मिश्रण को गुनगुने पानी के साथ लें। इस प्रक्रिया को आप एक दिन में तीन बार कर सकते है।
जानें कलौंजी का पानी पीने के फायदे।
कलौंजी और शहद के नुकसान (Harms of Nigella seeds and Honey in hindi)
- कलौंजी और शहद दोनों की तासीर गर्म होती है इसलिए इनका अधिक मात्रा में सेवन, पित्त दोष जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
- गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कलौंजी और शहद का सेवन करने से पहले, डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- जिन महिलाओं को मासिक धर्म बहुत ज़्यादा होते हैं, उन महिलाओं को कलौंजी और शहद के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि शहद और कलौंजी की तासीर गर्म होती है, जो मासिक धर्म को जल्दी ला सकती है।
- कुछ लोगों की त्वचा बहुत ज्यादा संवेदनशील होती हैं, इसलिए त्वचा पर कलौंजी और शहद का इस्तेमाल करने से एलर्जी की समस्या हो सकती है।
- अगर कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करता है, तो वह व्यक्ति कलौंजी और शहद का सेवन करने से पहले, अपने डॉक्टर से सलाह लें।
जानें कलौंजी के फायदे और नुकसान और शहद खाने के फायदे।