कटहल का आटा खाने के फायदे ( kathal ka atta khane ke fayde ) : कटहल की ही तरह कटहल का आटा खाने के फायदे भी कई होते हैं। कटहल (jackfruit) सेहत के लिए अत्यंत गुणकारी माना जाता है। स्वास्थ्य लिहाज से कटहल के ढेरों फायदे हो सकते हैं। कटहल भारत सहित श्रीलंका एवं बांग्लादेश जैसे देशों में पाया जाता है। हमारे भारत देश में कई राज्यों में कटहल की खेती की जाती है।
कटहल में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं जिससे कई प्रकार की बीमारियों के खतरों से बचा जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कटहल का आटा खाने के भी ढेरों स्वास्थ्य फायदे होते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको कटहल का आटा खाने के फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं।
अन्य भाषाओं में कटहल के नाम-
कटहल को संस्कृत में कण्टकिल (Kantkil), आमाशयफल (Amashyfal), महासर्ज (Mahasarja) एवं पनस (Panus), गुजराती में फनस (Fanas), कन्नड़ में हलसु (Halasu), तमिल में मटुकमारम (Matukamaram), बंगाली में कांटाल (Kaantal) एवं मराठी में फणस (Fanas) के नाम से जाना जाता है।
कटहल के आटे में पाए जाने वाले पोषक तत्व-
कटहल के आटे में मैग्नीशियम, मैंगनीज, कैल्शियम, लो कैलोरी, फाइबर, स्टार्च, फायइटोन्यूट्रीएन्स, सैपनिन्स, लिंगनेंस, आइसोफ्लेवोंस आदि जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
कटहल के आटे को तैयार करने का तरीका-
कटहल के सूखे बीजों के ऊपरी परत को हटाकर बीजों को छोटा-छोटा काटकर पीसकर कटहल के आटे को तैयार किया जाता है।
कटहल के आटे के उपयोग का तरीका-
- कटहल के आटे को रोजाना लगभग 20-30 ग्राम गेहूं के आटे में मिलाकर सेवन किया जा सकता है।
- कटहल के आटे को ग्रीन टी में मिलाकर पिया जा सकता है।
- कटहल के आटे को इडली एवं डोसा में मिलाकर सेवन किया जा सकता है।
- कटहल के आटे को दलिया में डालकर सेवन किया जा सकता है।
कटहल का आटा खाने के फायदे (Benefits of eating Jackfruit flour in hindi)
- कटहल के आटे का सेवन करने से मधुमेह जैसी बीमारी के खतरों को घटाया जा सकता है। एक शोध के अनुसार, कटहल के आटे का इस्तेमाल करने से रक्त शर्करा के स्तर में कमी होती है जिससे मधुमेह के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि कटहल के आटे का उपयोग करने से टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है। कटहल के आटे में पाए जाने वाले तत्वों के प्रभाव से रक्त में ग्लूकोज के स्तर को घटाया जा सकता है जिससे मधुमेह जैसी बीमारी का खतरा कम होता है।
- कटहल के आटे का नियमित रूप से सेवन करने से उच्च रक्तचाप की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। दरअसल, कटहल के आटे में पोटैशियम की मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर में रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में आसानी होती है। उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए कटहल के आटे का सेवन करने से बहुत फायदा मिल सकता है।
- कटहल के आटे का उपयोग करने से मोटापे की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। कटहल के आटे में लो कैलोरी एवं डाइट्री फाइबर की मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर का वजन कम करने में आसानी होती है। रोजाना नियमित रूप से कटहल के आटे का इस्तेमाल करने से शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी में कमी आती है जिससे मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोगों को बहुत फायदा मिलता है।
जानें कटहल के बीज के फायदे और नुकसान।
- कटहल के आटे का इस्तेमाल करने से हड्डियां मजबूत रहती है। कटहल के आटे में कैल्शियम की मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर की हड्डियां मजबूत रहती हैं और साथ ही हड्डियों का विकास भी बेहतर रूप से होता है। इसके अलावा कटहल के आटे में मैग्नीशियम एवं मैंगनीज की भी मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर में रक्त संचार की प्रक्रिया बेहतर होती है।
- कटहल के आटे का सेवन करने से बढ़ती उम्र के अनचाहे प्रभावों को कम करने में आसानी होती है। कटहल के आटे में एंटी-ऑक्सीडेंट एवं एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं जिससे बढ़ती उम्र की गति को धीमा करने में बहुत मदद मिलती है। इसके अलावा कटहल के आटे का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से त्वचा में कसावट आती है जिससे लंबे समय तक जवां रहा जा सकता है।
- कटहल के आटे का सेवन करने से शरीर में ऊर्जा का स्तर बना रहता है जिससे कमजोरी एवं चक्कर आने जैसी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। कटहल के आटे में स्टार्च की मात्रा पायी जाती है जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। कटहल के आटे को ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत माना जाता है।
- कटहल के आटे का नियमित रूप से सेवन करने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। कटहल के आटे में पाए जाने वाले फायइटोन्यूट्रीएन्स की मदद से मानसिक स्वास्थ्य पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिससे तनाव एवं अवसाद की समस्या से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है।
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