खांसी में क्या खाना चाहिए ( khansi mein kya khana chahiye ) : खांसी में क्या खाना चाहिए या यूँ कहें की खांसी को ठीक करने के लिए क्या खाना चाहिए। खांसी को ठीक करने के लिए क्या खाना चाहिए अगर आप यह जानना चाहते हैं तो आप सही जगह पर हैं यहाँ हम आपको बताएँगे वो खाद्य पदार्थ जिनके सेवन से आपकी खांसी में लाभ होगा। What to eat in a cough in hindi.
खांसी में अदरक की चाय का सेवन काफी लाभकारी होता है। अदरक में वायरस और रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। साथ ही अदरक इम्यून सिस्टम को भी स्ट्रांग करता है जोकि खांसी से मुक्ति दिलाने में कारगर है। अदरक की चाय पिने से शरीर में पानी की कमी भी दूर होती है।
अदरक की चाय में शहद डालकर इसे और ज्यादा गुणकारी बनाया जा सकता है। रोगाणुरोधी गुणों के कारण शहद का प्रयोग भी खांसी में काफी फायदेमंद होता है। बिना किसी पेय पदार्थ में मिलाये सीधे भी 1, 2 चम्मच शहद का सेवन किया जा सकता है जोकि खांसी और गले की तकलीफ में आराम पहुंचाता है। शहद काफी गुणकारी होता है जानें शहद के आयुर्वेदिक उपयोग।
खांसी में काली मिर्च का सेवन भी अवश्य करना चाहिए। काली मिर्च को अदरक की चाय में डालकर या शहद के साथ मिलाकर लिया जा सकता है। थोड़े से काली मिर्च पाउडर को पानी में अच्छे से कुछ देर तक खौला (उबाल) लें, फिर इस पानी को सामान्य तापमान में आने के लिए रख दें। इस पानी का सेवन सोने से पहले करें, खांसी में लाभ मिलेगा। जानें काली मिर्च खाने के फायदे और नुकसान।
खांसी में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना बेहद लाभकारी होता है। खांसी में हर 2 घंटे के भीतर कम से कम 1 से 2 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए। अधिक पानी पीने से बलगम पतला होने लगता है और गले के माध्यम से आसानी से बाहर निकल जाता है जिससे खांसी में काफी लाभ होता है।
कच्चा लहसुन खाना भी खांसी में काफी लाभकारी होता है। अदरक की ही तरह कच्चे लहसुन में भी रोगाणुरोधी और वायरसरोधी गुण पाए जाते हैं। लहसुन को शहद के साथ खाना गले सम्बन्धी विकारों को दूर करने में और भी ज्यादा कारगर होता है। लहसुन और शहद में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों के कारण गले की परेशानियों जैसे खांसी, गले में बलगम, खराश और गला बैठ जाना आदि समस्या से निदान दिलाने में काफी कारगर है। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें – लहसुन और शहद के फायदे।
खांसी होने पर तुलसी के ताजा पत्तों को चबाने से भी लाभ मिलता है। साथ ही तुलसी के पत्तों को पेस्ट बनाकर सीने पर लगाने से भी खांसी और सीने की जलन में लाभ होता है। तुलसी को अदरक और शहद की चाय में डालकर सेवन करना भी काफी लाभदायक होता है, इसमें थोड़ी सी काली मिर्च भी डाल लें। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें – तुलसी और शहद के फायदे।
खांसी में पुदीने की ताजा पत्तियों को चबाना भी फायदेमंद होता है। पुदीने का सेवन गले सम्बन्धी कई विकारों को सही करने में कारगर होता है। पुदीने की ताजा पत्तियों को चाय में डालकर भी पीना काफी गुणकारी होता है। जानें पुदीना के फायदे और नुकसान और पुदीना की चाय के फायदे और नुकसान।
हल्दी के साथ शहद का सेवन करने से भी खांसी में लाभ मिलता है। दिन में दो-तीन बार एक चम्मच शहद में एक चुटकी हल्दी मिलाकर कुछ दिन लेने से खांसी को समाप्त किया जा सकता है। हल्दी एक महत्वपूर्ण औषधि होती है जोकि कई तरह की बिमारियों को ख़त्म करने में सक्षम होती है। जानें हल्दी के फायदे और नुकसान।
खांसी में विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे आंवला, पालक, अंगूर, संतरा, चुकंदर आदि का सेवन करने से भी आराम मिलता है। विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाती है जिससे शरीर को रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।
लौंग का उपयोग भी खांसी में अवश्य करना चाहिए। लौंग एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होती है जोकि खाँसी को ठीक करने में सक्षम है। दो से तीन लौंग चबाने से गले के संक्रमण को सही कर खांसी को ठीक किया जा सकता है।
कच्चे प्याज का सेवन भी खांसी में लाभकारी होता है, प्याज में नेचुरल एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जोकि गीली और सूखी खांसी दोनों में लाभकारी होती है। प्याज बलगम को फेफड़ों से बाहर निकालने में सक्षम होती है। प्याज के रस को शहद के साथ लेना और ज्यादा गुणकारी होता है। इसका सेवन आप दिन में एक दो बार कर सकते हैं।
साथ ही जानें खांसी में क्या नहीं खाना चाहिए ताकि आपकी खांसी जल्द ही ठीक हो सके। अगर उपरोक्त घरेलू उपायों से भी खांसी में राहत नहीं मिलती है तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।