खुजली में नीम के फायदे ( khujli me neem ke fayde ) : खुजली में नीम के बहुत से फायदे होते है। नीम एक प्रकार का पेड़ है जिसके पत्तों का उपयोग आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है। नीम के पत्तों में बहुत से गुण मौजूद होते है जिनका इस्तेमाल ताजे और सुखाकर दोनों प्रकार से किया जा सकता है। नीम की पत्तियों के अलावा इसकी जड़ और लकड़ी का उपयोग भी आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है।
खुजली में नीम के फायदे (Benefits of Neem in itching in hindi)
नीम में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जो शरीर में होने किसी भी प्रकार की खुजली को ठीक करने के साथ-साथ शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होते है। नीम का इस्तेमाल कई रोगों को ठीक करने और उनसे होने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। नीम का वानस्पतिक नाम Azadirachta indica है।
नीम में पाए जाने वाले पोषक तत्व
नीम में बहुत से पोषक तत्व जैसे – प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, वसा, फॉस्फोरस, पोटैशियम पाए जाते है। इसके अलावा नीम में विटामिन सी, अमीनो एसिड और टैनिक एसिड भी मौजूद होता है।
नीम के अन्य भाषाओं में नाम
नीम को हिंदी भाषा में नीम व निम्ब और अंग्रेजी भाषा में नीम व मार्गोसा ट्री कहा जाता है। इसके अलावा नीम को संस्कृत भाषा में निम्ब, पिचुमर्द, पिचुमन्द, अरिष्ट व मालक आदि, उड़िया में नीम व निम्ब, उर्दू में नीम, गढ़वाली में बेटैन व निम, कन्नड़ में निम्ब व बेवू, गुजराती में लिम्बा व कोहुम्बा, तेलुगु में वेमू व वेपा, तमिल में बेम्मू व वेप्पु, बंगाली में निम व निमगाछ, मराठी में बलंतनिंब और नेपाली में नीम कहा जाता है।
खुजली में नीम के फायदे (Benefits of Neem in itching)
नीम बालों एवं खोपड़ी में होने वाली खुजली को दूर करने में बेहद फायदेमंद होता है। नीम में एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते है जो बालों और खोपड़ी में मौजूद बैक्टीरिया और अन्य सभी कीटाणुओं को मारने में मदद करते है। खोपड़ी और बालों में होने वाली खुजली को दूर करने के लिए नीम के पत्तों को पीसकर उसका पानी बना लें। बाद इस पानी से बालों को धोएं इससे खुजली की समस्या खत्म हो जाएगी। इसके अलावा खुजली को दूर करने के लिए नीम के तेल को बालों में लगाया जा सकता है इससे बालों और खोपड़ी में होने वाले रोगों से भी बचा जा सकता है।
नीम का उपयोग बालों में जुंओं से होने वाली खुजली को ठीक करने में भी मदद करता है। जुएं और जुएं से होने वाली खुजली को खत्म करने के लिए नीम के पत्तों को पीसकर इसमें पानी मिला लें। उसके बाद इस पानी से बालों को धोएं इससे यह समस्या ठीक हो जाएगी।
नीम का इस्तेमाल चेचक रोग में होने वाली खुजली को दूर करने के लिए भी किया जाता है। ताजे नीम की पत्तियां और काली मिर्च के दानों को मिलाकर इसका लगभग एक महीने तक सेवन करने से चेचक और उसमें होने वाली खुजली को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा नीम की पत्तियों के पानी में मिलाकर इसका स्नान करने से भी शरीर में होने वाली किसी भी प्रकार की खुजली की समस्या ख़त्म हो जाती है।
जानें नीम के जूस के फायदे और नुकसान – Neem Juice Benefits।
नीम का उपयोग विभिन्न प्रकार के चर्मरोग जिसमें खुजली की समस्या हो उनको ठीक करने के लिए किया जाता है। चर्मरोग में होने वाली खुजली को ठीक करने के लिए नीम की जड़ की छाल और नीम के बीज की गिरी को नीम के पत्तों के साथ मिलाकर अलग-अलग पीस लें और इसके ऊपर नीम का रस मिला लें। उबटन की तरह तैयार हो जाने के बाद इसको संक्रमित भाग में लगाने से खुजली की समस्या ठीक होने के साथ-साथ अन्य समस्याएं भी ठीक हो जाती है।
नीम का उपयोग आँखों में होने वाली खुजली को दूर करने के लिए किया जा सकता है। नीम के पत्तों को बारीक़ पीसकर इसकी टिकिया बना लें। उसके बाद इस टिकिया को सरसों के तेल में तब तक पकाएं जब तक वह जलकर काली न हो जाएँ। तलने के बाद इन टिकिया को उसी में तेल में मिला लें जिसमें इन्हें तला गया था। उसके बाद इसमें थोड़ा कपूर और कलमी शोरा को अच्छी तरह मिला लें और एक कांच की शीशी में भरकर रख लें। इस मिश्रण को आँख में काजल की तरह लगाने से आँखों में खुजली और अन्य समस्याएं भी खत्म हो जाती है।
जानें नीम के फायदे और नुकसान।