नीम की छाल के फायदे ( neem ki chhal ke fayde ) : नीम की छाल के फायदे कई होते है। नीम एक प्रकार का पेड़ है जिसका उपयोग कई आयुर्वेदिक औषधि बनाने के लिए किया जाता है। नीम एक बहुत ही गुणकारी पेड़ है जिसकी पत्तियों से लेकर छाल का भी इस्तेमाल कई रोगों के इलाज के लिए किया जाता है।
नीम की छाल में बहुत से गुण मौजूद होते है जो कई बीमारियों से सुरक्षा करने में मदद करते है। नीम की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मियों में इसकी पत्तियों का इस्तेमाल करना बेहद फायदेमंद होता है। नीम का वैज्ञानिक नाम एजाडिरेक्टा इंडिका (Azadirachta Indica) है।
नीम के अन्य भाषाओं में नाम
नीम को हिंदी भाषा में नीम व निम्ब और अंग्रेजी भाषा में मार्गोसा ट्री व नीम कहा जाता है। इसके अलावा नीम को संस्कृत में निम्ब, पिचुमर्द व तिक्तक आदि, गढ़वाली में बेटैन व निम, ओड़िया में नीमो व निम्ब, उर्दू में नीम, कन्नड़ में निम्ब, गुजराती में लिम्बा व कोहुम्बा, तेलुगु में वेमू, तमिल में बेम्मू, नेपाली में नीम, बंगाली में निम, पंजाबी में निम्ब और मराठी में बलन्तनिंब कहा जाता है।
नीम की छाल के फायदे ( Benefits of Neem Bark in hindi )
- नीम की छाल अल्सर के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। नीम की छाल के अर्क में मौजूद पोषक तत्व अल्सर जैसी बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद करती है। नीम की छाल में एंटी-अल्सर के गुण पाए जाते हैं जिसका सेवन करने से अल्सर संबंधी समस्या से बचा जा सकता है। इसके अलावा नीम की छाल का अर्क पीना गैस्ट्रिक हाइपर एसिडिटी के प्रभाव पर भी बेहद असरदार होता है।
- नीम की छाल का उपयोग मलेरिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। मलेरिया के दौरान बुखार आने पर नीम की छाल को पानी में उबालकर इसका काढ़ा तैयार कर लें। अब इस काढ़े को पीने से मलेरिया के बुखार से तुरंत राहत मिलती है।
- नीम की छाल त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होती है। त्वचा में कील, मुहांसे, ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स की समस्या को दूर करने के लिए नीम की छाल का पेस्ट बनाकर इसका लेप लगाने से यह समस्याएं खत्म हो जाती है। नीम की छाल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते है जो त्वचा संबंधी रोगों से सुरक्षा करने में बेहद मददगार होता है।
- नीम की छाल में शक्ति वर्धक गुण मौजूद होते है जो शरीर को स्वस्थ्य रखने और कई रोगों से सुरक्षा करने में मदद करते है। नीम की छाल में एंटी ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते है जो रक्त को साफ़ करके रक्त संबंधी समस्याओं से सुरक्षा करने में मदद करते है।
- नीम की छाल दांतों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। नीम के पत्तों की छाल के चूर्ण में सोना गेरू और सेंधा नमक मिलाकर इनका चूर्ण बना लें। चूर्ण को अच्छी तरह सूखा कर एक शीशी की बोतल में भर लें। अब इस चूर्ण से रोजाना मंजन करें ऐसा करने से दांतों से संबंधित समस्याएं खत्म हो जाती है और दांत स्वस्थ रहते है।
- नीम की छाल पेट के दर्द को कम करने में बेहद लाभदायक होती है। नीम की छाल को जौं के साथ पीसकर इसका पेस्ट बना लें और इसमें थोड़ा नमक मिला लें। अब इस मिश्रण को गुनगुने पानी के साथ खाए ऐसा करने से पेट दर्द तुरंत ठीक हो जाता है।
- नीम की छाल के रस का सेवन करने से आंव वाले दस्त की समस्या को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा नीम की छाल के रस में शहद मिलाकर पीने से उल्टी की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
- नीम की छाल डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है। नीम की छाल के साथ गाजर के बीज, ढाक के बीज काले तिल को पीसकर पुराने गुण के साथ मिला लें। अब इस मिश्रण को पानी के साथ मिट्टी के बर्तन में अच्छी तरह पकाए। उसके बाद इस पानी को अच्छी तरह छान ले और पीए इससे डायबिटीज के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
- नीम की छाल का उपयोग प्रसव की समस्या को दूर करने के लिए किया जा सकता है। नीम की छाल को पानी के साथ पीसकर उसमें घी मिलाकर कांजी के साथ पिलाए। ऐसा करने से प्रसव के दौरान होने वाली समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
- नीम की छाल का इस्तेमाल प्रदर यानि ल्यूकोरिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। प्रदर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए नीम की छाल और बबूल की छाल को बराबर मात्रा में लेकर इसका काढ़ा बना लें। अब इस काढ़े को सुबह-शाम पीए इससे प्रदर की समस्या ठीक हो जाती है।
- नीम की छाल गठिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। नीम की छाल को थोड़ा सा पानी के साथ महीन पीसकर इसका पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को दर्द वाले भाग पर लगाए ऐसा करने से गठिया के दर्द और सूजन दोनों में आराम मिलता है। इसके अलावा नीम की छाल के अर्क का दो-तीन दिन सेवन करें और इसका सेवन करने से बाद घी लगी रोटी का सेवन करें। ऐसा करने से लकवा की समस्या भी ठीक हो जाती है।
- नीम की छाल का उपयोग त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए भी किया जाता है। नीम की छाल और नीम की गिरी को पीसे और इसमें थोड़ा सा नीम की पत्तियों का रस मिलाए। इस उबटन को दाद-खाज, खुजली फुंसियों में लगाने से यह बेहद फायदेमंद होता है।
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