नींद ना आने के कारण और उपाय ( neend na aane ke karan aur upay ) : नींद ना आने के कारण और उपाय कई होते हैं, अच्छी नींद या पर्याप्त नींद स्वस्थ शरीर के लिए बेहद आवश्यक है, जो हमें शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रखती हैं और हमें ऊर्जावान बनाए रखने में सहायक होती हैं। गहरी एवं सम्पूर्ण नींद हमारे मन और शरीर को सम्पूर्ण आराम प्रदान करती हैं, जो कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए बेहद आवश्यक है लेकिन आजकल जीवनशैली से जुड़ी आदतों के चलते कई लोग अनिद्रा या नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं।
अनिद्रा में व्यक्ति को सोने में असुविधा होना, नींद की कमी होना या नींद पूरी न हो पाना जैसी समस्या रहती है। नींद पूरी न होने से व्यक्ति किसी भी कार्य में एकाग्रचित्त नहीं हो पाता हैं और व्यक्ति की स्मरण शक्ति कमजोर होने लगती हैं, साथ ही व्यक्ति में चिड़चिड़ापन एवं अवसाद जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। नींद न आने की समस्या इस बात का संकेत देती हैं कि आप मानसिक रूप से परेशान या अस्वस्थ हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, मुख्य रूप से नींद न आने की समस्या वात दोष बिगड़ जाने के कारण होती हैं। वात दोष के असंतुलन के कारण व्यक्ति सोने की कोशिश करने के बाद भी सोने में असमर्थ होता हैं और व्यक्ति का मन और दिमाग लगातार अतीत की घटनाओं के बारे में सोचता और विचार करता रहता हैं, जिस कारण व्यक्ति का मन बेचैन एवं अस्थिर हो जाता हैं और व्यक्ति सोने में असमर्थ होता है।
नींद की कमी के कारण व्यक्ति में दुर्बलता, कमजोरी, आलस्य जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं, जिस कारण व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने लगती हैं। नींद पूरी न होने से कई गंभीर बीमारियों जैसे कब्ज, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, डायबिटीज, मोटापा और कैंसर जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता हैं इसलिए पर्याप्त नींद लेना बेहद जरुरी हैं लेकिन क्या जानते हैं, जीवनशैली में बदलाव कर, नींद न आने की समस्या को दूर किया जा सकता हैं। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से नींद न आने के कारण और उपाय के बारे में। Sleep deprivation causes and remedies in hindi.
नींद न आने या अनिद्रा के कारण
- हर रोज सोने के समय में बदलाव होना, दिन में सोना या झपकी लेना, देर रात तक काम करना और सोने के लिए उचित वातावरण का अभाव होना आपके नींद के चक्र में हस्तक्षेप कर सकते हैं।
- कुछ विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन और उनका साइड इफेक्ट, नींद न आने का कारण बन सकता है।
- पूरे दिन चाय, कॉफी जैसे कैफीन युक्त पदार्थों का अधिक सेवन, नींद न आने का कारण बनता हैं। दरअसल कैफीन युक्त पेय उत्तेजक होते हैं इसलिए इन्हें पीने से आपकी नींद बाधित होती है।
- सोने से पहले कंप्यूटर, मोबाइल एवं टीवी जैसे उपकरणों का उपयोग, नींद न आने का एक अहम कारण हैं।
- किसी भी प्रकार का मानसिक तनाव जैसे स्वास्थ्य को लेकर या नौकरी छूट जाना और आर्थिक एवं पारिवारिक समस्याएं रात में आपके दिमाग को सक्रिय रख सकती हैं, जिस कारण नींद न आने की समस्या पैदा हो सकती हैं।
- रात में अधिक भोजन करना, नींद न आने का कारण बनता है। दरअसल बहुत अधिक भोजन करने से आपको सोते समय शारीरिक रूप से असहज महसूस हो सकती हैं, जो आपकी नींद में हस्तक्षेप कर सकती हैं।
- कुछ खास तरह के नींद संबंधी विकार जैसे स्लीप एपनिया, रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम, स्लिप पैरालिसिस और इंसोमेनिया आदि चलते नींद न आने समस्या हो सकती हैं।
- धूम्रपान, तंबाकू आदि का सेवन, नींद न आने का कारण बनते हैं। दरअसल तंबाकू उत्पादों में मौजूद निकोटीन, आपकी नींद में हस्तक्षेप कर सकता है।
- शारीरिक परेशानी होना या स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या होना जैसे – मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग, अस्थमा, क्रोनिक दर्द, कैंसर, थायराइड और अल्जाइमर रोग आदि चलते नींद न आने की समस्या पैदा हो सकती हैं।
- व्यायाम न करना नींद न आने का कारण बनता हैं। इसके अलावा सोते समय अधिक शोर होना या रूम में अधिक लाइट होना आपकी नींद में हस्तक्षेप कर सकते हैं।
नींद न आने या अनिद्रा के लक्षण
- रात को सोने में परेशानी होना या नींद आने में परेशानी होना।
- सुबह उठने के बाद तरोताजा महसूस न करना।
- दिन के समय थकान महसूस होना।
- रात को ज्यादा देर तक जागना।
- सिर में भारीपन होना।
- दिन के समय नींद आना।
- सोने के बाद बीच में बार-बार नींद खुलना।
- देर रात सोने के बाद जल्दी उठ जाना आदि शामिल हैं।
जानें अच्छी नींद का राज छुपा है आपके भोजन में ।
अनिद्रा से बचने के लिए इन विशेष बातों का ध्यान दें
- नियमित रूप से सोने और जागने का एक निर्धारित समय बना लें। निर्धारित समय बनाने से आपका शरीर आंतरिक रूप से भी उस पैटर्न के अनुसार अपने आपको ढाल लेगा और आपको निर्धारित समय पर सोने और जागने का संकेत देगा।
- सुबह उठकर टहलने जाए और व्यायाम करें। दरअसल नियमित रूप से ध्यान एवं व्यायाम करने वाले लोगों में अनिद्रा की समस्या नहीं होती हैं।
- नियमित रूप से रात को सोने से पहले दूध पिएं। दरअसल दूध में मौजूद अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन, दिमाग में गुड हार्मोन सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता हैं, जिसकी मदद से रात में आसानी से अच्छी नींद आ जाती हैं।
- अनिद्रा की समस्या से बचने के लिए सकारात्मक सोचें और जितना हो सके तनाव को खुद से दूर रखें तथा खुश रहने की कोशिश करें।
- आरामपूर्वक तरीके से सोने के लिए आप सोने से पहले स्नान कर सकते हैं, किताबें पढ़ सकते हैं या धीमी आवाज़ में संगीत भी सुन सकते हैं।
- सोने से पहले ज्यादा भारी भोजन करने से बचें। इसके अलावा दोपहर और शाम को कैफीन का सीमित मात्रा में सेवन करें।
- खुद को सक्रिय रहें। नियमित की गई गतिविधियां रात में अच्छी नींद के लिए महत्वपूर्ण होती हैं।
- धूम्रपान या तंबाकू जैसे उत्तेजक पदार्थों का सेवन करने से बचें।
- रात के भोजन में सलाद को शामिल कर, दरअसल सलाद खाने से शरीर में लैक्टोकैरियम नामक तत्व उत्पन्न होता है, जो शरीर को आराम महसूस करता है, जिस कारण नींद अच्छी आती हैं।
- दवाओं के कारण होने वाली अनिद्रा की समस्या से बचाव के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
- दिन में झपकी लेने या सोने से बचें। इसके अलावा सोते समय ध्यान रखें कि कमरे में तेज रोशनी न हो तथा साफ-सुथरे बिस्तर पर सोएं।
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आवश्यक सूचना
अगर नींद न आने या अनिद्रा का जल्दी ही निदान और इलाज न कराया जाएं तो यह कई शारीरिक गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है और मरीज अवसाद यानी डिप्रेशन का शिकार हो सकता है इसलिए अनिद्रा की समस्या को दूर करने के लिए जल्द ही अपने खान-पान और जीवनशैली में बदलाव लाने चाहिए। अगर यदि किसी को अनिद्रा या नींद न आने की गंभीर समस्या है, जो खानपान और जीवनशैली में बदलाव के बाद भी ठीक नहीं होती हैं, तो वह व्यक्ति जल्द ही डॉक्टर से संपर्क करें।
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