पैर में झनझनाहट के घरेलू उपचार ( pairo me jhanjhanahat ke gharelu upchar ) : पैर में झनझनाहट के घरेलू उपचार कई होते है। पैर में झनझनाहट होना एक सामान्य समस्या है जो वयस्कों की अपेक्षा बुजुर्गों में अधिक देखी जा सकती है। शरीर में पोषक तत्वों (कैल्शियम, पोटैशियम व सोडियम) की कमी के अलावा अन्य कारण भी हो सकते है जिसकी वजह से पैर में झनझनाहट की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
पैर में झनझनाहट के डॉक्टरी इलाज भी संभव है परन्तु यदि यह समस्या आपको सामान्य लगती है तो इसे घरेलू उपचारों के माध्यम से भी ठीक किया जा सकता है। पैर में झनझनाहट के घरेलू उपचार की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –
पैर में झनझनाहट के लक्षण
पैर में झनझनाहट के लक्षण निम्नलिखित है –
- पैरों में चुभन या झुनझुनी महसूस होना
- पैर का सुन्न पड़ जाना और किसी भी प्रकार का दर्द महसूस न होना
पैर में झनझनाहट के कारण
पैर में झनझनाहट के कारण है –
- नसों में दबाव
- शरीर में फोलेट या विटामिन बी की कमी
- जन्म दोष
- एक स्थिति में देर तक बैठना
- शरीर में रक्त संचार में बाधा उत्पन्न होना
- दवाइयों के सेवन से
- शराब और धूम्रपान का सेवन करने से
- शरीर में कैल्शियम, सोडियम व पोटैशियम की कमी
- जानवर या किसी कीड़े के काटने के कारण
- ट्यूमर या संक्रमण के कारण तंत्रिका तंत्र में दबाव
- गठिया
पैर में झनझनाहट के घरेलू उपचार
- पैर में झनझनाहट को दूर करने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है, पैरों के सुन्न होने या झनझनाहट होने पर अपने पैरों को लगभग 10 से 15 मिनट के लिए गुनगुने पानी में डालें आप चाहे तो इस पानी में चुटकी भर सेंधा नमक डालकर भी इस्तेमाल कर सकते है। नियमित रूप से इस विधि को अपनाने से पैरों में रक्त संचार उचित तरीके से होगा और पैर में झनझनाहट दूर हो जाएगी।
- दूध या हल्दी वाला दूध पैर में होने वाली झनझनाहट को ठीक करने में मदद करता है। हल्दी वाला दूध रक्त संचार को बराबर बनाए रखने के साथ-साथ शरीर की इम्युनिटी को मजबूती प्रदान करने में बेहद मददगार होता है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी पूरी करने के लिए दूध या हल्दी वाला दूध पीना चाहिए इससे पैरों की झनझनाहट से छुटकारा पाया जा सकता है। पढ़ें – हल्दी दूध के फायदे और नुकसान।
- पैरों में झनझनाहट होने का कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन के बिगड़ना हो सकता है, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को समान बनाए रखने के लिए व्यायाम व योग करना बहुत ही अच्छा माध्यम माना जाता है। सुबह शाम नियमित रूप से व्यायाम व योग करने से पैरों की झनझनाहट को कम किया जा सकता है।
- पैर में झनझनाहट के घरेलू उपचार में दालचीनी का उपयोग किया जा सकता है, दालचीनी में न्यूट्रिएंट्स उचित मात्रा में मौजूद होता है जो रक्त संचार से जुड़ी समस्याओं को दूर करके पैर हाथों में दर्द को दूर करने में काफी सहायक होती है। दालचीनी से बने पेय या खाद्य पदार्थों का सेवन करने से पैर और हाथ दोनों की झनझनाहट ठीक हो जाती है। इसके अलावा दालचीनी के तेल से पैरों की मालिश करने से भी झनझनाहट ठीक होती है।
- जिन्कगो बिलोबा हर्बल चाय का उपयोग पैरों की झनझनाहट को खत्म करने के लिए किया जा सकता है। जिन्कगो बिलोबा हर्बल चाय को उबालकर इसे छान लें और इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें। प्रतिदिन इसकी चाय पीने से पैरों में झनझनाहट को दूर किया जा सकता है।
- पैर में झनझनाहट को दूर करने के लिए सेब का सिरका काफी फायदेमंद होता है, सेब के सिरके की कुछ बूंदे गुनगुने पानी में डालें। अब झनझनाहट से प्रभावित भाग यानि पैर या हाथ को इस पानी में डुबोए। ऐसा करने से पैरों की झनझनाहट तो ठीक होगी ही साथ ही सूजन भी दूर हो जाएगी।
- लैवेंडर तेल की सहायता से पैरों में झनझनाहट को दूर किया जा सकता है, लैवेंडर तेल में थोड़ा बादाम का तेल मिला लें। इस तेल से पैरों की अच्छी तरह से मालिश करने से भी पैरों की झनझनाहट खत्म हो जाती है। पैर में झनझनाहट के घरेलू उपचार में किसी भी तरह के तेल से पैरों की मालिश करने से पैर में झनझनाहट के अलावा सूजन और दर्द को दूर किया जा सकता है।