पतंजलि गिलोय जूस के फायदे ( patanjali giloy juice ke fayde in hindi ) : पतंजलि गिलोय जूस के फायदे बहुत सारे होते हैं। पतंजलि गिलोय जूस का सेवन संतुलित मात्रा में प्रतिदिन करने से कई प्राणलेवा बीमारियों से बचा जा सकता है।
गिलोय एक बहु औषधीय गुणों से भरपूर पौधा होता है। गिलोय को अमृतबेल के नाम से भी जाना जाता है यह कभी न सूखने वाली बेल होती है। गिलोय नुकसानदायक बैक्टीरिया, पेट के कीड़ों को खत्म करने, इम्यूनिटी को मजबूत करने, शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने सहित कई बीमारियों की रोकथाम में सहायक होता है। गिलोय में कैल्शियम, प्रोटीन, फॉस्फोरस की पर्याप्त मात्रा पायी जाती है।
गिलोय आँख, कान, लिवर, ह्रदय आदि सम्बन्धी बीमारियों की सही करने में सहायक होता है। साथ ही गिलोय मौसमी बुखार, सर्दी-जुकाम, कब्ज, पेट सम्बन्धी अन्य रोग, फाइलेरिया (हाथीपाँव), कुष्ठ, एसिडिटी, कफ की बीमारी, कैंसर, मूत्र प्रणाली का विकार दूर करने, खून की कमी, सूजन कम करने, गठिया, डायबिटीज, आर्थराइटिस आदि से बचाव एवं उपचार में फायदेमंद होता है।
सुबह और शाम 20 ml गिलोय के रस में 1 ग्राम पिप्पली के साथ 1 चम्मच शहद मिलाकर लेने से खांसी, कफ, पुराना बुखार, तिल्ली बढ़ना, अरुचि आदि रोग ठीक होते हैं। आजकल बाजार में गिलोय चूर्ण, जूस और टैबलेट के रूप में आसानी से उपलब्ध है। Benefits of Patanjali Giloy Juice in hindi.
पतंजलि गिलोय जूस के फायदे (Benefits of Patanjali Giloy Juice in hindi)
पतंजलि गिलोय जूस बेहतरीन पावर ड्रिंक है जो हमारे इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा तंत्र) को स्ट्रांग कर शरीर को कई घातक बीमारियों से बचाने में कारगर होती है। गिलोय को इसके प्रचुर औषधीय गुणों के कारण ‘अमरता की जड़’ भी बोला जाता है। पतंजलि गिलोय जूस की 10 ml में 9.6 ml गिलोय होता है।
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गिलोय का पौधा कैसा होता है ?
गिलोय एक कभी न सूखने वाली एक बड़ी लता है। गिलोय के पत्ते पान के और फल मटर के दाने के आकर के होते हैं, तना देखने में रस्सी जैसा लगता है जिसके तने और शाखा से जड़ें निकलती हैं और हरे-पिले रंग के गुच्छे रूपी फूल लगते हैं।
नीम के पेड़ पर चढ़ी हुई गिलोय को ज्यादा लाभकारी माना जाता है।
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पतंजलि गिलोय जूस के सेवन का तरीका ?
पतंजलि गिलोय जूस पीने का तरीका ( patanjali giloy juice pine ka tarika ) :- पतंजलि गिलोय जूस पीने का तरीका बेहद सामान्य है। सुबह नाश्ते से पहले खाली पेट पतंजलि गिलोय जूस का सेवन ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। पतंजलि गिलोय जूस को पानी में मिलाकर इसका सेवन किया जाना चाहिए। एक गिलास पानी में 15 से 20 ml गिलोय जूस मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है। शाम को भी खाली पेट इसका सेवन किया जा सकता है। बेहतर परिणामों के लिए चिकित्सक से परामर्श करके ही गिलोय जूस का सेवन करें।
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