सफर के दौरान उल्टी से कैसे बचें ( safar ke doran ulti se kaise bachen ) : सफर के दौरान उल्टी से बचने के बहुत सारे उपाय होते है। कई लोगों को सफर के दौरान अक्सर उल्टी, जी मिचलाना और घबराहट जैसी समस्याएं हो जाती है जिसकी वजह से वे सफर करने से बहुत घबरा जाते है। सफर के दौरान उल्टी, मतली और घबराहट की समस्या को मोशन सिकनेस कहा जाता है।
यदि आपको सफर के दौरान उल्टी या मतली की समस्या होती है तो आप हमारे द्वारा बताए गए उपायों को अपना सकते है। हमारे द्वारा बताए गए इन उपायों को अपनाकर आप अपने सफर का भरपूर आनंद ले सकते है।
मोशन सिकनेस के दौरान डॉक्टर को दिखाना जरूरी नहीं होता इसे घरेलू उपायों से भी ठीक किया जा सकता है। लेकिन अगर स्थिति अत्यंत गंभीर हो तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी हो जाता है जिसमें डॉक्टरों के द्वारा बताए गए नियमों का पालन करना आवश्यक होता है।
सफर के दौरान उल्टी आने का कारण
सफर में उल्टी की समस्या को मोशन सिकनेस (Sickness Symptoms) कहते है जो एक बीमारी न होकर एक ऐसी स्थिति है जिससे हमारे दिमाग को कान एवं आँखों से अलग-अलग कई सिग्नल मिलते है। इन सिग्नलों के बीच सेंट्रल नर्वस सिस्टम कन्फ्यूज हो जाता है जिससे उल्टी, मतली और घबराहट जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
सफर के दौरान उल्टी (मोशन सिकनेस) के लक्षण
- लार का बढ़ना
- जी मचलना
- चक्कर आना
- सांस लेने में मुश्किल होना
- नींद आना
- हाथों और शरीर में पसीना आना
- सिरदर्द
- बार-बार उबासी आना
- असुविधाजनक स्थिति महसूस करना
सफर के दौरान उल्टी से कैसे बचें ( How to avoid vomiting while Traveling in hindi )
- सफर में उल्टी से बचने के लिए अपने पास एक पका हुआ नींबू जरूर रखें, नींबू अगर कागजी हो तो यह ज्यादा बेहतर परिणाम दे सकता है। सफर के दौरान जरा भी मतली या उल्टी आने का मन हो तो इस नींबू को छीलकर इसे सूंघे, ऐसा करने से आपका माइंड फ्रेश हो जाएगा और कोई भी समस्या आने से पहले ही रुक जाएगी।
- सफर के दौरान उल्टी से बचने के लिए लौंग को भुने और इसे पीसकर किसी डब्बे में भर लें, जब भी उल्टी का मन हो तो इस लौंग के पाउडर को चीनी या काले नमक के साथ मिलाकर सूंघे या चूसे ऐसा करने से उल्टी और मतली की समस्या नहीं होती है। इसके अलावा सफर में उल्टी, मतली और घबराहट से बचने के लिए अपने मुँह में लौंग लेकर इसे चूसने से जी मिचलाने की समस्या नहीं होती है।
- सफर के दौरान उल्टी से बचने के लिए तुलसी के पत्तों को तोड़कर अपने साथ रख लें और जब भी उल्टी आने का मन हो तुलसी के एक से दो पत्तों को खा लें, ऐसा करने से उल्टी और मतली की समस्या उत्पन्न नहीं होगी। इसके अलावा सफर के दौरान होने वाली समस्याओं से बचने के लिए चुइंगम चबाना भी बेहद फायदेमंद होता है।
- सफर में उल्टी से बचने के लिए नींबू को काटकर उसके ऊपर काली मिर्च और काला नमक बुरककर चाटने से उल्टी और मतली की समस्या खत्म हो जाती है। इसके अलावा नींबू का पानी बनाकर इसमें पुदीने का रस और नमक मिलाकर पीते रहने से भी सफर में उल्टी, मतली और घबराहट की समस्या उत्पन्न नहीं होती है।
- सफर के दौरान उल्टी और मतली की समस्या से बचने के लिए एक साफ़ रुमाल में पुदीने का रस डालकर इसे सूंघने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है। इसके अलावा अदरक के टुकड़े को मुँह पर रखकर इसे चूसने से भी सफर में आने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है।
- सफर के दौरान उल्टी दिशा यानि जिस दिशा में गाड़ी जा रही हो उसकी दिशा में न बैठकर उल्टा बैठना। ऐसी स्थिति में बैठने से उल्टी और मतली की समस्या उत्पन्न हो सकती है। यदि आपको सफर के दौरान सभी समस्याओं से बचना है तो सही दिशा और खिड़की वाली सीट में बैठे। इसके अलावा अपनी सीट के नीचे कागज बिछाकर बैठने से भी उल्टी और मतली की समस्या से बचा जा सकता है।
- सफर में उल्टी, जी मचलाना और घबराहट की समस्या को दूर करने के लिए अनारदाना चूर्ण या टैबलेट, हाजमोला आदि पाचक खाने से यह समस्या नहीं होती है। इसके अलावा सफर में हल्की आवाज में गाने सुनने से भी उल्टी आदि की समस्या उत्पन्न नहीं होती है।
- सफर में उल्टी आदि से बचने के लिए कई तरह के दवाइयां भी उपलब्ध है जिसमें स्कोपोलामाइन जिसे उल्टी आने से पहले इस्तेमाल किया जाता है। साइलीजाइन जिसे सफर में जाने के लगभग 30 मिनट पहले सेवन करना चाहिए। डिमैनहाईड्रिनेट जिसे सफर करने के दौरान हर 4 से 8 घंटे पहले सेवन कर सकते है। प्रोमेथाजाइन जिसे सफर करने से लगभग 2 घंटे पहले सेवन करना चाहिए। मेक्लिजाइन इस दवा को यात्रा से 1 घंटे पहले सेवन करना चाहिए।
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आवश्यक सुचना
किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान इन दवाइयों का सेवन करने से पूर्व डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। इन दवाइयों के साइड इफेक्ट्स भी होते है जिसमें मुँह सूखना, आँखों में खुजली व नींद आना, चक्कर आना और बेचैनी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
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