सफेद चावल खाने के फायदे और नुकसान ( safed chawal khane ke fayde aur nuksan ) : सफेद चावल एक ऐसा अनाज है, जो प्राचीन काल से ही पूरे भारत में खूब खाया जाता है। चावल को अंग्रेजी में राईस (Rice) कहा जाता है और चावल की तासीर ठंडी होती है। सफेद चावल दुनिया के सबसे पुराने अनाज में से एक है।
पूरे दक्षिण भारत, बिहार, बंगाल, झारखंड, उड़ीसा, असम आदि प्रदेशों का मुख्य भोजन चावल ही है। चावल के कई अलग-अलग प्रकार पाए जाते हैं जैसे लम्बे चावल, सफेद चावल, ब्राउन चावल, बासमती चावल आदि। अकेले भारत में लगभग 4000 प्रकार के चावल की खेती की जाती है।
सफेद चावल खाने के फायदे और नुकसान (Benefits and Harms of eating White Rice in hindi)
चावल मुख्य रूप से भारत एवं चीन में पाया जाता है। विश्व के सभी उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्ण-कटिबंधीय देशों में चावल की खेती की जाती है। भारत में चावल की खेती मुख्य रूप से उत्तर भारत, मध्य भारत, राजस्थान, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा और पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है। भारत में चावल की अधिक पैदावार होने के कारण कई प्रांतों में चावल को एक समय अवश्य ही बनाया जाता है।
सभी खाद्य पदार्थों की तरह ही सफेद चावल के भी कुछ फायदे और नुकसान होते हैं। सीमित मात्रा में सफेद चावल का सेवन कुछ हद तक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन कई शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है।
कई लोग सफेद चावल खाने के फायदे की बात करते हैं तो वहीं कुछ लोग इसके नुकसान को बताते हैं। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से सफेद चावल खाने के फायदे और नुकसान के बारे में।
चावल के अन्य भाषाओं में नाम
चावल को हिंदी में चावल और धान, संस्कृत में शालिधान्यम्, व्रीहि व तण्डुल, गुजराती में भात व चोखा, तमिल में अरशी व नेल्लु, बंगाली में धान व चांवोल, मराठी में तांदूल व भात, पंजाबी में धाम व मुंजी और नेपाली में धान कहा जाता है।
सफेद चावल में पाए जाने वाले पोषक तत्व
सफेद चावल में पानी, ऊर्जा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, सेलेनियम और फ्लोराइड के साथ विटामिन-बी 3 और फोलेट जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
सफेद चावल के सेवन का तरीका
सफेद चावल को उबालकर सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा खिचड़ी, बिरयानी, पुलाव व खीर आदि बनाकर सफेद चावलों का सेवन किया जा सकता है।
सफेद चावल के फायदे ( Benefits of White Rice in hindi )
- नियमित रूप से सफेद चावल का सेवन, शरीर में कॉम्प्लेक्स, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन-बी की कमी को पूरा करता है। चावल को मांड के साथ खाना ज्यादा फायदेमंद होता है ।
- सफेद चावल आसानी से पचने वाला अनाज है इसलिए डायरिया और अपच के दौरान चावल का सेवन करने से पेट को आराम मिलता है। डायरिया और पेचिश की समस्या होने पर चावल का प्रयोग गाय के दूध या दही के साथ करें।
- सीमित मात्रा में सफेद चावल का सेवन, वजन को कम करने में मदद करता हैं क्योंकि सफेद चावल जल्दी ही डाइजेस्ट हो जाता है इसलिए जो खाद्य पदार्थ आसानी से डाइजेस्ट हो जाते हैं, वह खाद्य पदार्थ फैट में संग्रहित नहीं होते हैं और वजन को सामान्य रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा सफेद चावल में मौजूद फाइबर, अनियमित भूख को नियमित करता है, जो वजन को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।
- सफेद चावल में कार्बोहाइड्रेट की भरपूर मात्रा पायी जाती हैं, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करती है। इसके अलावा सफेद चावल में सोडियम की मात्रा न के बराबर होती है इसलिए सफेद चावल उन लोगों के लिए अच्छा है, जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या है।
- सफेद चावल में मौजूद फाइबर, पाचन स्वास्थ्य के लिए प्रमुख घटक के रूप में कार्य करता है, जो पाचन में सुधार कर, भोजन को अच्छे से पचाने का कार्य करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखने में सहायक होता है। इसके अलावा यह पाचन संबंधी विकारों को भी दूर करने में मदद करता है।
- गर्भवती महिलाओं के लिए सीमित मात्रा में सफेद चावल का सेवन करना फायदेमंद होता है। दरअसल सफेद चावल में रेसिस्टेंट स्टार्च पाया जाता हैं, जो गर्भावस्था के दौरान मल त्याग करने की प्रक्रिया को आसान और सामान्य करता है। इसके अलावा पेट में फायदेमंद बैक्टीरिया को बढ़ाता है इसलिए सफेद चावल का सेवन, गर्भावस्था के दौरान होने वाली कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कब्ज और बवासीर रोग से बचाने में मदद करता है।
सफेद चावल के नुकसान ( Harms of White Rice in hindi )
- सफेद चावलों का अधिक मात्रा में सेवन, रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को बढ़ा देता है इसलिए मधुमेह रोगियों के लिए सफेद चावल का अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक होता है।
- पके हुए सफेद चावल में वसा की भरपूर मात्रा पायी जाती हैं, इसलिए सफेद चावल का अधिक मात्रा में सेवन, मोटापे से ग्रस्त लोगों के लिए हानिकारक होता है।
- सफेद चावल का अधिक मात्रा में सेवन, हड्डियों के कमजोर होने का कारण बनता है।
- सफेद चावल में फाइबर की भरपूर मात्रा पायी जाती है इसलिए सफेद चावल का अधिक मात्रा में सेवन गैस, पेट में सूजन और पेट में ऐंठन जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
- सफेद चावल का अधिक मात्रा में सेवन, आलस में वृद्धि कारण बनता है क्योंकि सफेद चावल के सेवन के बाद शरीर में शुगर की मात्रा बहुत तेजी से बढ़ती है। जिस कारण नींद आने लगती है और शरीर में आलस आने लगता है।
जानें ब्राउन राइस खाने के फायदे और नुकसान – Brown Rice Benefits।