शीतलचीनी तेल के फायदे ( shitalchini ke tel ke fayde ) : शीतलचीनी तेल के फायदे बहुत से होते हैं। शीतलचीनी एक प्रकार का आयुर्वेदिक बीज है जिसका उपयोग कई तरह की औषधि बनाने के लिए किया जाता है। शीतलचीनी को कबाबचीनी, पूंछवाली काली मिर्च के नाम से भी जाना जाता है।
शीतलचीनी से तेल तैयार किया जाता है जिसमें मौजूद लगभग सभी गुण शीतलचीनी के ही समान होते है। शीतलचीनी की तासीर गर्म होती है। शीतलचीनी के तेल का उपयोग कई शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
शीतलचीनी में पाए जाने वाले पोषक तत्व
शीतलचीनी में एल्यूमीनियम हाइड्रोक्साइड, मैग्नीशियम सल्फेट, डाइयूरेटिक, डायहाइड्रोक्सील्यूमिन सोडियम कार्बोनेट पाया जाता है। इसके अलावा एंटी इंफ्लेमेटरी, एरोमेटिक, एक्सपेक्टोरेंट, एंटी माइक्रोबियल, एनाल्जेसिक और एंटी अस्थमैटिक जैसे गुण मौजूद होते हैं।
शीतलचीनी के अन्य भाषाओं में नाम
शीतलचीनी को हिंदी भाषा में शीतलचीनी या कबाबचीनी और अंग्रेजी भाषा में कबब (Cubeb) कहा जाता है। इसके अलावा शीतलचीनी को संस्कृत में कंकोलं, मराठी में कंकोल, गुजराती में तड़मिरे व चणकबात, मलयालम में चीनीमुलक, तेलुगु में टोकामिरियालू व कबाबचीनी, तमिल में वलमिलाकू, कन्नड़ में गंधमेणसु व बालमेणस कहा जाता है।
शीतलचीनी तेल के फायदे (Benefits of Shitalchini oil in hindi)
- शीतलचीनी तेल (Shitalchini oil – Cubeb oil) का उपयोग मुँह के लिए बेहद फायदेमंद होता है, शीतलचीनी तेल में एंटी बायोटिक और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं जो मुँह के अंदर मौजूद सभी कीटाणुओं को मारने में मदद करते हैं। शीतलचीनी तेल के उपयोग से न केवल मुँह के कीटाणुओं को नष्ट किया जा सकता है बल्कि यह दांतों और मसूड़ों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
- शीतलचीनी तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व दांतों को प्राकृतिक रूप से साफ़ करके कैविटी और दांत संबंधी अन्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा शीतलचीनी तेल मसूड़ों के रोग और मुँह की दुर्गंध को दूर करने में भी बेहद फायदेमंद होता है।
- शीतलचीनी तेल का उपयोग प्रजनन समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा सकता है। शीतलचीनी तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व प्रजनन से संबंधित समस्याओं जैसे – बांझपन, स्तंभन दोष, नपुंसकता, गोनोरिया आदि को ठीक करने में भी मदद करता है।
- शीतलचीनी तेल पेट फूलने की समस्या को दूर करने में भी बहुत मददगार होता है। शीतलचीनी में पाए जाने वाले पोषक तत्व फ्लैटुलेंस यानी पेट फूलने की समस्या से तुरंत राहत दिलाने में मदद करता है। पेट फूलने की समस्या अधिकांश गैस के कारण होती है जिसको ठीक करने के लिए तुरंत शीतलचीनी तेल का इस्तेमाल करना बेहद असरदार होता है।
- शीतलचीनी तेल का उपयोग श्वसन संबंधी समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। श्वसन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए शीतलचीनी तेल का उपयोग करना बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि शीतलचीनी में ऐसे गुण मौजूद होते है जो कफ की समस्या और खांसी को ठीक करने में मदद करता है। शीतलचीनी तेल की कुछ बूंदे गर्म पानी में मिलाकर इसकी भाप लें इससे श्वसन संबंधी समस्याएं ठीक हो जाती है।
- शीतलचीनी तेल का इस्तेमाल करने से पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। शीतलचीनी तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व पित्त ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करते है जिससे भोजन अच्छी तरह पच जाता है और पाचन संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न नहीं होती। शीतलचीनी तेल का इस्तेमाल करने से अपच, कब्ज, पेट फूलना, भूख न लगना, आंतों में कीड़े आदि की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
- शीतलचीनी तेल में मूत्रवर्धक गुण पाए जाते है जो शरीर के अंदर मौजूद विषाक्त पदार्थों को मूत्र के माध्यम से बाहर निकालने में मदद करता है। शीतलचीनी में ऐसे बहुत से गुण मौजूद होते है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के साथ-साथ शरीर के भीतरी भागों के कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते हैं। नहाने के पानी में शीतलचीनी तेल की कुछ बूंदों को डालकर नहाने से यह शरीर की त्वचा के कीटाणुओं को नष्ट करके त्वचा को स्वस्थ रखने में भी मदद करती है।
जानें कस्तूरी क्या काम आती है ? कस्तूरी के फायदे।