थायराइड में अजवाइन के फायदे ( thyroid mein ajwain ke fayde ) : थायराइड में अजवाइन के फायदे कई हैं, अजवाइन एक प्रकार का मसाला है, जो स्वाद में कड़वा और तीखा होता है। अजवाइन को अंग्रेजी में carom seeds कहा जाता है और इसकी तासीर गर्म होती है। अजवाइन न सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ता है, बल्कि अच्छी सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।
हमारे देश में हजारों सालों से अजवाइन का उपयोग मसाले के साथ-साथ एक औषधि के रूप में भी किया जा रहा है। माना जाता है, अकेली अजवाइन ही सैकड़ों प्रकार के अन्न को हजम करने में सहायक होती है।
अजवाइन में पाए जाने वाले औषधीय गुण, अच्छी सेहत के साथ कई शारीरिक बीमारियों जैसे पेट की समस्याओं को दूर करने, वजन को घटाने, सर्दी-जुकाम और खांसी को दूर करने, पीरियड्स के दर्द से छुटकारा दिलाने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने, हृदय को स्वस्थ रखने और गठिया के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा अजवाइन का सेवन, भूख को बढ़ाने में मदद करता है।
अजवाइन में औषधीय गुण पाए जाने के कारण, अजवाइन का उपयोग मसाले व घरेलू उपचार से लेकर कई आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने के लिए भी किया जाता है। अब बात करें थायराइड में अजवाइन के फायदे कि तो, अजवाइन का सेवन, थायराइड के लक्षणों को कम करने व उसे बचाव करने में मदद करता है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से थायराइड के लिए अजवाइन के फायदे के बारे में।
अजवाइन के अन्य भाषाओं में नाम
अजवाइन को हिंदी में अजवाइन, संस्कृत में ग्रगन्धा, ब्रह्मदर्भा व दीप्या, तमिल में ओमुम, मराठी में अजमा, गुजराती में अजमो, बंगाली में यमानी और नेपाली में ज्वानो कहा जाता है।
अजवाइन में पाए जाने वाले पोषक तत्व
अजवाइन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, फास्फोरस, जिंक और कॉपर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें एंटीसेप्टिक, ऐंटीमाइक्रोबायल, एंटीहाइपेरटेर्न्सिव, एंटी-हाइपरलिपिडेमिक और एंटीवायरल जैसे कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
अजवाइन के सेवन का तरीका
अजवाइन को खाना बनाते समय दाल या सब्जी में तड़का लगाकर सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा अजवाइन का सेवन चूर्ण, काढ़ा, रस और अजवाइन कैप्सूल या टैबलेट के रूप में किया जा सकता है।
थायराइड में अजवाइन के फायदे (benefits of celery in thyroid in hindi)
थायराइड ग्रन्थियों से जुड़ा एक रोग है, जो पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को ज्यादा होता है। थायराइड यानी (अवटु ), मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे बड़ी अंतःस्रावी ग्रंथियों में से एक है। जो शरीर की सभी प्रक्रियाओं की गति को नियंत्रित करने में सहायक होती है।
आयुर्वेद के अनुसार थायराइड रोग गलत खान-पान और तनावपूर्ण जीवन जीने के साथ शरीर में वात, पित्त व कफ दोष बिगड़ जाने के कारण होता है। जिसके कई लक्षण देखने को मिलते हैं, जैसे वजन का तेज़ी से बढ़ना या तेज़ी से घट जाना, थकान होना, अवसाद या घबराहट होना, गर्दन में सूजन आना और मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द होना आदि।
ऐसे में अजवाइन का सेवन थायराइड के लक्षणों को कम करता है और थायराइड रोग से बचाव करने में मदद करता है क्योंकि अजवाइन में पाए जाने वाले एंटीवायरल, एंटीसेप्टिक और एंटी माइक्रोबियल जैसे औषधीय गुण, थायराइड ग्रंथियों के लिए मुख्य रूप से कार्य करते हैं। जो शरीर को हानिकारक पदार्थों से होने वाले रोगों से बचाने में मदद करते हैं और वात, पित्त व कफ तीनों को नियंत्रित रखने में सहायक होते हैं।
इसके अलावा अजवाइन में पाए जाने वाले पोषक तत्व, थायराइड के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं और थायराइड से बचाव करने में सहायक होते हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि थायराइड रोगियों के लिए अजवाइन का सेवन फायदेमंद होता है।
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