तुलसी ग्रीन टी के फायदे और नुकसान ( tulsi green tea ke fayde aur nuksan ) : तुलसी ग्रीन टी के फायदे और नुकसान कई होते हैं। तुलसी औषधीय गुणों से भरपूर एक पौधा है, जिसका हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान है। धार्मिक महत्व को देखते हुए कई घरों में तुलसी की पूजा की जाती है।
तुलसी को अंग्रेजी में बेसिल (Basil) कहा जाता है और इसकी की तासीर गर्म होती है। तुलसी में मौजूद औषधीय गुण, अच्छी सेहत के साथ रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते है और कई शारीरिक बीमारियों को दूर कर, शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते है।
अब बात करें तुलसी ग्रीन टी की तो, एक कप पानी में दो चम्मच बारीक कटे हुए तुलसी के पत्तों और एक चौथाई चम्मच चाय पत्ती को डालकर उबाल लें। इसके बाद तुलसी ग्रीन टी को छानकर कप में निकाल लें और ऊपर से स्वादानुसार शहद या चीनी मिला लें। इसके बाद आप तुलसी ग्रीन टी का सेवन कर सकते है।
तुलसी ग्रीन टी के फायदे और नुकसान ( Benefits and harms of Tulsi Green Tea in hindi )
तुलसी ग्रीन टी में कई स्वास्थ्य लाभ पाए जाते हैं, जो अच्छी सेहत के साथ कई शारीरिक रोगों के लक्षणों को कम करने व उनसे बचाव करने में मदद करते है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते है। लेकिन तुलसी ग्रीन टी का अधिक मात्रा में सेवन कुछ शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से तुलसी ग्रीन टी के फायदे और नुकसान के बारे में।
तुलसी के अन्य भाषाओं में नाम
तुलसी को हिंदी में तुलसी व वृंदा, संस्कृत में तुलसी, सुरसा व सुलभा, गुजराती में तुलसी, मराठी में तुलस व मलयालम कृष्ण तुलसी और नेपाली में तुलसी कहा जाता है।
तुलसी में पाए जाने वाले पोषक तत्व
तुलसी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और मैंगनीज के साथ विटामिन-ए, विटामिन-बी 6, विटामिन-सी और विटामिन-के जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
तुलसी ग्रीन टी के फायदे (Benefits of Tulsi Green Tea in hindi)
- उच्च रक्तचाप को सामान्य रखने के लिए तुलसी ग्रीन टी का सेवन अच्छा होता है। तुलसी में पोटेशियम पाया जाता है, जो उच्च रक्तचाप को कम करने वाले पोषक तत्वों में गिना जाता है। इसके अलावा विशेषज्ञों के अनुसार, तुलसी की पत्तियों में एंटी हाइपरटेंसिव (उच्च रक्तचाप को कम) करने गुण पाए जाते हैं, जो उच्च रक्तचाप को कम करने और उसे सामान्य रखने में मदद करते हैं।
- तुलसी के पत्ते में एंटी-स्ट्रेस गुण पाए जाते हैं, जो तनाव को दूर करने में सहायक होते है। इसलिए कहा जा सकता है कि तनाव को दूर करने और मूड को अच्छा रखने के लिए तुलसी ग्रीन टी का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
- तुलसी में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर, उसे सामान्य रखने में मदद करते है और मधुमेह से बचाव करने में सहायक होते हैं। इसलिए मधुमेह रोगियों के लिए तुलसी ग्रीन टी का सेवन लाभदायक होता है।
जानें तुलसी के फायदे और नुकसान – Basil (Tulsi)।
- कमजोर पाचन वाले लोगों के लिए तुलसी ग्रीन टी का सेवन करना फायदेमंद होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, तुलसी ग्रीन टी पाचन में सुधार कर, पाचन तंत्र को मजबूत बनाये रखने में सहायक होती है। इसके अलावा यह गैस, दस्त, कब्ज, पेट में ऐंठन और उल्टी जैसी अन्य समस्याओं को भी दूर करती है।
- तुलसी ग्रीन टी का नियमित सेवन मौसम में बदलाव के कारण होने वाले सर्दी-जुकाम से छुटकारा दिलाने में मदद करता है । इसके अलावा यह श्वसन समस्या से निपटने का सबसे अच्छा घरेलू उपचार हैं, क्योंकि तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीसेप्टिक और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, जो कफ को बाहर निकालने और श्वसन समस्याओं के लक्षणों कम करने में मदद करते हैं।
- गठिया के मरीजों के लिए तुलसी ग्रीन टी का सेवन लाभदायक होता है, क्योंकि तुलसी में एंटी-एनाल्जिक (दर्द को कम करने वाले ) और एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला) गुण पाए जाते हैं, जो गठिया के दौरान होने वाले जोड़ों के दर्द व सूजन को कम करने में मदद करते है।
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- तुलसी की पत्तियों में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकने में मदद करते है और कैंसर से बचाव करने में सहायक होते है। कैंसर से बचाव के लिए तुलसी ग्रीन टी का सेवन किया जा सकता है।
- तुलसी ग्रीन टी का सेवन त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाते है, जो फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करते है और त्वचा के बढ़ती उम्र के असर को कम कर, त्वचा को ज्वां बनाये रखने में सहायक होते है। इसके अलावा तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा संक्रमण से बचाव करने में मदद करते हैं।
- तुलसी में एंटी-स्ट्रेस, एंटी-एंग्जायटी और एंटी-डिप्रेशन गुण पाए जाते हैं, जो अनिद्रा की समस्या को दूर करते है। इसलिए अनिद्रा की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप दिन में कम से कम दो बार तुलसी ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं।
- वजन को कम करने के लिए आप तुलसी ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं। इसके सेवन से मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद मिलती है। जो वजन कम करने के सबसे प्राकृतिक और प्रभावी तरीकों में से एक है। इसलिए कहा जा सकता है कि बढ़ते वजन से परेशान लोगों के लिए तुलसी ग्रीन टी का सेवन लाभदायक होता है।
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तुलसी ग्रीन टी के नुकसान (Harms of Tulsi Green Tea in hindi)
- तुलसी ग्रीन टी में एंटी-डायबिटिक गुण होने के कारण, इसका अधिक मात्रा में सेवन, लो शुगर की समस्या का कारण बन सकता है।
- तुलसी में रक्त को पतला करने वाले गुण भी पाए जाते हैं, इसलिए तुलसी ग्रीन टी का अधिक मात्रा में सेवन, खून को जरूरत से ज्यादा पतला कर सकता है।
- गर्भावस्था के दौरान तुलसी ग्रीन टी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि तुलसी के सेवन से गर्भाशय में सिकुड़न हो सकती है। इसके अलावा स्तनपान के दौरान भी तुलसी के सेवन से परहेज करना चाहिए।
- तुलसी के पत्ते में एंटी हाइपरटेंसिव गुण पाया जाता हैं, इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन, लो ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता।
- तुलसी की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन, पेट में तीव्र जलन की समस्या का कारण बन सकता है।
जानें ग्रीन टी के फायदे और नुकसान – Green Tea।