Udramrit vati uses in hindi – उदरामृत वटी

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Udramrit vati uses in hindi - उदरामृत वटी

Udramrit vati uses in hindi : Udramrit vati uses in hindi में Udramrit vati से संबंधित सभी जानकारियां शामिल है। Udramrit vati ( उदरामृत वटी ) एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग बिना डॉक्टर के पर्चे के भी किया जाता है। Udramrit vati कई प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका उपयोग बहुत सी शारीरिक समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है।

पतंजलि दिव्य Udramrit vati की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है। Udramrit vati की निर्धारित खुराक के इस्तेमाल से अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते है। Udramrit vati uses in hindi की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –

उदरामृत वटी के घटक

उदरामृत वटी के घटक है –

  • चित्रक
  • आम
  • हरड़ (हरीतकी)
  • बेल
  • गिलोय
  • आंवला
  • तुलसी
  • अजवाइन
  • बहेड़ा
  • शंख
  • भूम्यामलकी
  • मंडूर भस्म
  • निशोथ
  • लौह भस्म
  • एलोवेरा
  • अतीस

उदरामृत वटी का उपयोग | Udramrit vati uses in hindi

उदरामृत वटी के अच्छे परिणामों के लिए उदरामृत वटी की निर्धारित खुराक का उपयोग (Udramrit vati uses in hindi) करना जरुरी होता है। उदरामृत वटी वयस्क और बुजुर्गों के लिए है इसके अलावा उदरामृत वटी को बच्चों के लिए सुरक्षित माना जाता है। उदरामृत वटी की खुराक खाना खाने के बाद गुनगुने पानी के साथ ली जानी चाहिए। उदरामृत वटी टैबलेट के रूप में होती है जिसकी 1-1 टैबलेट दिन में दो बार ली जानी चाहिए।

उदरामृत वटी के फायदे और नुकसान (Udramrit vati benefits and side effects in hindi)

उदरामृत वटी के फायदे (Udramrit vati benefits in hindi)

पीलिया

उदरामृत वटी के फायदे पीलिया के रोगियों के लिए है। पीलिया जो जॉन्डिस भी कहा जाता है जो बिलीरुबिन नामक पदार्थ के कारण होता है। बुखार, थकान, भूख में कमी, कमजोरी, वजन कम होना, पेट दर्द, त्वचा का रंग पीला होना जैसी समस्याएं पीलिया के दौरान देखी जा सकती है। उदरामृत वटी को पीलिया के उपचार के लिए काफी कारगर माना जाता है इसीलिए पीलिया के रोगियों को उदरामृत वटी का उपयोग करना चाहिए इससे पीलिया ठीक होने में मदद मिलेगी।

एनीमिया

एनीमिया के रोगियों के लिए उदरामृत वटी लाभकारी है। शरीर में सामान्य से भी कम रक्त की मात्रा का होना एनीमिया कहलाता है। एनीमिया रोग के दौरान थकान लगना, शरीर में पीलापन, कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द जैसी परेशानियां उत्पन्न होती है। उदरामृत वटी में ऐसे तत्व पाए जाते है जो शरीर में रक्त की कमी को पूरा करने में सहायक होते है। एनीमिया के दौरान उदरामृत वटी की निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करें।

कब्ज

उदरामृत वटी का उपयोग (Udramrit vati uses in hindi) कब्ज के इलाज के लिए लाभकारी है। कब्ज मलत्याग की एक सामान्य समस्या है जो अधिकांश लोगों में देखी जा सकती है। कब्ज से परेशान व्यक्ति को उदरामृत वटी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। उदरामृत वटी के उपयोग से कब्ज ठीक हो जाता है।

लिवर रोग

लिवर के रोगियों के लिए उदरामृत वटी फायदेमंद है। त्वचा व आँखों में पीलापन, पेट दर्द, मूत्र का गहरा रंग, त्वचा पर खुजली, भूख में कमी लिवर रोग के प्रमुख लक्षण है। उदरामृत वटी को लिवर रोगों के उपचार के लिए लाभकारी माना जाता है। उदरामृत वटी की निर्धारित खुराक के इस्तेमाल से लिवर रोगों से बचा जा सकता है।

बुखार

बुखार को ठीक करने के लिए उदरामृत वटी को लाभकारी है। शरीर के सामान्य तापमान में वृद्धि होने को बुखार कहा जाता है। बुखार में कमजोरी, बदन दर्द, शरीर का तापमान बढ़ना जैसी कई समस्याएं देखी जा सकती है। उदरामृत वटी को बुखार को दूर करने में काफी असरदार माना जाता है। बुखार में उदरामृत वटी की खुराक का सेवन करें इससे लाभ होगा।

दस्त

दस्त से परेशान व्यक्ति के लिए उदरामृत वटी लाभकारी है। दस्त को अतिसार, डायरिया और लूज मोशन भी कहा जाता है जिसमें ढीला, पतला और बार-बार मलत्याग की आवश्यकता पड़ती है। उदरामृत वटी के सेवन से दस्त की परेशानी को ठीक किया जा सकता है। दस्त होने पर उदरामृत वटी के सेवन से काफी फायदा होता है।

पेट दर्द

उदरामृत वटी के फायदे पेट दर्द की परेशानी को दूर करने में है। पेट के ऊपरी या निचले भाग में होने वाले दर्द हल्के या तीव्र दर्द को पेट दर्द कहलाता है। पेट दर्द के कई कारण हो सकते है जिनको दूर करने के लिए उदरामृत वटी को कारगर माना जाता है। उदरामृत वटी की खुराक का सेवन करके पेट दर्द से निजात पाया जा सकता है।

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उदरामृत वटी के नुकसान (Udramrit vati side effects in hindi)

उदरामृत वटी का उपयोग (Udramrit vati uses in hindi) की जानकारी के अलावा उदरामृत वटी के नुकसान (Udramrit vati side effects in hindi) भी जान लें। उदरामृत वटी एक आयुर्वेदिक दवा है जिसके अधिक नुकसान नहीं देखे जाते है लेकिन आवश्यकता से अधिक या उदरामृत वटी के गलत सेवन से शरीर को नुकसान हो सकता है।

गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को उदरामृत वटी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। इसके अलावा किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान उदरामृत वटी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

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