वैद्य ऋषि अर्शकल्प के फायदे और उपयोग ( vaidrishi arshkalp how to use in hindi ) : वैद्य ऋषि अर्शकल्प के फायदे और उपयोग ( vaidrishi arshkalp how to use in hindi ) बहुत से होते हैं, वैद्य ऋषि अर्शकल्प एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बिना डॉक्टर के पर्चे के भी प्राप्त किया जा सकता है।
वैद्य ऋषि अर्शकल्प बहुत से प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका उपयोग मुख्यतः बवासीर के इलाज के लिए किया जाता है। वैद्य ऋषि अर्शकल्प की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग एवं स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है। वैद्य ऋषि अर्शकल्प फायदे और उपयोग ( vaidrishi arshkalp fayde or upyog ) की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –
वैद्य ऋषि अर्शकल्प के घटक
वैद्य ऋषि अर्शकल्प के घटक है –
- चित्रक
- दारूहल्दी
- नीम
- कुटकी
- हरीतकी
- नागकेसर
वैद्य ऋषि अर्शकल्प सेवन विधि
वैद्य ऋषि अर्शकल्प की सेवन विधि जरूर जानें। वैद्य ऋषि अर्शकल्प की निर्धारित खुराक लेना आवश्यक होता है इसे लेने की अवधि 3 दिन तक हो सकती है। वैद्य ऋषि अर्शकल्प वयस्क और बुजुर्गों के लिए है। वैद्य ऋषि अर्शकल्प का सेवन खाना खाने के बाद दूध के साथ किया जाना चाहिए। वैद्य ऋषि अर्शकल्प की अधिकतम मात्रा 2 कैप्सूल तक ली जा सकती है तथा इसे दिन में केवल एक बार लिया जाना चाहिए।
वैद्य ऋषि अर्शकल्प फायदे और उपयोग ( vaidrishi arshkalp how to use in hindi )
- वैद्य ऋषि अर्शकल्प बवासीर के रोगियों के लिए के बहुत ही लाभकारी दवा मानी जाती है। बवासीर से पीड़ित रोगियों को ज्यादातर वैद्य ऋषि अर्शकल्प दवा लेने की ही सलाह दी जाती है। बवासीर को पाइल्स भी कहा जाता है जो मलत्याग में होने वाली एक गंभीर समस्या है। वैद्य ऋषि अर्शकल्प की नियमित खुराक का इस्तेमाल करके बवासीर की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
- वैद्य ऋषि अर्शकल्प अल्सर के उपचार में फायदेमंद है, अल्सर एक प्रकार का दर्दनाक छाला होता है जिसकी वजह से शरीर का प्रभावित भाग सही तरह से कार्य नहीं कर पाता है। अल्सर रोग सामान्य समस्या होने के साथ गंभीर रूप भी ले सकता है जिसे वैद्य ऋषि अर्शकल्प के उपयोग से जल्द ही ठीक किया जा सकता है। वैद्य ऋषि अर्शकल्प की उचित और नियमित खुराक लेने से अल्सर की समस्या को दूर किया जा सकता है।
- वैद्य ऋषि अर्शकल्प श्लेष्मा झिल्ली में सूजन को दूर करने में काफी कारगर है, जो लोग श्लेष्मा झिल्ली में सूजन और जलन की समस्या से परेशान है उन लोगों को वैद्य ऋषि अर्शकल्प का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। श्लेष्मा झिल्ली में सूजन और जलन होने पर वैद्य ऋषि अर्शकल्प का नियमित रूप से सेवन करें इससे यह समस्या जल्द ठीक हो जाएगी।
- गुदा में खून बहने की समस्या को दूर करने में वैद्य ऋषि अर्शकल्प बेहद असरदार होती है, वैद्य ऋषि अर्शकल्प की उचित खुराक लेने से गुदा में खून बहना रुक जाता है और परेशानी जल्द खत्म होने में मदद मिलती है।
- वैद्य ऋषि अर्शकल्प के फायदे और उपयोग दर्द, जलन और खुजली की परेशानी को दूर करने में सहायक है। वैद्य ऋषि अर्शकल्प एक आयुर्वेदिक दवा है जिसके इस्तेमाल से दर्द, जलन और खुजली की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। दर्द, जलन और खुजली को दूर करने के लिए वैद्य ऋषि अर्शकल्प का नियमित सेवन करें इससे लाभ होगा।
जानें डाबर धातुपौष्टिक चूर्ण के उपयोग – Dabur Dhatupaushtik Churna।
सावधानियां –
वैद्य ऋषि अर्शकल्प फायदे और उपयोग ( vaidrishi arshkalp how to use in hindi ) जानने के बाद कुछ सावधानियाँ भी अवश्य जान लें। वैद्य ऋषि अर्शकल्प का आवश्यकता से अधिक सेवन करने से बचे तथा इससे संबंधित रोग होने के दौरान ही इसे उपयोग में लाए। वैद्य ऋषि अर्शकल्प का उपयोग गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित माना जाता है। इसके अलावा किसी रोग के इलाज के दौरान वैद्य ऋषि अर्शकल्प का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।