तुलसी और शहद के फायदे : तुलसी और शहद के फायदे (tulsi aur shahad ke fayde) तुलसी और शहद के स्वास्थ्य सम्बन्धी ढेरों चमत्कारी फायदे होते हैं। तुलसी के साथ शहद का सेवन करने से बहुत सी बीमारियों से बचा जा सकता है। Benefits of basil and honey in hindi
तुलसी और शहद खाने के फायदे (Tulsi aur Shahad khane ke fayde)
- Benefits of eating Basil and Honey – तुलसी के पत्तों और शहद का एक साथ सेवन करने से किडनी के स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है। तुलसी ब्लड से यूरिक एसिड के स्तर को कम करती है जो किडनी में पथरी बनने का मुख्य कारण होती है। इसके साथ ही किडनी और शहद का सेवन 4-6 महीने रोजाना करने से पथरी जड़ से ख़त्म होती है।
- रोजाना तुलसी और शहद की चाय पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। तुलसी में एंटी – इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं और शहद अपने आप में ही एक सम्पूर्ण आहार माना जाता है जिसका हमारी सेहत पर सकरात्मत प्रभाव पड़ता है।
- तुलसी और शहद का एक साथ सेवन वालों को सांस सम्बन्धी बीमारियां नहीं होती। तुलसी और शहद का काढ़ा बेहद लाभकारी माना जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं तुलसी और शहद के नियमित सेवन से कफ और सर्दी जैसी परेशानियां नहीं होती।
- तुलसी और शहद के नियमित सेवन से फेफड़ों की सूजन में कमीं होती है और फेफड़े स्वस्थ रहते हैं। रोजाना 10 – 15 ग्राम तुलसी के पत्तों में शहद की उचित मात्रा को मिलाकर पीने से बुखार, सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ हो रहे लोगों को राहत मिलती है।
- तुलसी और शहद का प्रतिदिन नियमित रूप से सेवन करने से सांस से आने वाली दुर्गंद एवं मसूड़ों से जुड़ी अन्य समस्याओं से बचा जा सकता है। मुँह की दुर्गन्ध ज्यादातर पाचन शक्ति के कमजोर हो जाने के कारण होती है। तुलसी के रस में आधा चम्मच शहद मिलाकर पीने से शरीर में पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। तुलसी और शहद में मौजूद प्राकृतिक गुण हमारे शरीर को गर्म रखते हैं जिससे हमें इन्फेक्शन होने का खतरा भी कम रहता है।
- तुलसी और शहद के नियमित रूप से सेवन करने से मानसिक तनाव को दूर किया जा सकता है। शहद शरीर की कैल्शियम सोखने की शक्ति को बढ़ाता है और हमारी दिमागी कोशिकाओं को विकसित करता है। तुलसी और शहद के रोजाना सेवन से इम्यून सिस्टम को भी बेहतर बनाया जा सकता है।
- तुलसी के पत्तों के रोजाना सेवन करने से डायबिटीज जैसी बीमारी नहीं होती। तुलसी की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट्स और असेंशियल ऑयल प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हमारे शरीर में युगेनॉल, मेथाईल युगेनॉल और कार्योफेलिन का निर्माण करती है यह सारे पदार्थ सेल्स के इंसुलिन को स्टोर करता है और उसे बाहर निकालने में सहायता प्रदान करता है जिसके कारण बीटा सेल्स ठीक तरह से कार्य करता है और शरीर का शुगर स्तर नियंत्रित रहता है।
- तुलसी और शहद में एलर्जी से लड़ने के गुण होते है जिससे हमें एलर्जी की समस्या से बचने में सहायता मिलती है। इसके अलावा ये किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन को दूर करने में बेहद मददगार होता है।
- तुलसी के पत्तों के रस के साथ शहद को मिलाकर पीने से वजन कम करने में आसानी होती है। इसे गुनगुने पानी में उचित मात्रा में मिलाकर लेने से शरीर में फैट सेल्स में गिरावट आती है और चुस्ती बनी रहती है।
- शहद और तुलसी एक साथ मिलकर किसी एंटी बायोटिक के रूप में काम करते हैं जो किसी घाव या अन्य सम्बन्धी समस्याओं में जीवाणुओं को फैलने से रोकते है और यह शरीर के अंदर और बाहर एक ही तरह से काम करते है। इसके अलावा शहद को चोट वाली जगह पर लगाने से चोट को जल्दी ठीक किया जा सकता है क्योंकि शहद चोट को सड़ने से बचाता है।
- तुलसी और शहद का एक साथ सेवन करने से त्वचा के विकारों को दूर किया जा सकता है। यह त्वचा को आवश्यक पोषण प्रदान करता है जो त्वचा में कसाव लाने के साथ-साथ उसे स्वस्थ और खूबसूरत बनाये रखता है।
जानें शहद खाने के नुकसान।