दिव्य मुक्ता वटी के फायदे और नुकसान – Divya Mukta Vati

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दिव्य मुक्ता वटी के फायदे और नुकसान - Divya Mukta Vati

मुक्ता वटी के फायदे और नुकसान : दिव्य मुक्ता वटी के फायदे और नुकसान कई है। मुक्ता वटी ( Patanjali Divya Mukta Vati ) एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग बिना डॉक्टर के पर्चे के भी किया जा सकता है। मुक्ता वटी बहुत से प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका इस्तेमाल मुख्यतः मानसिक रोगों के उपचार के लिए किया जाता है।

divya mukta vati ke fayde aur nuksan – मुक्ता वटी की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है, मुक्ता वटी की निर्धारित खुराक का उपयोग करना आवश्यक होता है। दिव्य मुक्ता वटी के फायदे और नुकसान की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –

दिव्य मुक्ता वटी के घटक

मुक्ता वटी के घटक है –

पतंजलि दिव्य मुक्ता वटी सेवन विधि ( Mukta vati uses in hindi )

मुक्ता वटी की निर्धारित खुराक के सेवन से अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते है। मुक्ता वटी वयस्क एवं बुजुर्ग के लिए है। मुक्ता वटी की टैबलेट खाना खाने के बाद दिन में दो बार लेनी चाहिए। मुक्ता वटी की 2 टैबलेट का सेवन गुनगुने पानी के साथ किया जाना चाहिए। दिन में केवल दो मुक्ता वटी टैबलेट का सेवन करना चाहिए। मुक्ता वटी की अवधि और मात्रा व्यक्ति के स्वास्थ्य के अनुसार निर्धारित की जाती है।

दिव्य मुक्ता वटी के फायदे और नुकसान ( Patanjali Divya Mukta vati benefits and side effects in hindi )

दिव्य मुक्ता वटी के फायदे ( Mukta vati benefits in hindi )

डिप्रेशन

मुक्ता वटी के फायदे डिप्रेशन के रोगियों के लिए है। डिप्रेशन को अवसाद भी कहा जाता है जो एक सामान्य और अधिकतर लोगों में देखी जाने वाली बीमारी है। दुःखी रहना, बुरा महसूस करना और दैनिक गतिविधियों में रूचि न लेना ये सभी डिप्रेशन के लक्षण है। मुक्ता वटी में ऐसे गुण पाए जाते है जो डिप्रेशन की समस्या को दूर करने में मददगार होते है। मुक्ता वटी के नियमित सेवन से डिप्रेशन से छुटकारा पाया जा सकता है।

रक्तचाप नियंत्रण

रक्तचाप को नियंत्रित करने में मुक्ता वटी सहायक है। मुक्ता वटी में अश्वगंधा, गिलोय और वाचा जैसे प्राकृतिक घटक मौजूद होते है जो रक्तचाप को जल्द ही नियंत्रित करने में मदद करते है। रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए मुक्ता वटी की निर्धारित खुराक का उपयोग करें इससे लाभ होगा।

अनिद्रा

अनिद्रा की परेशानी से पीड़ित रोगियों के लिए मुक्ता वटी फायदेमंद है। अनिद्रा यानी नींद न आने की परेशानी के कई कारण हो सकते है। मुक्ता वटी का उपयोग अनिद्रा की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। मुक्ता वटी में ऐसे तत्व पाए जाते है जो मस्तिष्क को शांत रखने में सहायक होते है जिनके उपयोग से मस्तिष्क शांत होता है और अच्छी नींद आने में मदद मिलती है।

चिड़चिड़ापन

मुक्ता वटी के उपयोग से चिड़चिड़ापन को दूर किया जा सकता है। जो लोग बहुत अधिक चिड़चिड़े रहते है और बहुत जल्द गुस्सा या परेशान हो जाते है उनको मुक्ता वटी के सेवन की सलाह दी जाती है। मुक्ता वटी के सेवन से चिड़चिड़ापन दूर होता है जिससे गुस्सा नहीं आता है।

मानसिक रोग

मुक्ता वटी के फायदे मानसिक रोगों से पीड़ित रोगियों के लिए है। मानसिक रोग ऐसे रोग होते है जो व्यक्ति की मनोदशा, व्यवहार और सोच के साथ-साथ स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करते है। तनाव, अवसाद आदि मानसिक रोगों के प्रमुख लक्षण है। मुक्ता वटी का उपयोग मानसिक रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। मुक्ता वटी के नियमित उपयोग से मानसिक रोगों से बचा जा सकता है।

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मुक्ता वटी के नुकसान (Mukta vati side effects in hindi)

मुक्ता वटी के फायदे और नुकसान में मुक्ता वटी के नुकसान भी अवश्य जानें। मुक्ता वटी के आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल करने से सिरदर्द, मुँह सूखना, सांस लेने में तकलीफ, सुस्ती जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। मुक्ता वटी बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है इसे बच्चों से दूर रखें। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को मुक्ता वटी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए। इसके अलावा किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान मुक्ता वटी के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

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